जयपुर. केंद्र सरकार की ओर से जयपुर के गणपति नगर स्थित रेलवे स्टेडियम में गुरुवार को रोजगार मेले का आयोजन किया गया. इसमें करीब 6400 युवाओं को अलग-अलग विभागों में सरकारी नौकरी के नियुक्ति पत्र दिए गए. पीएम नरेंद्र मोदी ने कार्यक्रम को वर्चुअली संबोधित किया, जबकि रेलमंत्री अश्विनी वैष्णव, जयपुर सांसद रामचरण बोहरा और जयपुर ग्रामीण सांसद कर्नल राज्यवर्धन सिंह राठौड़ ने कार्यक्रम में शिरकत की.
कार्यक्रम के बाद मीडिया से बातचीत में रेलमंत्री अश्विनी वैष्णव ने कहा कि राजस्थान में परीक्षा होती है, लेकिन उसमें पेपर लीक हो जाता है. इसके पीछे माफिया काम करता है और वह पेपर लीक करके नौजवानों के भविष्य के साथ खिलवाड़ करता है. उन्होंने कहा कि रेलवे में लेवल-2 से लेवल-6 के एग्जाम हुए. इसमें देशभर में करीब एक करोड़ 25 लाख अभ्यर्थी थे. 211 शहरों में 726 परीक्षा केंद्रों पर 133 शिफ्ट में परीक्षा हुई. उन्होंने दावा किया कि इस दौरान 66 दिन तक परीक्षा चली और 15 भाषाओं में पेपर हुआ, लेकिन कहीं भी पेपर लीक वाली बात सामने नहीं आई. कहीं पर कोई शिकायत नहीं आई.
उन्होंने कहा कि जहां भी किसी माफिया ने नौजवानों को भ्रमित करने की कोशिश की, वहां तुरंत एक्शन लिया गया. पारदर्शी तरीके से परीक्षा का आयोजन हुआ और चयनित अभ्यर्थियों को नियुक्ति पत्र मिले हैं. इसी तरह लेवल वन के एग्जाम में 1.11 करोड़ आवेदन आए थे. 191 शहरों में 550 से ज्यादा केंद्रों पर 99 शिफ्ट में 33 दिन तक 15 भाषाओं में परीक्षा हुई. उन्होंने दावा किया कि यह भी बहुत बड़ी परीक्षा है, लेकिन इसमें भी कोई शिकायत नहीं आई. उन्होंने कहा कि शासन में ही ताकत होती है कि ऐसी गड़बड़ी करने वालों के खिलाफ कड़ी कार्रवाई करे.
कोविड के बाद दुनियाभर में मंदी, तेजी से आगे बढ़ा भारत : कार्यक्रम को वर्चुअली संबोधित करते हुए प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने कहा कि आज देश में वैसाखी का पर्व मनाया जा रहा है. इस मौके पर देशभर के 71 हजार युवाओं को नौकरी के नियुक्ति पत्र दिए जा रहे हैं. आज भारत दुनिया की सबसे तेज रफ्तार से आगे बढ़ने वाली अर्थव्यवस्था है. कोविड के बाद पूरी दुनिया मंदी से जूझ रही है, लेकिन भारत की अर्थव्यवस्था तेजी से आगे बढ़ रही है. इसमें भारत की नई नीति और रणनीति काफी सहायक रही है.
उन्होंने कहा कि साल 2014 के बाद भारत ने अपनी रणनीति बदली है, इसलिए 21वीं सदी के तीसरे दशक में भारत में युवाओं को रोजगार और स्वरोजगार के ऐसे अवसर दे रहा है, जिसकी पहले कल्पना भी नहीं की जा सकती थी. आज युवाओं के सामने ऐसे अवसर खुल गए हैं, जो दस साल पहले तक उपलब्ध नहीं थे. स्टार्टअप इसका सबसे बड़ा उदहारण है. इसे लेकर युवाओं में जबरदस्त उत्साह है और इनसे करीब 40 लाख युवाओं को प्रत्यक्ष और परोक्ष रूप से रोजगार मिला है.