जम्मू : जम्मू-कश्मीर के पूर्व मुख्यमंत्री और डेमोक्रेटिक प्रोग्रेसिव आजाद पार्टी (डीपीएपी) के प्रमुख गुलाम नबी आज़ाद ने शनिवार को राज्य में अपनी पार्टी के सत्ता में आने पर रोशनी योजना को उसके मूल स्वरूप में बहाल करने, लोगों के बड़े लाभ के लिए भूमि और नौकरी की रक्षा करने की शपथ ली.
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#WATCH | RS Pura, Jammu: Democratic Progressive Azad Party (DPAP) President Ghulam Nabi Azad on Rajouri Encounter says, "...Army and paramilitary forces are vigilant, now the central and state governments need to increase security agencies. Our agencies should be active but the… pic.twitter.com/msSlgPN9pT
— ANI (@ANI) December 23, 2023 " class="align-text-top noRightClick twitterSection" data="
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— ANI (@ANI) December 23, 2023#WATCH | RS Pura, Jammu: Democratic Progressive Azad Party (DPAP) President Ghulam Nabi Azad on Rajouri Encounter says, "...Army and paramilitary forces are vigilant, now the central and state governments need to increase security agencies. Our agencies should be active but the… pic.twitter.com/msSlgPN9pT
— ANI (@ANI) December 23, 2023
गुलाम नबी आज़ाद ने आर.एस. पुरा में एक सार्वजनिक रैली के दौरान सभा को संबोधित करते हुए कहा, 'मेरी प्राथमिकता रोशनी योजना को वापस लाना है क्योंकि इससे बड़े पैमाने पर लोगों को फायदा हो रहा था. हाल ही में इस योजना को समाप्त करने से लोगों की आर्थिक समृद्धि पर असर पड़ा है. इससे हजारों लोगों को फायदा हो रहा था और यह आजीविका का साधन बन गया था.'
गुलाम नबी आज़ाद ने कहा कि उन्होंने जम्मू-कश्मीर के लोगों के लिए एक विजन विकसित किया है जिसे डीपीएपी के सत्ता में आने के बाद केंद्रशासित प्रदेश को सामाजिक-आर्थिक रूप से ऊपर उठाने के लिए लागू किया जाएगा.
आर.एस. पुरा और पाकिस्तान के साथ एलओसी या अंतरराष्ट्रीय सीमा साझा करने वाले अन्य क्षेत्रों के लोगों को पड़ोसी देश की ओर से गोलाबारी के कारण बहुत नुकसान हुआ है. गुलाम नबी आजाद ने कहा कि सीमाओं पर अनिश्चितता के कारण होने वाले नुकसान की भरपाई के लिए इन क्षेत्रों पर सरकार को विशेष ध्यान देने की जरूरत है. मैं इन लोगों के दुख-दर्द को साझा कर सकता हूं और आश्वस्त कर सकता हूं कि ऐसे क्षेत्रों के लिए विशेष योजनाओं से उन्हें सामाजिक-आर्थिक रूप से लाभ होगा.