लखनऊ : उत्तर प्रदेश के कानपुर जिले में सीनियर आईएएस अफसर इफ्तिखारुद्दीन का एक वीडियो वायरल हो रहा है, जिसमें बताया जा रहा है कि वह सरकारी आवास में बैठकर मुस्लिम समाज के लोगों को बुलाकर धर्म परिवर्तन का पाठ पढ़ा रहे हैं. इस मामले में इत्तेहाद उलेमा-ए-हिन्द देवबंद के राष्ट्रीय अध्यक्ष कारी मुस्तफा देहलवी ने आईएएस इफ्तिखारुद्दीन का समर्थन किया है. वहीं बीजेपी ने आईएएस अधिकारी पर धार्मिक कट्टरता फैलाने का आरोप लगाया है.
आईएएस इफ्तिखारुद्दीन के इस वायरल वीडियो मामले में देवबंद इत्तेहाद उलेमा-ए-हिन्द के राष्ट्रीय अध्यक्ष मौलाना कारी मुस्तफा देहलवी का एक वीडियो बयान सामने आया है. अपने बयान में मौलाना कारी मुस्तफा देहलवी कह रहे हैं कि आईएएस इफ्तिखारुद्दीन एक मुसलमान होने के नाते मुस्लिम लोगों से अपने धर्म के बारे में बात कर रहे हैं. उन्हें अमन का पैगाम दे रहे हैं.
कारी मुस्तफा देहलवी का कहना है कि उन्होंने खुद कई धर्मों के बड़े अधिकारियों को अपने धर्म के संबंध में बात करते हुए देखा है. इसमें कुछ भी गलत नहीं है. वहीं मौलाना कारी मुस्तफा देहलवी का ये भी कहना है कि इस्लाम में जबरन धर्म परिवर्तन करवाना सबसे बड़ा गुनाह है.
इस वीडियो को आधार बनाकर इफ्तिखारुद्दीन पर धर्म परिवर्तन कराने का आरोप लग रहा है. आरोप है कि सरकारी आवास में बैठकर मुस्लिम समाज के लोगों को बुलाकर धर्म परिवर्तन का पाठ पढ़ाया जा रहा है.
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आईएएस इफ्तिखारुद्दीन के इस वायरल वीडियो पर देवबंद में इत्तेहाद उलेमा-ए-हिन्द के राष्ट्रीय अध्यक्ष मौलाना कारी मुस्तफा देहलवी का एक वीडियो बयान सामने आया है. मामले में मौलाना कारी मुस्तफा देहलवी का कहना है कि आईएएस इफ्तिखारुद्दीन एक मुसलमान होने के नाते मुस्लिम लोगों से धर्म को लेकर बस बातचीत कर रहे हैं और उन्हें अमन का पैगाम दे रहे हैं. इसमें कुछ गलत नहीं है.