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विक्रांत पोत मामला: किरीट सोमैया ने भाजपा के पास जमा किए पैसे, संजय राउत का दावा

शिवसेना सांसद संजय राउत के अनुसार भारतीय जनता पार्टी (भाजपा) के नेता किरीट सोमैया ने कहा है कि ‘सेव आईएनएस विक्रांत’ अभियान के दौरान एकत्र धन उन्होंने अपनी पार्टी के पास जमा किया, इसलिए सरकार को यह तय करना होगा कि क्या उस पार्टी को घोटाले में सह-आरोपी बनाया जाना चाहिए?

राउत vs सोमैया
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Published : Apr 12, 2022, 8:50 AM IST

Updated : Apr 12, 2022, 9:51 PM IST

मुंबई: शिवसेना सांसद संजय राउत ने सोमवार को दावा किया कि भारतीय जनता पार्टी (भाजपा) के नेता किरीट सोमैया ने कहा है कि ‘सेव आईएनएस विक्रांत’ अभियान के दौरान एकत्र धन उन्होंने अपनी पार्टी के पास जमा किया, इसलिए सरकार को यह तय करना होगा कि क्या उस पार्टी को घोटाले में सह-आरोपी बनाया जाना चाहिए? राउत ने संवाददाताओं से कहा कि सोमैया और उनके बेटे नील ‘‘निश्चित तौर पर जेल जाएंगे. हालांकि सोमैया ने सेवामुक्त किए गए नौसैनिक विमानवाहक पोत के संरक्षण के लिए एकत्र धन के दुरुपयोग के आरोपों से इनकार किया है. इस पोत को नवंबर 2014 में कबाड़ में बदल दिया गया था. शिवसेना नेता ने यह भी दावा किया कि सोमैया भाजपा शासित राज्य गुजरात या गोवा में छिपे हुए हैं.

राउत की यह टिप्पणी सोमैया की ओर से पेश हुए वरिष्ठ वकील अशोक मुंदरगी द्वारा यहां एक अदालत के समक्ष दलील देने के बाद आई है कि ‘सेव विक्रांत’ अभियान न केवल भाजपा द्वारा बल्कि कांग्रेस और शिवसेना ने भी शुरू किया था, जो अब राज्य के सत्तारूढ़ गठबंधन में सहयोगी हैं. वरिष्ठ वकील ने दलील दी कि सेवामुक्त किए गए युद्धपोत के संरक्षण के लिए अभियान उस राजनीतिक दल द्वारा शुरू किया गया था जिससे आरोपी (सोमैया) संबंधित है. इसलिए एकत्र किए गए धन के साथ क्या हुआ वह उसके मुवक्किल की चिंता नहीं थी. सोमैया और उनका बेटा केवल 11,000 रुपये ही जमा कर पाए क्योंकि घर-घर अभियान के दौरान 57 करोड़ रुपये जुटाना लगभग असंभव था.

राउत ने कहा कि मैंने उनके (सोमैया) वकील को यह कहते सुना कि पैसा उनकी पार्टी (भाजपा) में जमा कर दिया गया. आपने विक्रांत के संरक्षण के नाम पर पैसे मांगे. लोगों ने पैसा दिया क्योंकि आपने कहा था कि इसे राजभवन में जमा किया जाएगा लेकिन आपने इसे पार्टी को दे दिया. राउत ने आरोप लगाया कि मैं कहता रहा हूं कि उन्होंने चुनाव के लिए पैसे का इस्तेमाल किया. उन्होंने अपराध किया है. राज्यसभा सांसद ने इस मुद्दे पर भाजपा से स्पष्टीकरण मांगा है.

राउत ने कहा कि वह (सोमैया) अब कह रहे हैं कि उन्होंने पार्टी को पैसा जमा कर दिया है. क्या तब आप 13 साल से सो रहे थे? जब हमने मामला उजागर किया तो अब आप अपनी खाल बचाने के लिए ऐसा कह रहे हैं. क्या सोमैया के साथ भाजपा को भी इस मामले में आरोपी बनाया जाना चाहिए? यह सरकार को फैसला करना होगा.’ उन्होंने कहा कि सोमैया का कृत्य देशद्रोह के समान है. राउत ने कहा कि भाजपा के पास पैसे की रसीद है या नहीं, जुटाए गए कोष का क्या किया और अन्य सवालों के जवाब जांच से पता चलेंगे. राउत ने कहा कि सोमैया ने भाजपा को भी डुबाने की कोशिश की है. वह तो डूबेंगे, भाजपा को भी डुबोएंगे. ऐसे बदमाश किसी के नहीं होते.

उन्होंने कहा कि केंद्र या केंद्रीय गृह मंत्री अमित शाह को खुद इस मामले पर ध्यान देना चाहिए और आईएनएस विक्रांत घोटाले के मुख्य आरोपी (सोमैया) का पता लगाना चाहिए. इससे पहले दिन में राउत ने दावा किया था सोमैया और उनके बेटे नील सोमैया देश से भाग सकते हैं और उनके खिलाफ लुक आउट नोटिस जारी करना चाहिए. राउत सोमैया पर पोत के संरक्षण के नाम पर एकत्र 57 करोड़ रुपये से अधिक की हेराफेरी का आरोप लगाते रहे हैं. मुंबई पुलिस ने पिछले सप्ताह एक पूर्व सैन्यकर्मी की शिकायत के आधार पर सोमैया और उनके बेटे के विरुद्ध धोखाधड़ी का मामला दर्ज किया था. सोमवार को मुंबई की एक अदालत ने मामले में किरीट सोमैया की अग्रिम जमानत याचिका खारिज कर दी. अदालत मंगलवार को नील सोमैया की अग्रिम जमानत याचिका पर आदेश पारित कर सकती है.

