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अंतरराष्ट्रीय खदान जागरूकता दिवस 2021 : जानें थीम, इतिहास और महत्व - लैंडमाइंस

8 दिसंबर 2005 को, यूएन जनरल असेंबली ने घोषणा की थी कि हर साल 4 अप्रैल को 'अंतरराष्ट्रीय खदान जागरूकता' और 'खदान कार्य सहायता दिवस' के रूप में मनाया जाएगा. जानिए, हर साल खदान जागरूकता दिवस क्यों मनाया जाता है और 2021 में क्या थीम रखा गया है.

अंतरराष्ट्रीय खदान जागरूकता दिवस 2021
अंतरराष्ट्रीय खदान जागरूकता दिवस 2021
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Published : Apr 4, 2021, 6:38 PM IST

हैदराबाद : 8 दिसंबर 2005 को, जनरल असेंबली ने घोषणा की थी कि हर साल 4 अप्रैल को 'अंतरराष्ट्रीय खदान जागरूकता' और 'खदान कार्य सहायता दिवस' के रूप में मनाया जाएगा. अंतरराष्ट्रीय खदान जागरूकता दिवस (आईएमएडी) लैंडमाइंस से जो खतरे पैदा होते हैं, उनसे सुरक्षा प्रदान करना, स्वास्थ्य से संबंधित समस्याओं के बारे में आवश्यक जानकारी प्रदान करना और जागरूकता फैलाने के उद्देश्य से यह दिवस मनाया जाता है.

अंतरराष्ट्रीय खदान जागरूकता दिवस 2021

खदान कार्य में बारूदी सुरंगों और विस्फोटक साम्रगी को हटाने और खतरनाक बारूदी सुरंग वाले क्षेत्रों को चिह्नित करने के लिए 2021 में चुनौतियों के लिए दृढ़ता की आवश्यकता होगी. खदान जागरूकता दिवस 2021 की थीम और महत्व काफी महत्वपूर्ण है. खदान जागरूकता दिवस 2021 की थीम 'दृढ़ता, भागीदारी और प्रगति' है.

भूमि खदान (लैंडमाइंस) और दुर्घटनाएं

  • जानकारी के मुताबिक हर घंटे लैंडमाइंस की वजह से लोग जान गंवाते हैं या लैंडमाइंस पर कदम पड़ जाने से उनके अंग क्षतिग्रस्त हो जाते हैं. इनमें से ज्यादातर पीड़ित वो नागरिक हैं जो शांतिपूर्वक अपने देशों में रह रहे हैं.
  • खदान प्रतिबंध संधि के दो दशक : एंटी-पर्सनल माइंस के उपयोग, भारी मात्रा में संचय, उत्पादन और हस्तांतरण पर प्रतिबंध लगाने के लिए एक वैश्विक समझौता हुआ था. लेकिन फिर भी कुछ देश अब भी समझौते पर लापरवाही बरत रहे हैं और ऐसे विस्फोटक हथियार बना रहे हैं. 1997 में हस्ताक्षर के लिए 'एंटी-पर्सनल माइन बैन कन्वेंशन' खोला गया, जिसमें 164 देशों ने हस्ताक्षर किया था. समझौते पर सहमति जताने वाले 164 देशों में से कुछ देश अब भी भारी मात्रा में इसका संचय कर रहे हैं.

लैंडमाइन मॉनिटर की रिपोर्ट

  • 2019 में खदानों से कम से कम 5,554 दुर्घटनाएं दर्ज की गईं. ईआरडब्ल्यू के मुताबिक 2,170 लोगों की मृत्यु दर्ज की गई. 3,357 लोग घायल हुए और 27 दुर्घटनाओं की संख्या अज्ञात बताई गई.
  • हालांकि, 2019 में लैंडमाइन से हुई कुल दर्ज की गई घटनाएं 2018 में दर्ज की गई दुर्घटनाओं से कम हैं. ईआरडब्ल्यू के मुताबिक 2018 में लैंडमाइन से होने वाली दुर्घटनाओं की संख्या 6,897 दर्ज की गई थी. ईआरडब्ल्यू का कहना है कि 2013 में दर्ज की गई दुर्घटनाओं का यह 60 प्रतिशत है. 2013 में सबसे कम 3,457 दुर्घटनाएं दर्ज की गई थी.
  • लैंडमाइन से होने वाली 100 से अधिक दुर्घटनाएं क्रमश: अफगानिस्तान, कोलंबिया, इराक, माली, नाइजीरिया, यूक्रेन और यमन देश में दर्ज की गई.
  • 2019 में, लैंडमाइन से होने वाली दुर्घटनाओं में ज्ञात उम्र के मुताबिक बच्चों का आंकड़ा 43 प्रतिशत था.
  • 2019 में, लैंडमाइन से होने वाली दुर्घटनाओं में ज्ञात लिंग के मुताबिक पुरुष और लड़कों का आंकड़ा 85 प्रतिशत था.

