कोलंबो : भारतीय सेना प्रमुख मनोज मुकुंद नरवणे श्रीलंका के अपने समकक्ष के निमंत्रण पर पांच दिवसीय सद्भावना यात्रा पर मंगलवार को यहां आएंगे. अपनी यात्रा में जनरल नरवणे के राष्ट्रपति गोटबाया राजपक्षे और प्रधानमंत्री महिंदा राजपक्षे से मुलाकात करने की संभावना है.
राष्ट्रपति गोटबाया राजपक्षे श्रीलंकाई सशस्त्र बलों के कमांडर-इन-चीफ हैं. श्रीलंकाई सेना ने बताया कि बुधवार को जनरल नरवणे को सेना मुख्यालय में सम्मानित किया जाएगा. बृहस्पतिवार को वह मादुरु ओया विशेष बल प्रशिक्षण स्कूल में चल रहे द्विपक्षीय अभ्यास मित्र शक्ति का अंतिम प्रदर्शन देखेंगे.
भारत और श्रीलंका ने गत सप्ताह 12 दिवसीय सैन्य अभ्यास शुरू किया था जिसका मुख्य ध्यान आतंकवाद रोधी सहयोग को बढ़ाना है. चार अक्टूबर से 15 अक्टूबर तक चलने वाले अभ्यास मित्र शक्ति के आठवें संस्करण में भारतीय सेना के 120 जवानों ने भाग लिया है.
श्रीलंकाई सेना ने बताया कि यह संयुक्त सैन्य अभ्यास पारदेशीय आतंकवाद की समझ बढ़ाने, संयुक्त सामरिक अभियान चलाने, एक-दूसरे के उत्कृष्ट अनुभवों और प्रक्रियाओं को साझा करने के लिए तैयार किया गया है.
जनरल नरवणे पांच सदस्यीय प्रतिनिधिमंडल का नेतृत्व करेंगे और उनके यहां एक स्मारक पर भारतीय शांति रक्षा बल (आईपीकेएफ) के युद्ध नायकों को पुष्पांजलि देने की संभावना है. वह उत्तरी और पूर्वी श्रीलंका में 1987 से 1990 तक आईपीकेपी में सेवारत रहे थे. जनरल नरवणे की यात्रा ऐसे समय में होगी जब एक हफ्ते पहले विदेश सचिव हर्षवर्धन श्रृंगला श्रीलंका आए और देश के शीर्ष नेतृत्व से मिले थे.
(पीटीआई-भाषा)