नई दिल्ली : टोक्यो ओलंपिक (Tokyo Olympic) में भागीदार को लेकर तस्वीर स्पष्ट नहीं होने से भारत के टेनिस खिलाड़ी (indian tennis players) पात्रता के मानदंडों को लेकर असमंजस में हैं, क्योंकि उनसे निचली रैकिंग वाले खिलाड़ियों की भागीदारी की पुष्टि हो गई है, जबकि उन्हें पता नहीं है कि कट आफ सीमा क्या होगी .
रोहन बोपन्ना और दिविज शरण की संयुक्त रैंकिंग 14 जून की समय सीमा पर 113 थी, लेकिन वे कट में प्रवेश नहीं कर सके. कई खिलाड़ियों के नाम वापिस लेने से रिक्त हुए स्थान अगले दावेदार खिलाड़ियों को दिये गए हैं.
पूर्व में कट में प्रवेश नहीं कर सके कई खिलाड़ियों ने ओलंपिक खेलने की पुष्टि की है, जबकि आईटीएफ ने कट आफ मार्क की आधिकारिक घोषणा नहीं की है.
बोपन्ना ने बेंगलुरू से मीडिया से कहा ,'सबसे हैरानी की बात यह है कि टोक्यो ओलंपिक के लिये क्वालीफाई करने की समय सीमा निकल चुकी है, लेकिन हमें यह पता नहीं है कि कट आफ रैंकिंग क्या थी.' उन्होंने कहा ,'मैं विम्बलडन के लिये लंदन में था तब मैने एटीपी से पूछा लेकिन उनके पास कोई ठोस जवाब नहीं है.'
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एकल खिलाड़ी प्रजनेश गुणेश्वरन ने कहा ,'मुझे प्रक्रिया के बारे में ज्यादा पता नहीं है . लेकिन मेरा मानना है कि सूची चेक करने का आसान तरीका होना चाहिये . इस पर स्पष्टीकरण की जरूरत है, ताकि खिलाड़ी तैयार हो सकें.'
(पीटीआई-भाषा )