वाशिंगटन : व्हाइट हाउस राष्ट्रीय सुरक्षा परिषद के प्रवक्ता, जॉन किर्बी ने शुक्रवार को जोर देकर कहा कि अमेरिका भारत के साथ अपनी रणनीतिक साझेदारी जारी रखेगा. हालांकि, उन्होंने एक कथित विफल हत्या की साजिश में एक भारतीय के खिलाफ अमेरिकी न्याय विभाग की ओर से अभियोग का जिक्र करते हुए कहा कि अमेरिका इसे बहुत गंभीरता से लेता है.
एक प्रेस वार्ता में बोलते हुए, किर्बी ने कहा कि भारत एक रणनीतिक भागीदार बना हुआ है. हम भारत के साथ उस रणनीतिक साझेदारी को बेहतर बनाने और मजबूत करने के लिए काम करना जारी रखेंगे. उन्होंने आगे कहा कि हमें यह देखकर खुशी हो रही है कि भारत भी इसकी जांच के अपने प्रयासों की घोषणा करके इसे गंभीरता से ले रहा है.
किर्बी ने जोर देकर कहा कि हम स्पष्ट हैं कि हम चाहते हैं कि इन कथित अपराधों के लिए जिम्मेदार किसी भी व्यक्ति को उचित रूप से जवाबदेह ठहराया जाए. गुरुवार को इस मामले में भारत सरकार की ओर से भी प्रतिक्रिया जारी की गई. भारत सरकार की ओर से कहा गया कि लगाये गये आरोप सरकार के लिए चिंता का विषय है. यह सरकार की नीतियों के उलट है. इसकी जांच के लिए एक उच्च स्तरीय जांच समिति का गठन किया गया है.
फाइनेंशियल टाइम्स ने अज्ञात स्रोतों का हवाला देते हुए पिछले हफ्ते रिपोर्ट दी थी कि अमेरिकी अधिकारियों ने पन्नू की हत्या की साजिश को नाकाम कर दिया है. इसके साथ ही अखबार ने लिखा कि अमेरिकी सरकार ने इस साजिश में शामिल होने की चिंताओं पर भारत सरकार को चेतावनी जारी की है.
वाशिंगटन पोस्ट ने बुधवार को बताया कि सिख अलगाववादी की हत्या की साजिश का पता चलने के बाद बाइडेन प्रशासन इतना चिंतित था कि उसने सीआईए निदेशक विलियम जे. बर्न्स और राष्ट्रीय खुफिया निदेशक एवरिल हेन्स को अगस्त और अक्टूबर में जांच की मांग करने और आरोपित शख्स को पकड़ने के लिए भारत भेजा था.