नई दिल्ली : केंद्रीय अन्वेषण ब्यूरो (सीबीआई) ने एक कथित कोयला चोर के खिलाफ मामला दर्ज करने के बाद शनिवार को चार राज्यों में 45 स्थानों पर तलाशी अभियान शुरू किया. आरोपी ईस्टर्न कोलफील्ड्स लिमिटेड (ईसीएल) के दो महाप्रबंधकों एवं तीन सुरक्षाकर्मियों के साथ साठगांठ कर चोरी के धंधे में कथित रूप से लगा था. अधिकारियों ने यह जानकारी दी.
सीबीआई ने बताया कि तलाशी पश्चिम बंगाल, बिहार, झारखंड और उत्तर प्रदेश में हो रही है. जांच एजेंसी ने शुक्रवार को आरोपी अनूप मांझी और अन्य लोगों के विरूद्ध मामला दर्ज किया था, जिनमें ईसीएल, रेलवे और सीआईएसएफ के कुछ कर्मी शामिल हैं.
अधिकारियों के अनुसार आरोप है कि मांझी उर्फ लाला कुनुसटोरिया और कोजरा इलाकों में लीज होल्ड खदानों से कोयले के अवैध खनन एवं उसकी चोरी के धंधे में कथित रूप से लगा हुआ था.
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अनूप मांझी पश्चिम बंगाल का कुख्यात कोयला माफिया है, जो हजारों करोड़ रुपये के अवैध खनन और कोयले की बिक्री का रैकेट चला रहा है. पिछले हफ्ते, आयकर विभाग, प्रवर्तन निदेशालय ने पश्चिम बंगाल और अन्य राज्यों में मांझी से जुड़े 20 से अधिक स्थानों की जांच में भारी मात्रा में नकदी बरामद की थी. ईस्टर्न कोलफील्ड्स लि. राज्य के स्वामित्व वाली कोल इंडिया लिमिटेड, सेंट्रल पीएसयू की सहायक कंपनी है, जो देश में कोयले का खनन और बिक्री करती है.
रेलवे, सीआईएसएफ अधिकारियों पर हो सकती है कार्रवाई
ईटीवी भारत को सूत्र ने बताया कि मामला पूर्वी कोलफील्ड्स लिमिटेड, भारतीय रेलवे, केंद्रीय औद्योगिक सुरक्षा बल (सीआईएसएफ) और अन्य अज्ञात अधिकारियों के खिलाफ भी है.
अधिकारी ने ईटीवी भारत को बताया कि अवैध खनन और कोयला चोरी के मामले में दो कोयला खदानों- कुनुसटोरिया और कजोरा क्षेत्रों में चोरी का मामला सामने आया है. पश्चिम बंगाल के कुनुसटोरिया और कजोरा क्षेत्र में कई कोयला खदानें हैं. कुनुसटोरिया पश्चिम बर्धमान जिले के आसनसोल उपखंड में है, जबकि कजरो खदान राज्य में उसी जिले के दुर्गापुर उपखंड में है.