इंदौर। रैगिंग के मामले में संयोगितागंज पुलिस लगातार जांच में जुटी है. पुलिस ने कुछ जूनियर छात्रों से मोबाइल फोन पर चर्चा की. इसके अलावा तीन छात्र पुलिस के समक्ष उपस्थित हुए. उन्होंने पुलिस को बताया कि एडमिशन के बाद से लगातार सीनियर उन्हें कई प्रकार से प्रताड़ित करते थे. सीनियर छात्र उन्हें लड़कियों पर अश्लील कमेंट करने के लिए दबाव बनाते थे. ऐसा नहीं करने पर हम लोगों से एक- दूसरे के गाल पर थप्पड़ मारने को कहते थे.
कॉलेज छोड़ने की तैयारी करने लगे थे जूनियर्स : आपस में एक- दूसरे को थप्पड़ मारने से इंकार करने पर सीनियर छात्र उन्हें जमकर पीटते थे. उन्होंने कई बार इस बात की जानकारी प्रबंधक को दी. लेकिन किसी तरह का कोई एक्शन नहीं लिया गया. इसके बाद उन्होंने पूरे मामले की शिकायत दिल्ली की एंटी रैगिंग कमेटी से की. सीनियर छात्रों की प्रताड़ना से तंग कई बार जूनियर छात्रों ने कॉलेज छोड़ने की बात भी की. लेकिन परिजनों के दबाव में उन्होंने कॉलेज नहीं छोड़ा. इसके बाद उन्होंने अपने परिजनों को भी इस पूरे मामले की जानकारी दी थी. एंटी रैगिंग कमेटी को जूनियर छात्रों ने एविडेंस भी उपलब्ध करवाए. इसी के आधार पर पुलिस ने एफआईआर दर्ज की.
पूरे बयान होने के बाद आगे की कार्रवाई होगी : पुलिस का कहना है कि कुछ सीनियर छात्रों को चिह्नित कर लिया गया है. अब उनके नामजद रिपोर्ट की जाएगी और उसके बाद उनकी गिरफ्तारी होगी. पुलिस का कहना है कि कुछ और जूनियर छात्र पुलिस को बयान दे सकते हैं. बता दें पुलिस ने अभी तक 100 से अधिक छात्रों से फोन पर रैगिंग के संबंध में बातचीत की है. एसीपी इंदौर बीएस तोमर का कहना है कि अभी छात्रों के बयान लिए जा रहे हैं और सभी बिंदुओं पर जांच चल रही है. (Seniors pressurized make obscene comments) (Junior students beaten up for not obeying)