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J&K बडगाम-बारामूला सेक्शन के बीच इलेक्ट्रिक ट्रेन का सफल परीक्षण

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Published : Mar 28, 2022, 1:12 PM IST

Updated : Mar 28, 2022, 2:30 PM IST

भारतीय रेलवे ने जम्मू और कश्मीर में बडगाम-बारामूला सेक्शन के बीच इलेक्ट्रिक ट्रेन का सफल परीक्षण किया है।

इलेक्ट्रिक ट्रेन का सफल परीक्षण
इलेक्ट्रिक ट्रेन का सफल परीक्षण

बडगाम: भारतीय रेलवे ने जम्मू और कश्मीर में बडगाम-बारामूला सेक्शन के बीच इलेक्ट्रिक ट्रेन का सफल परीक्षण किया है. रेल मंत्री अश्विनी वैष्णव ने अपने ट्विटर हैंडल पर उसी का एक वीडियो साझा किया. जम्मू-कश्मीर को एक वैकल्पिक और विश्वसनीय जन परिवहन प्रणाली प्रदान करने के उद्देश्य से भारतीय रेलवे की टेस्टिंग सफल. भारत सरकार ने भारतीय रेलवे नेटवर्क के साथ कश्मीर घाटी में शामिल होने वाली 326 किमी (बाद में 345 किमी को कवर करने के लिए विस्तारित) लंबी रेलवे लाइन की योजना बनाई थी.

जम्मू-उधमपुर-कटरा-काजीगुंड-बारामूला रेल लाइन स्थानीय आबादी और पूरे देश के लिए बहुत महत्वपूर्ण परियोजना है. जिसको भारत सरकार ने "राष्ट्रीय परियोजना" घोषित किया है. नई रेलवे लाइन भारतीय उपमहाद्वीप पर शुरू की गई सबसे कठिन परियोजना है. इसका भूभाग हिमालय से होकर गुजरता है, जो भौगोलिक रूप से किसी अनोखे से कम नही है. आश्चर्य, उच्च विवर्तनिक गतिविधि और अत्यंत ठंडे मौसम की स्थिति से भरे पहाड़ युवा हिमालय का हिस्सा है. 2005 में जम्मू-उधमपुर रेलवे लिंक के पूरा होने से रेल संपर्क में नए युग की शुरुआत हुई.

कश्मीर घाटी में रेल लाइन का निर्माण चरणबद्ध तरीके से किया गया था, जिसमें रेलवे ने अक्टूबर 2008 में अनंतनाग-मजाहोम के बीच, फरवरी 2009 में मजहोम-बारामूला खंड और अक्टूबर 2009 में काजीगुंड-अनंतनाग के बीच शेष 18 किमी लंबे रेल खंडों को चालू किया था. इस प्रकार कश्मीर घाटी की 119 किलोमीटर काजीगुंड-बारामूला रेलवे लाइन को पूरा करना. तब से रेलवे 345 किमी लंबी रेलवे लाइन के शेष भाग को पूरा करने के लिए निरंतर कार्य कर रहा है.

यह भी पढे़े-भोपाल में आहार रेल कोच रेस्टोरेंट लोगों के लिए खुला, हर प्रांत के भोजन का मजा ले सकेंगे यात्री

बडगाम: भारतीय रेलवे ने जम्मू और कश्मीर में बडगाम-बारामूला सेक्शन के बीच इलेक्ट्रिक ट्रेन का सफल परीक्षण किया है. रेल मंत्री अश्विनी वैष्णव ने अपने ट्विटर हैंडल पर उसी का एक वीडियो साझा किया. जम्मू-कश्मीर को एक वैकल्पिक और विश्वसनीय जन परिवहन प्रणाली प्रदान करने के उद्देश्य से भारतीय रेलवे की टेस्टिंग सफल. भारत सरकार ने भारतीय रेलवे नेटवर्क के साथ कश्मीर घाटी में शामिल होने वाली 326 किमी (बाद में 345 किमी को कवर करने के लिए विस्तारित) लंबी रेलवे लाइन की योजना बनाई थी.

जम्मू-उधमपुर-कटरा-काजीगुंड-बारामूला रेल लाइन स्थानीय आबादी और पूरे देश के लिए बहुत महत्वपूर्ण परियोजना है. जिसको भारत सरकार ने "राष्ट्रीय परियोजना" घोषित किया है. नई रेलवे लाइन भारतीय उपमहाद्वीप पर शुरू की गई सबसे कठिन परियोजना है. इसका भूभाग हिमालय से होकर गुजरता है, जो भौगोलिक रूप से किसी अनोखे से कम नही है. आश्चर्य, उच्च विवर्तनिक गतिविधि और अत्यंत ठंडे मौसम की स्थिति से भरे पहाड़ युवा हिमालय का हिस्सा है. 2005 में जम्मू-उधमपुर रेलवे लिंक के पूरा होने से रेल संपर्क में नए युग की शुरुआत हुई.

कश्मीर घाटी में रेल लाइन का निर्माण चरणबद्ध तरीके से किया गया था, जिसमें रेलवे ने अक्टूबर 2008 में अनंतनाग-मजाहोम के बीच, फरवरी 2009 में मजहोम-बारामूला खंड और अक्टूबर 2009 में काजीगुंड-अनंतनाग के बीच शेष 18 किमी लंबे रेल खंडों को चालू किया था. इस प्रकार कश्मीर घाटी की 119 किलोमीटर काजीगुंड-बारामूला रेलवे लाइन को पूरा करना. तब से रेलवे 345 किमी लंबी रेलवे लाइन के शेष भाग को पूरा करने के लिए निरंतर कार्य कर रहा है.

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Last Updated : Mar 28, 2022, 2:30 PM IST
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