ETV Bharat / bharat

जोधपुर में बोले फारूक अब्दुल्ला- लोग धर्म से दूर हो गए हैं, धर्म नहीं इंसान बुरा है - people have turned away from religion

जम्मू-कश्मीर के पूर्व मुख्यमंत्री फारूक अब्दुल्ला एक निजी कार्यक्रम में शामिल होने के लिए रविवार को जोधपुर पहुंचे. यहां उन्होंने एक सभा में शामिल लोगों को संबोधित भी किया. पढ़ें पूरी खबर.

farooq
farooq
author img

By

Published : Nov 14, 2021, 10:06 PM IST

जोधपुर : जम्मू-कश्मीर के पूर्व मुख्यमंत्री फारूक अब्दुल्ला रविवार को जोधपुर में अपने मित्र के पारिवारिक कार्यक्रम में शामिल होने आए थे. उस दौरान सभा में फारुख अब्दुल्ला ने कहा कि मैंने राजस्थान के पानी में नमक खाया है. मैं 7 साल पहले जयपुर के मेडिकल कॉलेज में आया था, तब मुझे याद है एक लड़की विश्नोई खानदान से मिली थी. तब मैंने देखा वह लड़की धर्म को लेकर कितना संजीदा थी. अब हम लोग धर्म से बहुत दूर हो गए हैं. धर्म बुरा नहीं है, इंसान बुरा है. धर्म अच्छी चीज सिखाता है.

दुनिया में एक ही जाति है जो वृक्ष को काटने नहीं देती है. खुद कट जाते हैं, लेकिन वृक्ष बचाते हैं. भारत तरक्की करेगा और इसे कोई रोक नहीं सकता. पहले भारत का इंसान सही होना चाहिए. एक तो अपने आप पर भरोसा होना चाहिए और दूसरा भगवान पर भरोसा होना चाहिए. फारूक अब्दुल्ला ने गाना गाते हुए कहा कि रहना यहां, मरना यहां इसके सिवा जाना कहां.. नफरत छोड़ो और प्रांत की तरफ चलो.

फारूक अब्दुल्ला ने जोधपुर में लोगों को किया संबोधित.

उन्होंने कहा कि दुनिया में तबाही है, वह इसलिए है कि हम भगवान को भूल गए और खुद को भगवान समझ बैठे हैं. भगवान से मांगों कि भारत को मुश्किलों से निकाले...इस गरीबी से निकाले, इस बदहाली से निकाले भगवान तू ही सब कुछ है. जब हमारा मरीज अस्पताल में पड़ा होता है और उसे खून की जरूरत होती है तब यह पता नहीं होता है कि खून किसका है, लेकिन बचने के बाद जब हॉस्पिटल से बाहर आता है तो वह विश्नोई, ब्राह्मण, ईसाई सब बन जाता है, लेकिन इंसान नहीं बन पाता है. अगर इंसान बनना है तो भगवान को पहचानो और जिस दिन तुम भगवान को पहचान लोगे तुम्हें किसी से नफरत नहीं होगी.

मैं एक बार गुजरात गया तो उस समय तत्कालीन मुख्यमंत्री नरेंद्र मोदी थे. तब मैंने एक सभा के दौरान सीएम को कहा कि मोदी जी जब मैं आपकी आंखों में देखूं तो मुझे खुदा दिखे और जब आप मेरी आंखों में देखो तो आपको अपना भगवान दिखे, वही हिंदुस्तान है और हिंदुस्तान में कोई फर्क नहीं है. हम सब इस देश के वासी हैं. हमें देश के साथ जीना है और मरना है. इसलिए नफरत पैदा मत करो, नफरत से दूर हो जाओ.

इंसान की खिदमत करो. भगवान ना मंदिर में ना मस्जिद में है वह सिर्फ हमारे दिलों में हैं. हर चीज में भगवान हैं तुम उसको पहचानो. भगवान आपके अंदर हैं, भगवान को पहचानो और जिस दिन भगवान को पहचान लिया इसकी जरूरत नहीं पड़ेगी. मौत देने वाला वही है और जिंदगी देने वाला भी वही है. फारूक अब्दुल्ला के निजी कार्यक्रम के दौरान केंद्रीय जल शक्ति मंत्री गजेंद्र सिंह शेखावत, केंद्रीय कृषि राज्य मंत्री कैलाश चौधरी सहित कई गणमान्य नेता मौजूद रहे.

