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कृषि कानूनों के खिलाफ प्रदर्शन से रेलवे को हुआ करोड़ों का नुकसान - मालगाड़ियों का परिचालन ठप्प

कृषि कानूनों के खिलाफ पंजाब में जमकर विरोध प्रदर्शन हो रहे हैं. इसके चलते यहां पर यात्री ट्रेनों और मालगाड़ियों का परिचालन ठप हो गया. इससे रेलवे को भारी नुकसान उठाना पड़ा है. रेलवे को अब तक 2,220 करोड़ रुपये का नुकसान हुआ है.

रेलवे को हुआ करोड़ों का नुकसान
रेलवे को हुआ करोड़ों का नुकसान
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Published : Nov 20, 2020, 7:28 PM IST

नई दिल्ली : केंद्र सरकार ने हाल में नए कृषि कानूनों को लागू किया था. इसके खिलाफ देशभर में किसान प्रदर्शन कर रहे हैं. पंजाब में कृषि कानूनों को लेकर किसानों द्वारा जमकर विरोध प्रदर्शन किया जा रहा है. किसानों के आंदोलन से रेलवे को भारी नुकसान उठाना पड़ा है.

भारतीय रेलवे को 2,220 करोड़ रुपये का नुकसान उठाना पड़ा है. इसके अलावा रेलवे को 2,352 यात्री ट्रेनों को रद्द करना पड़ा है. रेलवे का परिचालन न होने से समान और आवाजाही पर भी बुरा प्रभाव पड़ रहा है.

रेल मंत्रालय के एक बयान के अनुसार, किसान आंदोलन के चलते पंजाब आने वाली ट्रेनें प्रभावित हो रही हैं. इससे रेलवे को प्रतिदिन औसतन 30 रेक का नुकसान हुआ है. इसी तरह पंजाब से जाने वाली ट्रेनें भी प्रभावित हो रही हैं. जिससे रेलवे को प्रतिदिन 40 रेक का नुकसान उठाना पड़ा.

रेलवे पटरियों पर अवरोधों के कारण कुल 3,850 मालगाड़ियों को लोड नहीं किया जा सका.

यह भी पढ़ें- कोरोना काल में रेलवे ने 1400 करोड़ रुपये कमाने का बनाया प्लान

उत्तरी रेलवे को प्रतिदिन औसतन 14.85 करोड़ रुपये नुकसान उठाना पड़ रहा है. इस हिसाब से पिछले 55 दिनों में उत्तर रेलवे को 825 करोड़ रुपये का नुकसान हो चुका है.

यात्री ट्रेनों का परिचालन रद्द किए जाने से रेलवे को 67 करोड़ रुपये का नुकसान उठना पड़ रहा है. माल रेलगाड़ियों और यात्री ट्रेनों का परिचालन ठप रहने से उत्तरी रेलवे को कुल 891 करोड़ रुपये का नुकसान उठाना पड़ा है.

हालांकि, भारतीय रेलवे ने आंदोलन जारी रहने तक मालगाड़ियों का परिचालन शुरू करने से इनकार कर दिया है.

नई दिल्ली : केंद्र सरकार ने हाल में नए कृषि कानूनों को लागू किया था. इसके खिलाफ देशभर में किसान प्रदर्शन कर रहे हैं. पंजाब में कृषि कानूनों को लेकर किसानों द्वारा जमकर विरोध प्रदर्शन किया जा रहा है. किसानों के आंदोलन से रेलवे को भारी नुकसान उठाना पड़ा है.

भारतीय रेलवे को 2,220 करोड़ रुपये का नुकसान उठाना पड़ा है. इसके अलावा रेलवे को 2,352 यात्री ट्रेनों को रद्द करना पड़ा है. रेलवे का परिचालन न होने से समान और आवाजाही पर भी बुरा प्रभाव पड़ रहा है.

रेल मंत्रालय के एक बयान के अनुसार, किसान आंदोलन के चलते पंजाब आने वाली ट्रेनें प्रभावित हो रही हैं. इससे रेलवे को प्रतिदिन औसतन 30 रेक का नुकसान हुआ है. इसी तरह पंजाब से जाने वाली ट्रेनें भी प्रभावित हो रही हैं. जिससे रेलवे को प्रतिदिन 40 रेक का नुकसान उठाना पड़ा.

रेलवे पटरियों पर अवरोधों के कारण कुल 3,850 मालगाड़ियों को लोड नहीं किया जा सका.

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उत्तरी रेलवे को प्रतिदिन औसतन 14.85 करोड़ रुपये नुकसान उठाना पड़ रहा है. इस हिसाब से पिछले 55 दिनों में उत्तर रेलवे को 825 करोड़ रुपये का नुकसान हो चुका है.

यात्री ट्रेनों का परिचालन रद्द किए जाने से रेलवे को 67 करोड़ रुपये का नुकसान उठना पड़ रहा है. माल रेलगाड़ियों और यात्री ट्रेनों का परिचालन ठप रहने से उत्तरी रेलवे को कुल 891 करोड़ रुपये का नुकसान उठाना पड़ा है.

हालांकि, भारतीय रेलवे ने आंदोलन जारी रहने तक मालगाड़ियों का परिचालन शुरू करने से इनकार कर दिया है.

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