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Army Chief Tanzania visit : आर्मी चीफ मनोज पांडे तंजानिया की यात्रा पर, रक्षा संबंध मजबूत करने पर रहेगा दोनों देशों का जोर

भारतीय सेना के सेनाध्यक्ष (सीओएएस) जनरल मनोज पांडे रक्षा सहयोग को बढ़ावा देने के लिए 2 से 5 अक्टूबर तक तंजानिया की आधिकारिक यात्रा पर हैं.

Indian Armys Chief
आर्मी चीफ मनोज पांडे
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By ANI

Published : Oct 2, 2023, 7:44 PM IST

नई दिल्ली : रक्षा मंत्रालय ने कहा कि सेना प्रमुख जनरल मनोज पांडे दोनों देशों के बीच रक्षा संबंधों को मजबूत करने के लिए सोमवार को तंजानिया की आधिकारिक यात्रा पर रवाना हुए.

मंत्रालय ने कहा कि सेना प्रमुख की यात्रा दोनों देशों के बीच लंबे समय से चले आ रहे रक्षा संबंधों को मजबूत करने के लिए है. इसमें कहा गया है कि वह तंजानिया के कई गणमान्य व्यक्तियों और वरिष्ठ अधिकारियों के साथ चर्चा और बैठकों में शामिल होंगे.

रक्षा मंत्रालय ने कहा, 'अपनी यात्रा के दौरान, सीओएएस के तंजानिया गणराज्य की राष्ट्रपति महामहिम सामिया सुलुहु हसन से मुलाकात करने की संभावना है.' इसमें कहा गया कि सेना प्रमुख रक्षा मंत्री स्टरगोमेना लॉरेंस टैक्स और रक्षा बल के प्रमुख जनरल जैकब जॉन मकुंडा से भी मुलाकात करेंगे.

इसमें कहा गया है कि सेना प्रमुख ज़ांज़ीबार का भी दौरा करेंगे जहां वह राष्ट्रपति हुसैन अली म्विनी से मुलाकात करेंगे. इसके अलावा 101वीं इन्फैंट्री ब्रिगेड के कमांडर जनरल सैदी हामिसी सैदी के साथ बातचीत का भी कार्यक्रम है.

जनरल मनोज पांडे राष्ट्रीय रक्षा कॉलेज को भी संबोधित करेंगे और मेजर जनरल विल्बर्ट ऑगस्टीन इबुगे कमांडेंट और संकाय के साथ बातचीत करेंगे. इसके अतिरिक्त, यात्रा के दौरान कमांड एंड स्टाफ कॉलेज, डुलुटी के कमांडेंट ब्रिगेडियर जनरल स्टीफन जस्टिस मनकांडे के साथ एक बैठक की भी योजना बनाई गई है.

यह यात्रा दार-ए-सलाम में आयोजित होने वाले दूसरे भारत तंजानिया मिनी डेफएक्‍सपो के साथ भी मेल खाती है, जो भारत के स्वदेशी रक्षा उद्योग परिसर की बढ़ती शक्ति का प्रदर्शन करेगा.

रक्षा मंत्रालय ने कहा कि भारत और तंजानिया के बीच द्विपक्षीय रक्षा संबंध मजबूत और समृद्ध रहे हैं. अक्टूबर 2003 में रक्षा सहयोग पर समझौता ज्ञापन पर हस्ताक्षर ने एक मजबूत नींव रखी. इस वर्ष 28 और 29 जून को अरुशा, तंजानिया में आयोजित भारत-तंजानिया संयुक्त रक्षा सहयोग समिति की दूसरी बैठक में इस सहयोग को और रेखांकित किया गया.

मंत्रालय ने कहा कि भारतीय और तंजानियाई सेना दोनों पेशेवर सैन्य पाठ्यक्रमों में एक-दूसरे के लिए रिक्तियां प्रदान करती हैं. इससे दोनों देशों के कर्मियों को मजबूत संबंध बनाने, विचारों का आदान-प्रदान करने और सर्वोत्तम प्रथाओं को साझा करने में मदद मिली है. तंजानिया सेना पिछले पांच वर्षों से भारत में संयुक्त राष्ट्र शांति स्थापना प्रशिक्षण में लगातार भाग ले रही है. इसी प्रकार, भारतीय सेना की एक प्रशिक्षण टीम वर्ष 2017 से कमांड एंड स्टाफ कॉलेज, डुलुटी में तैनात की गई है.

इसमें कहा गया है कि तंजानिया के सैन्य प्रतिनिधिमंडल नियमित रूप से भारत का दौरा करते रहे हैं जो दोनों देशों के बीच गहरे सैन्य सहयोग का प्रतीक है. मंत्रालय ने कहा, 'यह यात्रा भारत और तंजानिया के बीच साझा उच्च स्तरीय द्विपक्षीय रक्षा जुड़ाव और करीबी रक्षा संबंधों को और मजबूत करती है. यह यात्रा न केवल मौजूदा सहयोग का जश्न मनाने का वादा करती है बल्कि भविष्य की मजबूत साझेदारी का मार्ग भी प्रशस्त करती है.'

