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Rajasthan : कई और मंत्री दे सकते हैं इस्तीफा, इन्हें मिल सकता है मौका - Sachin Pilot Minister

राजस्थान में सियासी हलचल चरम पर है. आज कैबिनेट की बैठक होनी है. तीन मंत्री इस्तीफा दे चुके हैं. अब मंत्रिमंडल की बैठक में कई और मंत्रियों के हटने की संभावना है. जानिए कौन क्यों हट सकता है और किस नए चेहरे की एंट्री किन आधारों पर हो सकती है.

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Published : Nov 20, 2021, 5:39 PM IST

Updated : Nov 20, 2021, 6:06 PM IST

जयपुर : राजस्थान में 21 नवंबर को होने वाले संभावित मंत्रिमंडल पुनर्गठन पर सभी की निगाहें हैं. क्या अब मंत्रिमंडल से मंत्रियों की छुट्टी की जाएगी या फिर जिन तीन मंत्रियों को 2 पद के नियम के चलते हटाया गया है उनके अलावा सभी मंत्री बरकरार रहेंगे.

खुद मुख्यमंत्री अशोक गहलोत ने भी यह कहते हुए मंत्रिमंडल पुनर्गठन से पल्ला झाड़ लिया है कि राजस्थान में मंत्रिमंडल पुनर्गठन में जिस भी नेता का नाम शामिल होगा वह अजय माकन या कांग्रेस आलाकमान ही जानता है. उन्हें भी अभी बेसब्री से इसका इंतजार है कि लॉटरी किसके नाम पर खुलती है.

कई और मंत्री दे सकते हैं इस्तीफा

जहां आज कांग्रेस से ज्यादातर मंत्रियों ने मीडिया से दूरी बनाए रखी तो इस कार्यक्रम में केवल वही उत्सुक विधायक पहुंचे जिन्हें मंत्री बनने की आस है. हालांकि गहलोत के पिटारे से क्या कुछ निकलता है यह 21 नवंबर को ही सामने आएगा.

पढ़ें- Cabinet reorganization in Rajasthan: 21 नवंबर को मंत्रिमंडल पुनर्गठन!

हटने वाले होंगे इनसे रिप्लेस !

1.भंवर सिंह भाटी - अगर उनके साले राजेन्द्र गुड़ा को मंत्रिमंडल में शामिल किया गया.

2.सुभाष गर्ग - अगर मेवाराम जैन या संयम लोढ़ा को कैबिनेट में शामिल किया गया.

3.प्रताप सिंह खाचरियावास - अगर गिर्राज मलिंगा को कैबिनेट में लिया गया.

4.उदय लाल आंजना - आंजना को कमजोर परफॉर्मेंस के चलते हटाया जा सकता है.

5.भजन लाल जाटव - पूर्व मंत्री भरोसी लाल जाटव को अगर लिया गया तो भजन लाल को मंत्री पद से हटाया जा सकता है.

6.परसादी लाल मीना-अगर मुरारी लाल मीणा को कैबिनेट में शामिल किया जाता है तो परसादी लाल को मंत्री पद से हटना पड़ेगा.

7.ममता भूपेश- अगर खिलाड़ी बैरवा या अशोक बैरवा को लिया जाता है तो ममता भूपेश को हटाया जाएगा.

8.अर्जुन बामनिया-अर्जुन बामनिया की जगह महेंद्रजीत सिंह मालवीय को मंत्री बनाया जा सकता है.

इन नेताओं को क्षेत्र के चलते मिल सकती है मंत्रीपद की कुर्सी

बाड़मेर- हेमाराम चोधरी और मेवाराम जैन, अलवर-शकुंतला रावत, भरतपुर-जाहिद खान, गंगानगर-गुरमीत सिंह कुन्नर, भीलवाड़ा-रामलाल जाट, झुंझनू-बिजेंद्र ओला राजेन्द्र गुड़ा और डॉ जितेंद्र, नागौर-मंजू मेघवाल, महेंद्र चौधरी, हाड़ौती-पानाचंद मेघवाल, सीकर- दीपेंद्र सिंह ,राजेंद्र पारीक ,परसराम मोरदिया ओर महादेव सिंह खंडेला, सवाई माधोपुर- अशोक बैरवा, करौली- भरोसी लाल जाटव, धौलपुर- खिलाड़ी लाल बैरवा और गिर्राज सिंह मलिंगा, भरतपुर- विश्वेंद्र सिंह, करौली- रमेश मीणा, जयपुर -महेश जोशी, बांसवाड़ा- महेंद्रजीत सिंह मालवीय.

