नई दिल्ली : भारत में दक्षिण कोरिया के राजदूत चांग जे बोक ने मंगलवार को कहा कि उत्तर कोरिया परमाणु शस्त्रागार के जरिये एक तरह से 'खुद का अस्तित्व कायम रखने का खेल' खेल रहा है और अगर वह रूस को हथियार मुहैया कराता है तो यह बहुत खतरनाक होगा.
उनकी यह टिप्पणी उत्तर कोरिया के नेता किम जोंग उन के रूसी राष्ट्रपति व्लादिमीर पुतिन से मिलने के निर्धारित कार्यक्रम के बीच आई है.
चांग ने एक संवाददाता सम्मेलन में एक सवाल के जवाब में कहा, 'उत्तर कोरिया परमाणु शस्त्रागार के साथ खुद को अस्तित्व में बनाए रखने का खेल खेल रहा है और अगर उत्तर कोरिया रूस को कुछ हथियार या आयुध प्रदान करता है, तो यह बहुत खतरनाक होगा, इसलिए हम इसे लेकर बहुत सतर्क हैं...'
राजदूत ने कहा कि हम उत्तर कोरियाई शासन को पहले ही चेतावनी जारी कर चुके हैं. राजदूत ने भारत को जी20 की अध्यक्षता पर बधाई देते हुए कहा कि भारत वैश्विक स्तर पर मार्गदर्शक बनेगा.
राजदूत ने कहा कि 'भारत और दक्षिण कोरिया की साझेदारी का मुख्य क्षेत्र रक्षा है...भारत और कोरिया इस बात पर सहमत हुए कि कोरिया 2023-25 के दौरान 4 बिलियन अमेरिकी डॉलर की राशि प्रदान करेगा. उस परियोजना को साकार करने के लिए हमें सरकारी अधिकारियों के भीतर और अधिक चर्चा की आवश्यकता है. पहला कदम फ्रेमवर्क समझौते पर हस्ताक्षर करना है...इसलिए दोनों नेताओं के बीच इस पर चर्चा हुई.'
जी20 शिखर सम्मेलन 9 और 10 सितंबर को दिल्ली में आयोजित किया गया था.
(PTI)