कोलकाता : पश्चिम बंगाल के राज्यपाल जगदीप धनखड़ ने रविवार को कहा कि सरकार में मौजूद लोगों को संवैधानिक संस्थाओं और ड्यूटी पर मौजूद केंद्रीय बलों के लिए सम्मान सुनिश्चित करना चाहिए. उन्होंने कहा कि लोकतंत्र में हिंसा के लिए कोई स्थान नहीं है.
धनखड़ की टिप्पणी राज्य में हुई हिंसा के एक दिन बाद आई है, जहां कूच बिहार जिले में चौथे चरण के मतदान के दौरान पांच लोगों की मौत हो गई. इनमें चार लोगों की मौत CISF जवानों द्वारा की गई गोलीबारी में मारे गए थे.
राज्यपाल ने एक ट्वीट में कहा कि सरकार में शामिल लोगों को स्टेटमैनशिप दिखानी चाहिए और उन्हें संवैधानिक संस्थानों के साथ सीएपीएफ के लिए सम्मान सुनिश्चित करना चाहिए.
इससे पहले बंगाल की सीएम ममता बनर्जी ने इस घटना को नरसिंहार बताते हुए कहा कि यह घटना भाजपा द्वारा मतदातों को डराने के लिए बनाई गई एक साजिश का हिस्सी थी.
ममता के इस बयान पर जवाब देते हुए केंद्रीय गृह मंत्री अमित शाह ने आरोप लगाया कि ममता बनर्जी ने लोगों को केंद्रीय बलों के घिराव करने की सलाह दी और लोगों को सीआईएसएफ कर्मियों पर हमला करने के लिए उकसाया.
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धनखड़ ने कहा कि लोकतंत्र में हिंसा के लिए कोई स्थान नहीं है. उन्होंने कहा कि हमें लोकतंत्र में एकजुटता रहना चाहिए और हिंसा को रोकना चाहिए. लोकतंत्र में कोई जगह नहीं है. हिंसा से केवल पीड़ा होती है.