लैंडमाइन (बारूदी सुरंग) बनाने वाले देश

12 ऐसे देशों को चिन्हित किया गया है जो समझौते का उलंघन करते हुए लैंडमाइन (बारूदी सुरंग) बना रहे हैं. चीन, क्यूबा, ​​भारत, ईरान, म्यांमार, उत्तर कोरिया, पाकिस्तान, रूस, सिंगापुर, दक्षिण कोरिया, अमेरिका और वियतनाम लैंडमाइन (बारूदी सुरंग) बनाने वाले देशों में शामिल हैं.

माइन एक्शन के लिए समर्थन

दानकर्ताओं ने और प्रभावित देशों ने लगभग यूएस $650 मिलियन डालर का योगदान दिया. खदान कार्य के लिए संयुक्त रूप से अंतरराष्ट्रीय और राष्ट्रीय समर्थन में 7 मिलियन का योगदान दिया गया. यह 2018 की तुलना में $48.8 मिलियन कम है.

पढ़ें : लैंगिक समानता सूचकांक में क्यों नीचे आया भारत ?

क्लियरेंस

आंकड़ों के मुताबिक 2019 में कम से कम 156 किलोमीटर भूमि बारूदी सुरंगों से साफ (सुरक्षित) कर दिया गया. 2019 में 123,000 से ज्यादा एंटी-पर्सनल माइंस को नष्ट कर दिया गया. जबकि 2018 में 146 किलोमीटर भूमि लैंडमाइन से सुरक्षित की गई और 98,000 लैंडमाइन को नष्ट कर दिया गया.

स्टॉकपाइल डिस्ट्रक्शन और खदान से मुक्ति

खदान प्रतिबंध संधि के अंतर्गत कई देशों ने 55 मिलियन संचित एंटी-पर्सनल माइंस को नष्ट कर दिया, जिसमें 2019 में 269,000 संचित एंटी-पर्सनल माइंस को नष्ट किया गया. तीन देशों में क्रमश: यूक्रेन (3.3 मिलियन), ग्रीस (343,413), और श्रीलंका (62,510) अभी भी लगभग 5 मिलियन एंटी-पर्सनल माइंस नष्ट होना शेष है.

हैदराबाद : 8 दिसंबर 2005 को, जनरल असेंबली ने घोषणा की थी कि हर साल 4 अप्रैल को 'अंतरराष्ट्रीय खदान जागरूकता' और 'खदान कार्य सहायता दिवस' के रूप में मनाया जाएगा. अंतरराष्ट्रीय खदान जागरूकता दिवस (आईएमएडी) लैंडमाइंस से जो खतरे पैदा होते हैं, उनसे सुरक्षा प्रदान करना, स्वास्थ्य से संबंधित समस्याओं के बारे में आवश्यक जानकारी प्रदान करना और जागरूकता फैलाने के उद्देश्य से यह दिवस मनाया जाता है.

अंतरराष्ट्रीय खदान जागरूकता दिवस 2021

खदान कार्य में बारूदी सुरंगों और विस्फोटक साम्रगी को हटाने और खतरनाक बारूदी सुरंग वाले क्षेत्रों को चिह्नित करने के लिए 2021 में चुनौतियों के लिए दृढ़ता की आवश्यकता होगी. खदान जागरूकता दिवस 2021 की थीम और महत्व काफी महत्वपूर्ण है. खदान जागरूकता दिवस 2021 की थीम 'दृढ़ता, भागीदारी और प्रगति' है.