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नई दिल्ली : रक्षा मंत्रालय ने कहा कि सेना प्रमुख जनरल मनोज पांडे दोनों देशों के बीच रक्षा संबंधों को मजबूत करने के लिए सोमवार को तंजानिया की आधिकारिक यात्रा पर रवाना हुए.

मंत्रालय ने कहा कि सेना प्रमुख की यात्रा दोनों देशों के बीच लंबे समय से चले आ रहे रक्षा संबंधों को मजबूत करने के लिए है. इसमें कहा गया है कि वह तंजानिया के कई गणमान्य व्यक्तियों और वरिष्ठ अधिकारियों के साथ चर्चा और बैठकों में शामिल होंगे.

रक्षा मंत्रालय ने कहा, 'अपनी यात्रा के दौरान, सीओएएस के तंजानिया गणराज्य की राष्ट्रपति महामहिम सामिया सुलुहु हसन से मुलाकात करने की संभावना है.' इसमें कहा गया कि सेना प्रमुख रक्षा मंत्री स्टरगोमेना लॉरेंस टैक्स और रक्षा बल के प्रमुख जनरल जैकब जॉन मकुंडा से भी मुलाकात करेंगे.

इसमें कहा गया है कि सेना प्रमुख ज़ांज़ीबार का भी दौरा करेंगे जहां वह राष्ट्रपति हुसैन अली म्विनी से मुलाकात करेंगे. इसके अलावा 101वीं इन्फैंट्री ब्रिगेड के कमांडर जनरल सैदी हामिसी सैदी के साथ बातचीत का भी कार्यक्रम है.

जनरल मनोज पांडे राष्ट्रीय रक्षा कॉलेज को भी संबोधित करेंगे और मेजर जनरल विल्बर्ट ऑगस्टीन इबुगे कमांडेंट और संकाय के साथ बातचीत करेंगे. इसके अतिरिक्त, यात्रा के दौरान कमांड एंड स्टाफ कॉलेज, डुलुटी के कमांडेंट ब्रिगेडियर जनरल स्टीफन जस्टिस मनकांडे के साथ एक बैठक की भी योजना बनाई गई है.

यह यात्रा दार-ए-सलाम में आयोजित होने वाले दूसरे भारत तंजानिया मिनी डेफएक्‍सपो के साथ भी मेल खाती है, जो भारत के स्वदेशी रक्षा उद्योग परिसर की बढ़ती शक्ति का प्रदर्शन करेगा.

रक्षा मंत्रालय ने कहा कि भारत और तंजानिया के बीच द्विपक्षीय रक्षा संबंध मजबूत और समृद्ध रहे हैं. अक्टूबर 2003 में रक्षा सहयोग पर समझौता ज्ञापन पर हस्ताक्षर ने एक मजबूत नींव रखी. इस वर्ष 28 और 29 जून को अरुशा, तंजानिया में आयोजित भारत-तंजानिया संयुक्त रक्षा सहयोग समिति की दूसरी बैठक में इस सहयोग को और रेखांकित किया गया.

मंत्रालय ने कहा कि भारतीय और तंजानियाई सेना दोनों पेशेवर सैन्य पाठ्यक्रमों में एक-दूसरे के लिए रिक्तियां प्रदान करती हैं. इससे दोनों देशों के कर्मियों को मजबूत संबंध बनाने, विचारों का आदान-प्रदान करने और सर्वोत्तम प्रथाओं को साझा करने में मदद मिली है. तंजानिया सेना पिछले पांच वर्षों से भारत में संयुक्त राष्ट्र शांति स्थापना प्रशिक्षण में लगातार भाग ले रही है. इसी प्रकार, भारतीय सेना की एक प्रशिक्षण टीम वर्ष 2017 से कमांड एंड स्टाफ कॉलेज, डुलुटी में तैनात की गई है.

इसमें कहा गया है कि तंजानिया के सैन्य प्रतिनिधिमंडल नियमित रूप से भारत का दौरा करते रहे हैं जो दोनों देशों के बीच गहरे सैन्य सहयोग का प्रतीक है. मंत्रालय ने कहा, 'यह यात्रा भारत और तंजानिया के बीच साझा उच्च स्तरीय द्विपक्षीय रक्षा जुड़ाव और करीबी रक्षा संबंधों को और मजबूत करती है. यह यात्रा न केवल मौजूदा सहयोग का जश्न मनाने का वादा करती है बल्कि भविष्य की मजबूत साझेदारी का मार्ग भी प्रशस्त करती है.'

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