पढ़ेंः अलीगढ़ में भाजपा और कंगना पर बरसे ओवैसी, बोले- बच्चों को लीडर बनाओ ताकि एक सियासी ताकत बने

जोधपुर : जम्मू-कश्मीर के पूर्व मुख्यमंत्री फारूक अब्दुल्ला रविवार को जोधपुर में अपने मित्र के पारिवारिक कार्यक्रम में शामिल होने आए थे. उस दौरान सभा में फारुख अब्दुल्ला ने कहा कि मैंने राजस्थान के पानी में नमक खाया है. मैं 7 साल पहले जयपुर के मेडिकल कॉलेज में आया था, तब मुझे याद है एक लड़की विश्नोई खानदान से मिली थी. तब मैंने देखा वह लड़की धर्म को लेकर कितना संजीदा थी. अब हम लोग धर्म से बहुत दूर हो गए हैं. धर्म बुरा नहीं है, इंसान बुरा है. धर्म अच्छी चीज सिखाता है.

दुनिया में एक ही जाति है जो वृक्ष को काटने नहीं देती है. खुद कट जाते हैं, लेकिन वृक्ष बचाते हैं. भारत तरक्की करेगा और इसे कोई रोक नहीं सकता. पहले भारत का इंसान सही होना चाहिए. एक तो अपने आप पर भरोसा होना चाहिए और दूसरा भगवान पर भरोसा होना चाहिए. फारूक अब्दुल्ला ने गाना गाते हुए कहा कि रहना यहां, मरना यहां इसके सिवा जाना कहां.. नफरत छोड़ो और प्रांत की तरफ चलो.

फारूक अब्दुल्ला ने जोधपुर में लोगों को किया संबोधित.

उन्होंने कहा कि दुनिया में तबाही है, वह इसलिए है कि हम भगवान को भूल गए और खुद को भगवान समझ बैठे हैं. भगवान से मांगों कि भारत को मुश्किलों से निकाले...इस गरीबी से निकाले, इस बदहाली से निकाले भगवान तू ही सब कुछ है. जब हमारा मरीज अस्पताल में पड़ा होता है और उसे खून की जरूरत होती है तब यह पता नहीं होता है कि खून किसका है, लेकिन बचने के बाद जब हॉस्पिटल से बाहर आता है तो वह विश्नोई, ब्राह्मण, ईसाई सब बन जाता है, लेकिन इंसान नहीं बन पाता है. अगर इंसान बनना है तो भगवान को पहचानो और जिस दिन तुम भगवान को पहचान लोगे तुम्हें किसी से नफरत नहीं होगी.

मैं एक बार गुजरात गया तो उस समय तत्कालीन मुख्यमंत्री नरेंद्र मोदी थे. तब मैंने एक सभा के दौरान सीएम को कहा कि मोदी जी जब मैं आपकी आंखों में देखूं तो मुझे खुदा दिखे और जब आप मेरी आंखों में देखो तो आपको अपना भगवान दिखे, वही हिंदुस्तान है और हिंदुस्तान में कोई फर्क नहीं है. हम सब इस देश के वासी हैं. हमें देश के साथ जीना है और मरना है. इसलिए नफरत पैदा मत करो, नफरत से दूर हो जाओ.

इंसान की खिदमत करो. भगवान ना मंदिर में ना मस्जिद में है वह सिर्फ हमारे दिलों में हैं. हर चीज में भगवान हैं तुम उसको पहचानो. भगवान आपके अंदर हैं, भगवान को पहचानो और जिस दिन भगवान को पहचान लिया इसकी जरूरत नहीं पड़ेगी. मौत देने वाला वही है और जिंदगी देने वाला भी वही है. फारूक अब्दुल्ला के निजी कार्यक्रम के दौरान केंद्रीय जल शक्ति मंत्री गजेंद्र सिंह शेखावत, केंद्रीय कृषि राज्य मंत्री कैलाश चौधरी सहित कई गणमान्य नेता मौजूद रहे.

पढ़ेंः अलीगढ़ में भाजपा और कंगना पर बरसे ओवैसी, बोले- बच्चों को लीडर बनाओ ताकि एक सियासी ताकत बने

ETV Bharat Logo

Copyright © 2024 Ushodaya Enterprises Pvt. Ltd., All Rights Reserved.