पढ़ें-Raut vs kirit : संजय राउत आक्रामक, कहा- जेल जाएंगे बाप-बेटे, सेनिटाइज हो रही बैरक

पीटीआई

मुंबई: शिवसेना सांसद संजय राउत ने सोमवार को दावा किया कि भारतीय जनता पार्टी (भाजपा) के नेता किरीट सोमैया ने कहा है कि ‘सेव आईएनएस विक्रांत’ अभियान के दौरान एकत्र धन उन्होंने अपनी पार्टी के पास जमा किया, इसलिए सरकार को यह तय करना होगा कि क्या उस पार्टी को घोटाले में सह-आरोपी बनाया जाना चाहिए? राउत ने संवाददाताओं से कहा कि सोमैया और उनके बेटे नील ‘‘निश्चित तौर पर जेल जाएंगे. हालांकि सोमैया ने सेवामुक्त किए गए नौसैनिक विमानवाहक पोत के संरक्षण के लिए एकत्र धन के दुरुपयोग के आरोपों से इनकार किया है. इस पोत को नवंबर 2014 में कबाड़ में बदल दिया गया था. शिवसेना नेता ने यह भी दावा किया कि सोमैया भाजपा शासित राज्य गुजरात या गोवा में छिपे हुए हैं.

राउत की यह टिप्पणी सोमैया की ओर से पेश हुए वरिष्ठ वकील अशोक मुंदरगी द्वारा यहां एक अदालत के समक्ष दलील देने के बाद आई है कि ‘सेव विक्रांत’ अभियान न केवल भाजपा द्वारा बल्कि कांग्रेस और शिवसेना ने भी शुरू किया था, जो अब राज्य के सत्तारूढ़ गठबंधन में सहयोगी हैं. वरिष्ठ वकील ने दलील दी कि सेवामुक्त किए गए युद्धपोत के संरक्षण के लिए अभियान उस राजनीतिक दल द्वारा शुरू किया गया था जिससे आरोपी (सोमैया) संबंधित है. इसलिए एकत्र किए गए धन के साथ क्या हुआ वह उसके मुवक्किल की चिंता नहीं थी. सोमैया और उनका बेटा केवल 11,000 रुपये ही जमा कर पाए क्योंकि घर-घर अभियान के दौरान 57 करोड़ रुपये जुटाना लगभग असंभव था.

राउत ने कहा कि मैंने उनके (सोमैया) वकील को यह कहते सुना कि पैसा उनकी पार्टी (भाजपा) में जमा कर दिया गया. आपने विक्रांत के संरक्षण के नाम पर पैसे मांगे. लोगों ने पैसा दिया क्योंकि आपने कहा था कि इसे राजभवन में जमा किया जाएगा लेकिन आपने इसे पार्टी को दे दिया. राउत ने आरोप लगाया कि मैं कहता रहा हूं कि उन्होंने चुनाव के लिए पैसे का इस्तेमाल किया. उन्होंने अपराध किया है. राज्यसभा सांसद ने इस मुद्दे पर भाजपा से स्पष्टीकरण मांगा है.

राउत ने कहा कि वह (सोमैया) अब कह रहे हैं कि उन्होंने पार्टी को पैसा जमा कर दिया है. क्या तब आप 13 साल से सो रहे थे? जब हमने मामला उजागर किया तो अब आप अपनी खाल बचाने के लिए ऐसा कह रहे हैं. क्या सोमैया के साथ भाजपा को भी इस मामले में आरोपी बनाया जाना चाहिए? यह सरकार को फैसला करना होगा.’ उन्होंने कहा कि सोमैया का कृत्य देशद्रोह के समान है. राउत ने कहा कि भाजपा के पास पैसे की रसीद है या नहीं, जुटाए गए कोष का क्या किया और अन्य सवालों के जवाब जांच से पता चलेंगे. राउत ने कहा कि सोमैया ने भाजपा को भी डुबाने की कोशिश की है. वह तो डूबेंगे, भाजपा को भी डुबोएंगे. ऐसे बदमाश किसी के नहीं होते.

उन्होंने कहा कि केंद्र या केंद्रीय गृह मंत्री अमित शाह को खुद इस मामले पर ध्यान देना चाहिए और आईएनएस विक्रांत घोटाले के मुख्य आरोपी (सोमैया) का पता लगाना चाहिए. इससे पहले दिन में राउत ने दावा किया था सोमैया और उनके बेटे नील सोमैया देश से भाग सकते हैं और उनके खिलाफ लुक आउट नोटिस जारी करना चाहिए. राउत सोमैया पर पोत के संरक्षण के नाम पर एकत्र 57 करोड़ रुपये से अधिक की हेराफेरी का आरोप लगाते रहे हैं. मुंबई पुलिस ने पिछले सप्ताह एक पूर्व सैन्यकर्मी की शिकायत के आधार पर सोमैया और उनके बेटे के विरुद्ध धोखाधड़ी का मामला दर्ज किया था. सोमवार को मुंबई की एक अदालत ने मामले में किरीट सोमैया की अग्रिम जमानत याचिका खारिज कर दी. अदालत मंगलवार को नील सोमैया की अग्रिम जमानत याचिका पर आदेश पारित कर सकती है.

पढ़ें-Raut vs kirit : संजय राउत आक्रामक, कहा- जेल जाएंगे बाप-बेटे, सेनिटाइज हो रही बैरक

पीटीआई

Last Updated : Apr 12, 2022, 9:51 PM IST
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