वाराणसी: ज्ञानवापी परिसर में सर्वे की कार्रवाई लगातार जारी है. शनिवार को ज्ञानवापी परिसर में सर्वे की कार्यवाही का 23 वां दिन है. सर्वे की कार्रवाई के लिए टीम अंदर दाखिल हो चुकी है और कार्रवाई शुरू भी हो गई है. ज्ञानवापी परिषद में आर्कियोलॉजिकल सर्वे ऑफ इंडिया की टीम लगातार पसीना बहा रही है. सर्वे में हैदराबाद की टीम के साथ कानपुर आईआईटी की टीम मिलकर ग्राउंड पेनिट्रेटिंग रडार यानी जीपीआर सर्वे के लिए कार्रवाई शुरू कर चुकी है. आज भी रडार तकनीक का इस्तेमाल करके अलग-अलग हिस्सों में कार्रवाई को आगे बढ़ाया जा रहा है.
ज्ञानवापी परिसर में सर्वे की कार्रवाई के 22 दिन पूरे हो चुके हैं. शनिवार सुबह आठ बजे से सर्वे की कार्रवाई की शुरुआत हुई. सुबह ज्ञानवापी परिसर में कड़ी सुरक्षा व्यवस्था के बीच सर्वे की टीम अंदर दाखिल हुई है. हैदराबाद की टीम बीते 3 दिनों से वाराणसी के ज्ञानवापी परिसर में सर्वे की कार्रवाई के लिए रडार तकनीक का चिन्ह्यांकन करने के बाद सर्वे की कार्रवाई को आगे बढ़ा रही है.
इसके पहले कानपुर की टीम ने रडार तकनीक का चिह्नांकन किया और उसके लिए अलग-अलग स्थान पर मशीन के प्रयोग को लेकर अन्य चीजों को रखने का काम किया था. कानपुर की टीम भी हैदराबाद की टीम के साथ मौके पर मौजूद है.
21 जुलाई को कोर्ट की तरफ से दिए गए आदेश के बाद सुप्रीम कोर्ट और फिर हाईकोर्ट में मामले की सुनवाई के बाद 4 अगस्त से सर्वे की कार्रवाई शुरू हुई है. इसके पहले 24 जुलाई को 4 घंटे के लिए सर्वे की कार्रवाई हुई थी, लेकिन कोर्ट के आदेश के बाद इसे रोकना पड़ा था. सर्वे की कार्रवाई के लिए कोर्ट ने चार सप्ताह का समय दिया है और 2 सितंबर को एएसआई को अपनी रिपोर्ट फाइल करनी है. इसी के मद्देनजर दिल्ली, वाराणसी, पटना, आगरा, लखनऊ, हैदराबाद समेत कई अन्य जगहों की एएसआई टीम इस सर्वे की कार्रवाई को आगे बढ़ा रही है.
ज्ञानवापी परिसर में 40 सदस्यीय टीम अपने काम को अलग-अलग हिस्सों में कर रही है. अब तक टीम ने पूरे परिसर की फोटोग्राफी और वीडियोग्राफी कंप्लीट कर ली है. इसके अलावा काशी की टीम ने 3D मैपिंग के जरिए पूरे परिसर का एक 3D मैप भी तैयार कर लिया है. यह तकनीक सेटेलाइट से ऑपरेट होती है जिसके लिए अलग-अलग हिस्सों में मशीनों को लगाकर 3D मैपिंग का काम पूरा किया गया है. इसके अलावा टीम ने मुख्य हाल पश्चिमी दीवार के नीचे और ऊपर मुख्य गुंबद के अलावा अन्य तीन गुंबदों, मीनार व्यास जी के तहखाने, पूर्वी तहखाने से जांच के बाद सैंपल जुटाने के अलावा अपनी कार्रवाई को पूरा कर लिया है. आज भी शाम पांच बजे तक सर्वे की कार्रवाई जारी रहेगी.
ये भी पढे़ंः स्वामी प्रसाद मौर्या का बड़ा बयान, भारत न कभी हिन्दू राष्ट्र था और न कभी होगा