न्यूयॉर्क : संयुक्त राष्ट्र (यूएन) में भारत के स्थायी प्रतिनिधि टीएस तिरुमूर्ति ने शुक्रवार (स्थानीय समय) पर घोषणा की कि भारत ने अंतरराष्ट्रीय सौर गठबंधन (ISA) को पर्यवेक्षक का दर्जा देने के लिए संयुक्त राष्ट्र महासभा (UNGA) में एक मसौदा प्रस्ताव पेश किया है.
भारतीय राजदूत तिरुमूर्ति ने ट्विटर पर इसकी जानकारी साझा करते हुए इस कदम को अंतरराष्ट्रीय सौर गठबंधन के लिए एक और मील का पत्थर करार दिया.
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Another milestone for International Solar Alliance
— PR/Amb T S Tirumurti (@ambtstirumurti) October 16, 2021 " class="align-text-top noRightClick twitterSection" data="
India introduces draft resolution in #UNGA for granting Observer Status to @isolaralliance (ISA)
I said that ISA, through its efforts towards just & equitable energy solutions, will usher in new era of “Green Energy Diplomacy” pic.twitter.com/UtJfAWkTt5
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— PR/Amb T S Tirumurti (@ambtstirumurti) October 16, 2021
India introduces draft resolution in #UNGA for granting Observer Status to @isolaralliance (ISA)
I said that ISA, through its efforts towards just & equitable energy solutions, will usher in new era of “Green Energy Diplomacy” pic.twitter.com/UtJfAWkTt5Another milestone for International Solar Alliance
— PR/Amb T S Tirumurti (@ambtstirumurti) October 16, 2021
India introduces draft resolution in #UNGA for granting Observer Status to @isolaralliance (ISA)
I said that ISA, through its efforts towards just & equitable energy solutions, will usher in new era of “Green Energy Diplomacy” pic.twitter.com/UtJfAWkTt5
उन्होंने लिखा, अंतरराष्ट्रीय सौर गठबंधन के लिए एक और मील का पत्थर. भारत ने अंतराष्ट्रीय सौर गठबंधन को पर्यवेक्षक का दर्जा देने के लिए UNGA में मसौदा प्रस्ताव पेश किया. मैंने कहा कि आईएसए न्यायसंगत और समान ऊर्जा समाधान की दिशा में अपने प्रयासों के माध्यम से हरित ऊर्जा कूटनीति के नए युग की शुरुआत करेगा.
विदेश मंत्रालय के अनुसार, पेरिस में COP21 के दौरान प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने संयुक्त रूप से अंतरराष्ट्रीय सौर गठबंधन को लॉन्च किया था. इसका उद्देश्य सौर ऊर्जा के तेजी से और बड़े पैमाने पर परिनियोजन के माध्यम से पेरिस जलवायु समझौते के कार्यान्वयन में योगदान करना है.
(ANI)