नई दिल्ली : भारतीय विदेश सेवा (आईएफएस) अधिकारी बंडारू विल्सनबाबू को मेडागास्कर गणराज्य में भारत के अगले राजदूत के रूप में नियुक्त किया गया. बंडारू विल्सनबाबू वर्तमान में विदेश मंत्रालय में संयुक्त सचिव के पद पर हैं. यह जानकारी विदेश मंत्रालय की ओर से दी गई है. जानकारी के मुताबिक, आईएफएस के अधिकारी बंडारू विल्सन बाबू को मेडागास्कर गणराज्य में भारत का नया राजदूत नियुक्त किया गया है. विल्सन वर्तमान में विदेश मंत्रालय में संयुक्त सचिव के पद पर कार्यरत हैं.
विदेश मंत्रालय ने सोमवार को एक विज्ञप्ति जारी कर कहा कि 2004 बैच के आईएफएस अधिकारी बंडारू विल्सनबाबू को मेडागास्कर गणराज्य में भारत के नए राजदूत के रूप में नियुक्त किया गया है. वे वर्तमान में विदेश मंत्रालय में संयुक्त सचिव हैं. विज्ञप्ति के अनुसार बंडारू विल्सनबाबू के शीघ्र ही कार्यभार संभालने की उम्मीद है. यूरेशिया डिवीजन में संयुक्त सचिव के रूप में काम कर चुके विल्सनबाबू राजदूत अभय कुमार की जगह लेंगे.
बता दें कि भारत और मेडागास्कर के बीच कई मोर्चों पर सहयोग के साथ सौहार्दपूर्ण द्विपक्षीय संबंध हैं. मेडागास्कर आमतौर पर बहुराष्ट्रीय मंचों पर भारत की उम्मीदवारी का समर्थन करता है. यूएनएससी के अलावा, हाल के दिनों में मेडागास्कर ने विभिन्न अंतरराष्ट्रीय संगठनों जैसे यूएनएससी की अस्थायी सीट, हिंद महासागर आयोग में एक पर्यवेक्षक के रूप में भारत की प्रविष्टि, जिबूती आचार संहिता में एक पर्यवेक्षक बनने के भारत के प्रस्ताव जैसे विभिन्न अंतरराष्ट्रीय संगठनों के लिए भारत की उम्मीदवारी का लगातार समर्थन किया है.
मेडागास्कर में भारतीय मूल के लगभग 17,500 नागरिक हैं, जिनमें लगभग 2500 भारतीय पासपोर्ट धारक हैं. उनमें से ज्यादातर व्यापार में हैं, लेकिन विनिर्माण और अन्य व्यवसायों में भी हैं. हाल के वर्षों में कई भारतीय पेशेवर मेडागास्कर में बहु-राष्ट्रीय कंपनियों सहित विभिन्न कंपनियों में काम कर रहे हैं. 1880 में पहले भारतीय बसने वाले, ज्यादातर गुजरात से मेडागास्कर पहुंचे थे. उनमें से ज्यादातर व्यापार में हैं, लेकिन उनमें से कुछ विनिर्माण, रियल एस्टेट और अन्य मिश्रित व्यवसायों में भी हैं.
अफ्रीकी मीडिया सूत्रों के अनुसार, अफ्रीका के सबसे धनी व्यवसायियों में से चार मेडागास्कर के हैं और जिनमें से तीन पीआईओ हैं. मेडागास्कर के आर्थिक विकास में भारतीय समुदाय और डायस्पोरा द्वारा निभाई गई भूमिका की सभी स्तरों पर सराहना की जाती है. कुछ भारतीय डायस्पोरा काफी प्रभावशाली हैं और मेडागास्कर की कुल जीडीपी में उनका योगदान काफी है. हाल के वर्षों में कई भारतीय पेशेवर पलायन कर गए हैं और मेडागास्कर में बहु-राष्ट्रीय कंपनियों सहित विभिन्न कंपनियों में काम कर रहे हैं. भारतीय प्रवासी भारतीय संस्कृति और पारंपरिक मूल्यों को संरक्षित और बढ़ावा देने में महत्वपूर्ण भूमिका निभाते रहे हैं.