नई दिल्ली : लीसेस्टर और बर्मिंघम में भारतीय समुदाय को निशाना बनाकर हुई हिंसा की घटनाओं के बीच विदेश मंत्रालय ने (MEA on Leicester incidents) गुरुवार को कहा कि भविष्य में ऐसे हमलों को रोकने और दोषियों के खिलाफ कार्रवाई के लिये भारतीय उच्चायोग ब्रिटेन के सम्पर्क में (Indian mission in touch with UK) है. भारतीय उच्चायोग ने सोमवार को एक बयान में कहा था कि उसने इस मुद्दे को पुरजोर तरीके से उठाया है और शहर में सप्ताहांत में झड़पों की खबरों के बाद ब्रिटेन के अधिकारियों से प्रभावित लोगों के लिए सुरक्षा का आह्वान किया है.
वहीं, ब्रिटेन की पुलिस ने एक बयान में कहा था, "हम लीसेस्टर में हिंसा, अव्यवस्था या अराजकता को बर्दाश्त नहीं करेंगे, और हम शांति और बातचीत का आह्वान करना जारी रखेंगे." इन घटनाओं के बारे में पूछे जाने पर विदेश मंत्रालय के प्रवक्ता अरिंदम बागची ने साप्ताहिक प्रेस वार्ता में हिंसा को लेकर भारतीय उच्चायोग के बयान का हवाला दिया. उन्होंने कहा, "हमारा उच्चायोग, ब्रिटिश पक्ष से सम्पर्क में है. हम राजनयिक एवं सुरक्षा अधिकारियों के सम्पर्क में है, ताकि आगे ऐसे हमलों को रोका जा सके और दोषियों के खिलाफ कार्रवाई की जा सके."
बागची ने कहा कि न्यूयार्क में अपने ब्रिटिश समकक्ष जेम्स क्लेवरली के साथ बैठक में विदेश मंत्री एस जयशंकर ने इस मुद्दे को उठाया था. जयशंकर ने वहां भारतीय समुदाय की सुरक्षा को लेकर अपनी चिंताओं से क्लेवरली को अवगत कराया था. ज्ञात हो कि पिछले महीने के अंत में भारत-पाकिस्तान क्रिकेट मैच के मद्देनजर पूर्वी ब्रिटेन के लीसेस्टर शहर में हिंदू और मुस्लिम समूह आपस में भिड़ गए थे. उसके परिणामस्वरूप पिछले कुछ हफ्तों में 47 व्यक्तियों की गिरफ्तारी हुई है और मंगलवार को समुदाय के नेता शहर में एक मस्जिद के बाहर सद्भाव की अपील करने के लिए एकत्र हुए.
(पीटीआई-भाषा)