भूमि खदान (लैंडमाइंस) और दुर्घटनाएं

  • जानकारी के मुताबिक हर घंटे लैंडमाइंस की वजह से लोग जान गंवाते हैं या लैंडमाइंस पर कदम पड़ जाने से उनके अंग क्षतिग्रस्त हो जाते हैं. इनमें से ज्यादातर पीड़ित वो नागरिक हैं जो शांतिपूर्वक अपने देशों में रह रहे हैं.
  • खदान प्रतिबंध संधि के दो दशक : एंटी-पर्सनल माइंस के उपयोग, भारी मात्रा में संचय, उत्पादन और हस्तांतरण पर प्रतिबंध लगाने के लिए एक वैश्विक समझौता हुआ था. लेकिन फिर भी कुछ देश अब भी समझौते पर लापरवाही बरत रहे हैं और ऐसे विस्फोटक हथियार बना रहे हैं. 1997 में हस्ताक्षर के लिए 'एंटी-पर्सनल माइन बैन कन्वेंशन' खोला गया, जिसमें 164 देशों ने हस्ताक्षर किया था. समझौते पर सहमति जताने वाले 164 देशों में से कुछ देश अब भी भारी मात्रा में इसका संचय कर रहे हैं.

लैंडमाइन मॉनिटर की रिपोर्ट

  • 2019 में खदानों से कम से कम 5,554 दुर्घटनाएं दर्ज की गईं. ईआरडब्ल्यू के मुताबिक 2,170 लोगों की मृत्यु दर्ज की गई. 3,357 लोग घायल हुए और 27 दुर्घटनाओं की संख्या अज्ञात बताई गई.
  • हालांकि, 2019 में लैंडमाइन से हुई कुल दर्ज की गई घटनाएं 2018 में दर्ज की गई दुर्घटनाओं से कम हैं. ईआरडब्ल्यू के मुताबिक 2018 में लैंडमाइन से होने वाली दुर्घटनाओं की संख्या 6,897 दर्ज की गई थी. ईआरडब्ल्यू का कहना है कि 2013 में दर्ज की गई दुर्घटनाओं का यह 60 प्रतिशत है. 2013 में सबसे कम 3,457 दुर्घटनाएं दर्ज की गई थी.
  • लैंडमाइन से होने वाली 100 से अधिक दुर्घटनाएं क्रमश: अफगानिस्तान, कोलंबिया, इराक, माली, नाइजीरिया, यूक्रेन और यमन देश में दर्ज की गई.
  • 2019 में, लैंडमाइन से होने वाली दुर्घटनाओं में ज्ञात उम्र के मुताबिक बच्चों का आंकड़ा 43 प्रतिशत था.
  • 2019 में, लैंडमाइन से होने वाली दुर्घटनाओं में ज्ञात लिंग के मुताबिक पुरुष और लड़कों का आंकड़ा 85 प्रतिशत था.

लैंडमाइन (बारूदी सुरंग) बनाने वाले देश

12 ऐसे देशों को चिन्हित किया गया है जो समझौते का उलंघन करते हुए लैंडमाइन (बारूदी सुरंग) बना रहे हैं. चीन, क्यूबा, ​​भारत, ईरान, म्यांमार, उत्तर कोरिया, पाकिस्तान, रूस, सिंगापुर, दक्षिण कोरिया, अमेरिका और वियतनाम लैंडमाइन (बारूदी सुरंग) बनाने वाले देशों में शामिल हैं.

माइन एक्शन के लिए समर्थन

दानकर्ताओं ने और प्रभावित देशों ने लगभग यूएस $650 मिलियन डालर का योगदान दिया. खदान कार्य के लिए संयुक्त रूप से अंतरराष्ट्रीय और राष्ट्रीय समर्थन में 7 मिलियन का योगदान दिया गया. यह 2018 की तुलना में $48.8 मिलियन कम है.

पढ़ें : लैंगिक समानता सूचकांक में क्यों नीचे आया भारत ?

क्लियरेंस

आंकड़ों के मुताबिक 2019 में कम से कम 156 किलोमीटर भूमि बारूदी सुरंगों से साफ (सुरक्षित) कर दिया गया. 2019 में 123,000 से ज्यादा एंटी-पर्सनल माइंस को नष्ट कर दिया गया. जबकि 2018 में 146 किलोमीटर भूमि लैंडमाइन से सुरक्षित की गई और 98,000 लैंडमाइन को नष्ट कर दिया गया.

स्टॉकपाइल डिस्ट्रक्शन और खदान से मुक्ति

खदान प्रतिबंध संधि के अंतर्गत कई देशों ने 55 मिलियन संचित एंटी-पर्सनल माइंस को नष्ट कर दिया, जिसमें 2019 में 269,000 संचित एंटी-पर्सनल माइंस को नष्ट किया गया. तीन देशों में क्रमश: यूक्रेन (3.3 मिलियन), ग्रीस (343,413), और श्रीलंका (62,510) अभी भी लगभग 5 मिलियन एंटी-पर्सनल माइंस नष्ट होना शेष है.

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