पढ़ें- Cabinet reorganization in Rajasthan: मंत्रिमंडल में किसकी लॉटरी लगेगी इसका मुझे भी बेसब्री से इंतजार: CM अशोक गहलोत

जातिगत आधार पर

1. ब्राह्मण -रघु शर्मा क्योंकि मंत्री पद से हटे हैं, ऐसे में उनकी जगह महेश जोशी, राजेंद्र पारीक और राजकुमार शर्मा दावेदारों में हैं. क्योंकि एक ब्राह्मण कैबिनेट से कम हुआ है और जब पूरी कैबिनेट बनेगी तो एक ब्राह्मण मंत्री और बनाया जाएगा. वहीं स्पीकर सीपी जोशी को लेकर भी कहा जा रहा है कि उन्हें स्पीकर की जगह मंत्री पद दिया जा सकता है.

2. जाट- हरीश चौधरी और गोविंद डोटासरा को हटाया गया है, ऐसे में दो जाट मंत्री बनेंगे और पूरी कैबिनेट में एक और जाट मंत्री शामिल किया जाएगा. हेमाराम चौधरी, रामलाल जाट, बिजेंदर ओला और नरेंद्र बुडानिया में से मंत्री बनाया जा सकता है. वहीं महेंद्र चौधरी को उप मुख्य सचेतक से निकाल कर कैबिनेट में लिया जा सकता है. इसके साथ ही राजनीतिक उठापटक के समय अपना पद गवा चुके विश्वेंद्र सिंह भी मंत्री पद की दौड़ में शामिल हैं.

3. राजपूत- राजस्थान में अभी प्रताप सिंह खाचरियावास और भंवर सिंह भाटी मंत्री हैं. अगर इन दोनों मंत्रियों को हटाया जाता है तो भंवर सिंह भाटी को उनके साले राजेंद्र गुड़ा से और प्रताप सिंह खाचरियावास को गिर्राज सिंह मलिंगा से रिप्लेस किया जाएगा. वहीं दीपेंद्र सिंह शेखावत पायलट कोटे से मंत्री बन सकते हैं.

4. एससी- अभी राजस्थान की गहलोत कैबिनेट में टीकाराम जूली, ममता भूपेश और भजन लाल जाटव मंत्री हैं. अब कैबिनेट विस्तार में अगर ममता भूपेश और भजन लाल जाटव को हटाया जाता है तो उनकी जगह भरोसी लाल जाटव, खिलाड़ी लाल बैरवा, अशोक बैरवा, मंजू मेघवाल या परसराम मोरदिया में से किसी को जगह मिल सकती है.

5. एसटी- बांसवाड़ा से अर्जुन बामणिया को हटाया जाता है तो उनकी जगह महेंद्रजीत सिंह मालवीय को, तो वहीं मुरारी लाल मीणा को शामिल करने पर परसादी लाल मीणा को कैबिनेट से हटाया जा सकता है. इसी तरह से राजस्थान में राजनीतिक उठापटक के समय जिन रमेश मीणा को अपने पद से हटाया गया था उन्हें भी वापस मंत्री बनाया जा सकता है.

निर्दलीय या बसपा से कांग्रेस में आए विधायकों को शामिल करना मुश्किल

हालांकि कांग्रेस सरकार जब संकट में आई तो 10 निर्दलीय विधायकों और 6 बसपा से कांग्रेस में आए विधायकों ने सरकार को पूरा समर्थन दिया था. लेकिन वर्तमान हालात में इक्का-दुक्का मंत्री के अलावा लगता नहीं है कि कोई निर्दलीय या बसपा से कांग्रेस में आया नेता मंत्री पद पा सकेगा. बसपा से कांग्रेस में आए विधायकों में केवल राजेंद्र गुढा और निर्दलीय विधायकों में महादेव सिंह खंडेला और संयम लोढ़ा को दावेदार माना जा रहा है, लेकिन वर्तमान परिस्थितियों में इनका भी नंबर आएगा या नहीं यह तय नहीं है.

पूरी कैबिनेट हुई तो 3 महिलाओं को मिलेगी मंत्री पद की कुर्सी

राजस्थान में मुख्यमंत्री अशोक गहलोत की वर्तमान कैबिनेट में केवल एकमात्र महिला मंत्री ममता भूपेश है. अब अगर पूरी कैबिनेट होती है तो कांग्रेस के पास केवल 3 नाम है. जिनमें शकुंतला रावत, जाहिदा और मंजू मेघवाल शामिल हैं. कहा जा रहा है कि इन तीनों महिला विधायकों को मंत्री पद दिया जाएगा जबकि मंत्री ममता भूपेश को संगठन में एडजस्ट किया जा सकता है.

