हैदराबाद : अंतरराष्ट्रीय योग दिवस की 25 दिवसीय उलटी गिनती शुरू होने के मौके पर शुक्रवार को हैदराबाद में आयोजित योग उत्सव में विभिन्न वर्गों के हजारों लोगों ने हिस्सा लिया. यह कार्यक्रम आयुष मंत्रालय द्वारा तेलंगाना सरकार के समर्थन से आयोजित किया गया. इसमें कहा गया है कि इस कार्यक्रम का उद्देश्य योग के विभिन्न आयामों और मानव जीवन को समृद्ध बनाने की इसकी क्षमता के बारे में जागरूकता पैदा करना था. इस अवसर पर तेलंगाना की राज्यपाल डॉ तमिलिसाई सुंदरराजन बतौर मुख्य अतिथि उपस्थित थीं.
आयुष मंत्रालय के मुताबिक, केंद्रीय आयुष, बंदरगाह, जहाजरानी और जलमार्ग मंत्री, सर्बानंद सोनोवाल, पर्यटन और संस्कृति मंत्री जी किशन रेड्डी भी इस कार्यक्रम में शामिल हुए थे. मंत्रालय के तहत मोरारजी देसाई राष्ट्रीय योग संस्थान (MDNIY) द्वारा आयोजित इस कार्यक्रम में 10,000 से अधिक लोगों ने सामान्य योग प्रोटोकॉल (CYP) का प्रदर्शन किया. इस अवसर पर सोनोवाल ने कहा, 'हमें योग को अपने जीवन का हिस्सा बनाकर अपनी समृद्ध विरासत का जश्न मनाना चाहिए. यह हमारे स्वास्थ्य और दिमाग को समृद्ध करता है.'
उन्होंने कहा कि शुक्रवार के आयोजन की सफलता से मैसूर में 21 जून को होने वाले आठवें अंतरराष्ट्रीय योग दिवस को और गति मिलेगी, जहां प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी विस्तृत समारोह का नेतृत्व करेंगे. मंत्री ने कहा कि इस आयोजन के पीछे लोगों को योग के लिए प्रोत्साहित करना है ताकि वे अपने जीवन स्तर को समृद्ध कर सकें. सोनोवाल ने 'गार्जियन रिंग' की भी घोषणा की, जिसके तहत दुनिया भर में होने वाले योग समारोह योग दिवस पर प्रसारित किए जाएंगे. हर साल, विदेशों में भारतीय मिशन अंतरराष्ट्रीय योग दिवस पर कार्यक्रमों का आयोजन करते हैं.
सोनोवाल ने कहा, 'जैसे ही सूरज उगेगा, अन्य देशों से स्ट्रीमिंग शुरू की जाएगी। डीडी इंडिया चैनल पर इसका सीधा प्रसारण किया जाएगा. 'द गार्जियन रिंग' एक धरती, एक सूर्य (वन सन, वन अर्थ) अवधारणा को रेखांकित करती है और योग की एकीकरण शक्ति को प्रदर्शित करती है.' मंत्री ने कहा कि 'रन-अप' कार्यक्रमों के हिस्से के रूप में, लगभग 25 करोड़ लोग आजादी का अमृत महोत्सव के हिस्से के रूप में भारत भर में 75 मशहूर स्थानों पर इन योग उत्सवों में शामिल होंगे.
योग उत्सव का आयोजन पांच पुरातात्विक स्थलों राखीगरी (हरियाणा), हस्तिनापुर (उत्तर प्रदेश), शिवसागर (असम), धोलावीरा (गुजरात) और आदिचनल्लूर (तमिलनाडु) में किया जाएगा. बयान में कहा गया है कि सभी लोगों को इस आंदोलन के दायरे में लाने के लिए आयुष मंत्रालय देश भर की सभी ग्राम पंचायतों के साथ जुड़ने की योजना बना रहा है.