गंगटोक : सिक्किम के चुंगथांग में तीस्ता नदी पर बेली ब्रिज का काम पूरा किया गया. त्रिशक्ति कोर भारतीय सेना के जवानों ने सीमा सड़क संगठन की सहायता से यह काम पूरा किया. इससे उत्तरी सिक्किम के बाढ़ प्रभावित क्षेत्रों को मुख्य भूमि से जोड़ दिया है. यह पुल 03 अक्टूबर 23 की रात क्षतिग्रस्त हो गया था.
यह पुल अब इन बाढ़ प्रभावित क्षेत्रों में वाहनों की बेरोकटोक आवाजाही और राहत सामग्री पहुंचाने में मददगार साबित होगी. 200 फीट का बेली ब्रिज अपने आप में एक इंजीनियरिंग चमत्कार है क्योंकि यह सबसे लंबा और सबसे भारी सिंगल स्पैन बेली ब्रिज है. बीआरओ ने दिन-रात एक कर शुरुआत में कंक्रीट के ढांचे का निर्माण किया.
इसके बाद त्रिशक्ति सैपर्स द्वारा पुल का निर्माण किया गया. इसमें लगभग पांच दिन लगे. पुल का उद्घाटन सिक्किम सरकार के सड़क एवं पुल मंत्री समदुप लेप्चा ने भारतीय सेना, बीआरओ और नागरिक प्रशासन के अधिकारियों की उपस्थिति में किया. हिमनदी झील से आई बाढ़ के दौरान कटे हुए क्षेत्रों को फिर से जोड़ने के लिए बीआरओ के साथ सेना के इंजीनियरों द्वारा तीस्ता नदी पर एक और बेली ब्रिज का निर्माण किया जा रहा है.
200 फीट लंबे पुल का निर्माण जल्द ही पूरा हो जाएगा. त्रिशक्ति कोर ने एक्स पर अपने पोस्ट में कहा. इस ब्रिजिंग ऑपरेशन के लिए त्रिशक्ति कोर और बीआरओ के इंजीनियर सैनिकों के साथ-साथ कई भारी मशीनों की मदद ली जा रही है. भारतीय सेना ने एक बार फिर साबित कर दिया है कि वह राष्ट्र निर्माण के लिए प्रतिबद्ध है और जरूरत की घड़ी में हमेशा देश के लोगों के साथ मजबूती से खड़ी रहती है.