भोपाल। राजधानी भोपाल में बैरसिया के डूंगरिया डैम के पास सेना के एक हेलीकॉप्टर की इमरजेंसी लैंडिंग हुई है. ईटीवी भारत के सूत्रों द्वारा बताया गया कि सेना के हेलीकॉप्टर की लैंडिंग ठीक बैरसिया के डूंगरिया गांव के डेम के पास एक खेत में हुई है. इस हेलीकॉप्टर में सेना के 6 जवान सवार थे. सभी सुरक्षित हैं. लोगों ने जब मदद करने की मंशा से सेना के जवानों से पूछा कि उन्हें किसी मदद की आवश्यकता है, तो सेना के जवानों ने किसी भी तरह का जवाब देने से इनकार कर दिया.
बैरसिया के स्थानीय मीडिया कर्मियों ने भी बात करनी चाहिए, लेकिन इतना भर पता चला है कि कुछ तकनीकी खराबी आने के कारण इमरजेंसी लैंडिंग की गई है. इसे जल्दी ठीक कर लिया जाएगा.
जब मामले में स्थानीय लोगों से बात की तो उन्होंने बताया कि हेलीकॉप्टर डैम के आसपास चक्कर लगा रहा था, फिर अचानक खेत में उतर गया. इस हेलिकॉप्टर को देखने के लिए खेत के चारों तरफ अच्छी खासी भीड़ जमा हो गई. डैम किनारे भी जाकर लोग बैठ गए.
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चार महीने पहले भी हो चुकी है इमरजेंसी लैंडिंग: इसी साल मई 2023 में मध्य प्रदेश के भिंड जिले में अपाचे लड़ाकू हेलीकॉप्टर की इमरजेंसी लैंडिंग की गई थी. तब भी यह मामला सामने आया था कि उसे हेलीकॉप्टर में कुछ तकनीकी खराबी थी जिसके कारण नीचे उतरना पड़ा. बैरसिया में जो हेलीकॉप्टर उतरा है. वह भी लड़ाकू हेलीकॉप्टर की श्रेणी में ही आता है. अपाचे हेलीकॉप्टर दुनिया के घटक लड़ाकू हेलीकॉप्टर में से एक माना जाता है और इसकी डिजिटल कनेक्टिविटी और अत्यधिक सूचना प्रणाली से और खतरनाक बनती है.
यह हेलीकॉप्टर पहाड़ी और घाटियों में छिपे दुश्मनों को भी आसानी से तलाश कर उन पर सटीक निशाना लगा सकता है. इस हेलीकॉप्टर में कई तरह के बड़े बम बंदूक और मिसाइल को लोड करके रखा जाता है. लेकिन सवाल यह है कि इस 1 साल में और वह भी 4 महीने के भीतर सेना के दो हेलीकॉप्टर तकनीक खामी के कारण खेतों में क्यों उतरना पड़े?