सचिन पायलट कोटे से यह विधायक बन सकते हैं मंत्री

सचिन पायलट खेमे के मंत्री बनने वाले नेताओं में दीपेंद्र सिंह शेखावत, हेमाराम चौधरी, विजेंद्र ओला, मुरारी लाल मीणा, रमेश मीणा और विश्वेंद्र सिंह के नाम शामिल हैं. अब इनमें से सभी छह को मंत्री बनाया जाता है या इनकी संख्या चार से पांच होगी यह समय बताएगा.

जयपुर : राजस्थान में 21 नवंबर को होने वाले संभावित मंत्रिमंडल पुनर्गठन पर सभी की निगाहें हैं. क्या अब मंत्रिमंडल से मंत्रियों की छुट्टी की जाएगी या फिर जिन तीन मंत्रियों को 2 पद के नियम के चलते हटाया गया है उनके अलावा सभी मंत्री बरकरार रहेंगे.

खुद मुख्यमंत्री अशोक गहलोत ने भी यह कहते हुए मंत्रिमंडल पुनर्गठन से पल्ला झाड़ लिया है कि राजस्थान में मंत्रिमंडल पुनर्गठन में जिस भी नेता का नाम शामिल होगा वह अजय माकन या कांग्रेस आलाकमान ही जानता है. उन्हें भी अभी बेसब्री से इसका इंतजार है कि लॉटरी किसके नाम पर खुलती है.

कई और मंत्री दे सकते हैं इस्तीफा

जहां आज कांग्रेस से ज्यादातर मंत्रियों ने मीडिया से दूरी बनाए रखी तो इस कार्यक्रम में केवल वही उत्सुक विधायक पहुंचे जिन्हें मंत्री बनने की आस है. हालांकि गहलोत के पिटारे से क्या कुछ निकलता है यह 21 नवंबर को ही सामने आएगा.

पढ़ें- Cabinet reorganization in Rajasthan: 21 नवंबर को मंत्रिमंडल पुनर्गठन!

हटने वाले होंगे इनसे रिप्लेस !

1.भंवर सिंह भाटी - अगर उनके साले राजेन्द्र गुड़ा को मंत्रिमंडल में शामिल किया गया.

2.सुभाष गर्ग - अगर मेवाराम जैन या संयम लोढ़ा को कैबिनेट में शामिल किया गया.

3.प्रताप सिंह खाचरियावास - अगर गिर्राज मलिंगा को कैबिनेट में लिया गया.

4.उदय लाल आंजना - आंजना को कमजोर परफॉर्मेंस के चलते हटाया जा सकता है.

5.भजन लाल जाटव - पूर्व मंत्री भरोसी लाल जाटव को अगर लिया गया तो भजन लाल को मंत्री पद से हटाया जा सकता है.

6.परसादी लाल मीना-अगर मुरारी लाल मीणा को कैबिनेट में शामिल किया जाता है तो परसादी लाल को मंत्री पद से हटना पड़ेगा.

7.ममता भूपेश- अगर खिलाड़ी बैरवा या अशोक बैरवा को लिया जाता है तो ममता भूपेश को हटाया जाएगा.

8.अर्जुन बामनिया-अर्जुन बामनिया की जगह महेंद्रजीत सिंह मालवीय को मंत्री बनाया जा सकता है.

इन नेताओं को क्षेत्र के चलते मिल सकती है मंत्रीपद की कुर्सी

बाड़मेर- हेमाराम चोधरी और मेवाराम जैन, अलवर-शकुंतला रावत, भरतपुर-जाहिद खान, गंगानगर-गुरमीत सिंह कुन्नर, भीलवाड़ा-रामलाल जाट, झुंझनू-बिजेंद्र ओला राजेन्द्र गुड़ा और डॉ जितेंद्र, नागौर-मंजू मेघवाल, महेंद्र चौधरी, हाड़ौती-पानाचंद मेघवाल, सीकर- दीपेंद्र सिंह ,राजेंद्र पारीक ,परसराम मोरदिया ओर महादेव सिंह खंडेला, सवाई माधोपुर- अशोक बैरवा, करौली- भरोसी लाल जाटव, धौलपुर- खिलाड़ी लाल बैरवा और गिर्राज सिंह मलिंगा, भरतपुर- विश्वेंद्र सिंह, करौली- रमेश मीणा, जयपुर -महेश जोशी, बांसवाड़ा- महेंद्रजीत सिंह मालवीय.

पढ़ें- Cabinet reorganization in Rajasthan: मंत्रिमंडल में किसकी लॉटरी लगेगी इसका मुझे भी बेसब्री से इंतजार: CM अशोक गहलोत

जातिगत आधार पर

1. ब्राह्मण -रघु शर्मा क्योंकि मंत्री पद से हटे हैं, ऐसे में उनकी जगह महेश जोशी, राजेंद्र पारीक और राजकुमार शर्मा दावेदारों में हैं. क्योंकि एक ब्राह्मण कैबिनेट से कम हुआ है और जब पूरी कैबिनेट बनेगी तो एक ब्राह्मण मंत्री और बनाया जाएगा. वहीं स्पीकर सीपी जोशी को लेकर भी कहा जा रहा है कि उन्हें स्पीकर की जगह मंत्री पद दिया जा सकता है.

