सिंगापुर : सिंगापुर में आग लगने के बाद 38 साल के एक भारतीय नागरिक की मौके पर ही मौत हो गई. साल 2022 में कार्यस्थल पर हताहत होने की यह 46वीं घटना है. द स्ट्रेट्स टाइम्स की खबर के मुताबिक, सिंगापुर सिविल डिफेंस फोर्स (एससीडीएफ) ने कहा कि उसे शुक्रवार सुबह करीब 9.05 बजे सिंगापुर के पश्चिम में स्थित 21 तुआस एवेन्यू 3 में आग लगने की सूचना मिली और पानी के जेट से आग बुझाई गई. चिकित्सकों ने युवक को मृत घोषित कर दिया. मिनिस्ट्री ऑफ मैनपावर (एमओएम) के अनुसार, परिसर में सिलेंडरों से एक ज्वलनशील गैस, एसिटिलीन के अनियंत्रित रिलीज से आग लगी थी.
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द स्ट्रेट्स टाइम्स में प्रकाशित एक बयान में एमओएम ने कहा, ज्वलनशील गैसों वाले गैस सिलेंडरों से निपटने के दौरान ऐसी गैसों के किसी भी संचय को रोकने के साथ-साथ यह सुनिश्चित करने की जरूरत है कि काम का माहौल इग्निशन स्रोतों से मुक्त हो. इसने एशिया टेक्निकल गैस को सभी कार्य गतिविधियों को रोकने का भी निर्देश दिया है. दिसंबर में, एक अन्य 32 वर्षीय भारतीय नागरिक की सिंगापुर में एक नए कार्यकारी संघ के निर्माण स्थल पर एक लॉरी क्रेन के गिरने से मृत्यु हो गई.
2022 की पहली छमाही में, स्लिप, ट्रिप और गिरने से सिंगापुर में कार्यस्थल पर चोटों का प्रमुख कारण पाया गया, 2022 में कार्यस्थल पर 46 मौतें दर्ज की गईं, जो पिछले चार वर्षों में दर्ज की गई सबसे अधिक मौतें हैं. 2021 में कार्यस्थल पर 37 मौतें हुईं थी, 2020 में 30 और 2019 में 39 मौतें हुईं. इस तरह की घटनाओं में वृद्धि के बाद, एमओएम ने सितंबर 2022 में घोषणा की कि कंपनियों को एक अनिवार्य सुरक्षा टाइम-आउट का संचालन करने की आवश्यकता होगी, जिसमें विफल रहने पर उन्हें एक महीने के लिए नए विदेशी कर्मचारियों को नियुक्त करने से रोक दिया जाएगा. एमओएम ने कहा कि 1 जनवरी तक 10 से अधिक कंपनियों को घातक और बड़ी दुर्घटनाओं के कारण नए विदेशी श्रमिकों को रोजगार देने से प्रतिबंधित कर दिया गया है.
(आईएएनएस)