सोनमर्ग : जम्मू-कश्मीर को लद्दाख से जोड़ने वाले श्रीनगर-लेह नेशनल हाईवे पर बन रहीं जेड मोड़ टनल और जोजिला सुरंग को निर्धारित समय से पहले तैयार कर लिया जाएगा. सामरिक और नागरिक जरूरतों के लिहाज से बेहद महत्वपूर्ण इन परियोजनाओं पर तेजी से काम चल रहा है. निर्माण एजेंसी नेशनल हाईवे इंफ्रास्ट्रक्चर डेवलपमेंट कारपोरेशन लिमिटेड (एनएचआईडीसीएल) के कार्यकारी निदेशक ब्रिगेडियर गुरजीत सिंह कांबो ने कहा कि 14.15 किलोमीटर लंबी जोजिला सुरंग एशिया में सबसे लंबी टनल है.
बता दें कि, आज केंद्रीय सड़क परिवहन मंत्री नितिन गडकरी ने जोजिला और जेड-मोड़ टनल का निरीक्षण किया है. उन्होंने सुरंग के निर्माण कार्य पर संतुष्टि जाहिर की.
ब्रिगेडियर गुरजीत सिंह कांबो ने बताया कि 2300 करोड़ की लागत से बन रही 6.5 किलोमीटर लंबी जेड मोड़ टनल की एस्केप टनल के दोनों सिरे जून में मिल गए थे, जबकि मुख्य टनल की खोदाई का काम 24 सितंबर को पूरा कर लिया गया. यहां सुरंगों के निर्माण की तेज रफ्तार है. रोजाना 30 से 40 मीटर तक खोदाई की जा रही है.
13 किलोमीटर से अधिक लंबी जोजिला सुरंग, जो 11,500 फीट से अधिक की ऊंचाई पर बनी एशिया की सबसे लंबी द्वि-दिशात्मक सुरंग है, पूरे वर्ष लेह को श्रीनगर से जोड़ेगी. दोनों शहरों के बीच मौजूदा राजमार्ग 5-6 महीने के लिए बंद है.
सर्दी के सीजन में पहली बार खुला रहेगा सोनमर्ग
लेह-श्रीनगर हाईवे पर स्थित सोनमर्ग को आगामी सर्दियों में पहली बार यातायात के लिए खुला रखा जाएगा. एनएचआईडीसीएल के अनुसार जेड मोड़ टनल की खोदाई हो चुकी है. जरूरत पड़ने पर सोनमार्ग तक के यातायात को पहली बार सर्दियों में भी खुला रखा जाएगा.
22,500 करोड़ के काम जारी
कांबो ने कहा कि पिछले छह वर्ष में निगम ने 6500 करोड़ के काम पूरे किए हैं. वर्तमान में 22500 करोड़ की निर्माण परियोजनाएं चल रही हैं, जिन्हें निर्धारित समय पर या समय से पहले पूरा करने का प्रयास किया जा रहा है.
गडकरी का जोजिला और जेड-मोड़ सुरंगों का दौरा
केंद्रीय सड़क परिवहन और राजमार्ग मंत्री नितिन गडकरी ने मंगलवार को जोजिला और जेड-मोड़ सुरंगों के काम की समीक्षा और निरीक्षण किया. उन्होंने नीलग्राथ में सुरंग 1 और सुरंग 2 की प्रगति की समीक्षा भी की. उन्होंने कार्य की गति को देखते हुए वक्त पर परियोजना संपन्न होने की उम्मीद जताई है. उन्होंने दिसम्बर 2024 तक परियोजना का कार्य संपन्न करने का निर्देश दिया है.
गडकरी ने जोजिला सुरंग के निर्माण कार्य पर संतुष्टि जाहिर कर कहा कि सुरंग पर काम तेजी से जारी है. सुरंग में अंतरराष्ट्रीय स्तर की अग्निशमन सेवा, सुरंग में टेलिफोन सेवा, प्रकाश व्यवस्था, सीसीटीवी कैमरे लगेंगे. केंद्रीय नियंत्रण कक्ष के साथ यातायात नियंत्रण प्रणाली भी यहां होगी.
उन्होंने कहा कि जम्मू कश्मीर के सामाजिक-आर्थिक विकास के लिए छह परियोजनाएं अत्यंत महत्वपूर्ण हैं. जब भारतीय जनता पार्टी सत्ता में आई, तब राष्ट्रीय राजमार्ग की लंबाई 1695 में 969 किमी जोड़कर 2664 किमी तक कराई गई.
जेड-मोड़ सुरंग
श्रीनगर और सोनमर्ग शहर के बीच सभी मौसम में संपर्क स्थापित करने के लिए जेड-मोड़ सुरंग नाम से एक और सुरंग पर काम भी तेज गति से चल रहा है. 6.5 किलोमीटर लंबी जेड-मोड़ सुरंग 2,300 करोड़ रुपये की लागत से बन रही है और इसमें 5.5 किलोमीटर लंबी एप्रोच रोड है. नेशनल हाईवे इंफ्रास्ट्रक्चर डेवलपमेंट कारपोरेशन लिमिटेड (एनएचआईडीसीएल) के कार्यकारी निदेशक ब्रिगेडियर गुरजीत सिंह कांबो ने बताया कि इस दो अलग-अलग छोर से इस सुरंग के दो खंड खोदे जा रहे हैं.
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कांबो ने बताया कि एक बार जेड-मोड़ सुरंग पूरी हो जाने से सोनमर्ग शहर के निवासी जो कड़ाके के सर्दी में देश के बाकी हिस्सों से कट जाते थे, वे शहर में रह सकेंगे. उन्होंने कहा कि जेड-मोड़ सुरंग को पूरा करने की लक्ष्य तिथि दिसंबर 2023 है, लेकिन एनएचआईडीसीएल ने इसे दिसंबर 2022 तक पूरा करने की योजना बनाई है. एनएचआईडीसीएल सीमित यातायात आवाजाही के लिए जेड-मोड़ सुरंग खोलने की भी योजना बना रहा है, जबकि सुरंग पर अन्य निर्माण कार्य पूरा हो रहा है.