2. जाट- हरीश चौधरी और गोविंद डोटासरा को हटाया गया है, ऐसे में दो जाट मंत्री बनेंगे और पूरी कैबिनेट में एक और जाट मंत्री शामिल किया जाएगा. हेमाराम चौधरी, रामलाल जाट, बिजेंदर ओला और नरेंद्र बुडानिया में से मंत्री बनाया जा सकता है. वहीं महेंद्र चौधरी को उप मुख्य सचेतक से निकाल कर कैबिनेट में लिया जा सकता है. इसके साथ ही राजनीतिक उठापटक के समय अपना पद गवा चुके विश्वेंद्र सिंह भी मंत्री पद की दौड़ में शामिल हैं.

3. राजपूत- राजस्थान में अभी प्रताप सिंह खाचरियावास और भंवर सिंह भाटी मंत्री हैं. अगर इन दोनों मंत्रियों को हटाया जाता है तो भंवर सिंह भाटी को उनके साले राजेंद्र गुड़ा से और प्रताप सिंह खाचरियावास को गिर्राज सिंह मलिंगा से रिप्लेस किया जाएगा. वहीं दीपेंद्र सिंह शेखावत पायलट कोटे से मंत्री बन सकते हैं.

4. एससी- अभी राजस्थान की गहलोत कैबिनेट में टीकाराम जूली, ममता भूपेश और भजन लाल जाटव मंत्री हैं. अब कैबिनेट विस्तार में अगर ममता भूपेश और भजन लाल जाटव को हटाया जाता है तो उनकी जगह भरोसी लाल जाटव, खिलाड़ी लाल बैरवा, अशोक बैरवा, मंजू मेघवाल या परसराम मोरदिया में से किसी को जगह मिल सकती है.

5. एसटी- बांसवाड़ा से अर्जुन बामणिया को हटाया जाता है तो उनकी जगह महेंद्रजीत सिंह मालवीय को, तो वहीं मुरारी लाल मीणा को शामिल करने पर परसादी लाल मीणा को कैबिनेट से हटाया जा सकता है. इसी तरह से राजस्थान में राजनीतिक उठापटक के समय जिन रमेश मीणा को अपने पद से हटाया गया था उन्हें भी वापस मंत्री बनाया जा सकता है.

निर्दलीय या बसपा से कांग्रेस में आए विधायकों को शामिल करना मुश्किल

हालांकि कांग्रेस सरकार जब संकट में आई तो 10 निर्दलीय विधायकों और 6 बसपा से कांग्रेस में आए विधायकों ने सरकार को पूरा समर्थन दिया था. लेकिन वर्तमान हालात में इक्का-दुक्का मंत्री के अलावा लगता नहीं है कि कोई निर्दलीय या बसपा से कांग्रेस में आया नेता मंत्री पद पा सकेगा. बसपा से कांग्रेस में आए विधायकों में केवल राजेंद्र गुढा और निर्दलीय विधायकों में महादेव सिंह खंडेला और संयम लोढ़ा को दावेदार माना जा रहा है, लेकिन वर्तमान परिस्थितियों में इनका भी नंबर आएगा या नहीं यह तय नहीं है.

पूरी कैबिनेट हुई तो 3 महिलाओं को मिलेगी मंत्री पद की कुर्सी

राजस्थान में मुख्यमंत्री अशोक गहलोत की वर्तमान कैबिनेट में केवल एकमात्र महिला मंत्री ममता भूपेश है. अब अगर पूरी कैबिनेट होती है तो कांग्रेस के पास केवल 3 नाम है. जिनमें शकुंतला रावत, जाहिदा और मंजू मेघवाल शामिल हैं. कहा जा रहा है कि इन तीनों महिला विधायकों को मंत्री पद दिया जाएगा जबकि मंत्री ममता भूपेश को संगठन में एडजस्ट किया जा सकता है.

सचिन पायलट कोटे से यह विधायक बन सकते हैं मंत्री

सचिन पायलट खेमे के मंत्री बनने वाले नेताओं में दीपेंद्र सिंह शेखावत, हेमाराम चौधरी, विजेंद्र ओला, मुरारी लाल मीणा, रमेश मीणा और विश्वेंद्र सिंह के नाम शामिल हैं. अब इनमें से सभी छह को मंत्री बनाया जाता है या इनकी संख्या चार से पांच होगी यह समय बताएगा.

Last Updated : Nov 20, 2021, 6:06 PM IST
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