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जानें, क्यों बड़े भाई की लाश को कंधा देने के बजाय टुकड़ों में काटा

तेलंगाना के हैदराबाद में हैरान कर देने वाली घटना सामने आई, जिसमें बड़े भाई की लाश का अंतिम संस्कार करने के बजाय छोटे भाई-बहने ने उसकी लाश को टूकड़ों में काट डाला और फुटपाथ पर फेंककर भागने की फिराक में थे. स्थानीय लोगों ने उन्हें दबोच लिया और पुलिस के हवाले कर दिया.

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Published : May 13, 2023, 7:48 PM IST

Updated : May 13, 2023, 7:55 PM IST

हैदराबाद : शराबी भाई से छुटकारा पाने के लिए छोटे भाई-बहन ने मिलकर ऐसे अपराध को अंजाम दिया, जिसे जानकर रूह कांप उठेगी. ये घटना तेलंगाना के हैदराबाद स्थित लैंगरहाउस की है, जहां बड़े भाई की बीमारी से मौत के बाद लाश को कंधा देने के बजाय छोटे भाई-बहन ने उसके टूकड़े कर डाले और फिर बैग में भरकर उसे फूटपाथ पर छोड़कर भागने की कोशिश की. लेकिन तभी स्थानीय लोगों ने दोनों को पकड़ लिया और पुलिस के हवाले कर दिया. पूछताछ के दौरान भाई-बहन ने अपना अपराध कबुल कर लिया.

लैंगरहाउस इंस्पेक्टर के. श्रीनिवास के मुताबिक, राजेंद्रनगर की एनएफसीएल कॉलोनी के बलराज और बलम्मा के तीन बेटे और दो बेटियां हैं. बड़े बेटे और बड़ी बेटी की शादी हो चुकी है. बड़ा बेटा मंगलहाट में रहता है. बलराज की मौत के बाद से बलम्मा अपने दो बेटों अशोक (50), राजू (45) और छोटी बेटी स्वरूपा (35) के साथ एनएफसीएल कॉलोनी में रहती हैं. बलम्मा को मिलने वाली पेंशन से परिवार का गुजारा होता है. लेकिन अशोक उन पैसों को शराब में उड़ा देता था. यहां तक कि पैसों के लिए वह अपनी मां और भाई-बहन को भी प्रताड़ित करता था. वहीं, राजू और स्वरूपा मजदूरी कर अपना खर्चा निकालते थे. कुछ दिनों पहले अशोक की तबीयत बिगड़ी और उसे अस्पताल में भर्ती कराया गया था. उसकी हालत ज्यादा बिगड़ने लगी और डॉक्टर ने जवाब दे दिया था, जिसके बाद उसे वापस घर लाया गया.

नौ मई को अशोक की मौत हो गई, लेकिन बदले की आग में जल रहे राजू और स्वरूपा ने भाई की मौत की भनक पड़ोसियों को लगने नहीं दी. इस तरह लाश घर पर ही दो दिनों तक पड़ी रही. अब भाई के अंतिम संस्कार के लिए भी उनके पास पैसे नहीं थे और ना वह पूरे रीति-रिवाज के साथ अंत्येष्ठि करना चाहते थे. उन्हें बड़े भाई से बदला लेना था, जिसके लिए उन्होंने सब्जी काटने वाली चाकू से अशोक की लाश के तीन टूकड़े कर दिये. सिर, पैरों और धड़ को दो प्लास्टिक की थैलियों में भर दिया. उसके बॉडी पार्ट्स को बैग में भरकर गुरुवार की रात एक ऑटोरिक्शा से लैंगरहाउस ले गए. अब उनके पास ऑटोरिक्शा वाले को भी पैसे देने के लिए फूटी कौड़ी नहीं थी, जिसके बाद चालक उन्हें सैन्य अस्पताल के सामने उतार दिया.

दोनों भाई-बहन लाश के टूकड़ों से भरे बैग को लेकर फुटपाथ में छोड़कर जाते देख एक स्थानीय ने उनसे पूछताछ की. उसे जब एक बैग में कटा सिर मिला, तब वहां मौजूद स्थानीय लोगों को जमा कराया और उन दोनों को पकड़कर पुलिस के हवाले कर दिया. पुलिस ने बैग खुलवाए और जब पूछताछ की, तो पहले भाई-बहन ने मिलकर बेतुके जवाब दिये, लेकिन फिर राजू ने सारी पोल खोल दी.

इतना ही नहीं राजू कैंसर से पीड़ित था और वह उसी वक्त पुलिस के सामने खून की उल्टियां करने लगा. स्थानीय लोगों के मुताबिक, अशोक तो शराबी था ही और बड़े भाई ने राजू और स्वरूपा को मानसिक रूप से प्रताड़ित कर रखा था. शुक्रवार की सुबह पुलिस ने मंगलहाट में रहने वाले विजय को बुलाकर बयान दर्ज किया. शनिवार को पोस्टमार्टम के बाद अशोक का शव उन्हें सौंप दिया गया.

हैदराबाद : शराबी भाई से छुटकारा पाने के लिए छोटे भाई-बहन ने मिलकर ऐसे अपराध को अंजाम दिया, जिसे जानकर रूह कांप उठेगी. ये घटना तेलंगाना के हैदराबाद स्थित लैंगरहाउस की है, जहां बड़े भाई की बीमारी से मौत के बाद लाश को कंधा देने के बजाय छोटे भाई-बहन ने उसके टूकड़े कर डाले और फिर बैग में भरकर उसे फूटपाथ पर छोड़कर भागने की कोशिश की. लेकिन तभी स्थानीय लोगों ने दोनों को पकड़ लिया और पुलिस के हवाले कर दिया. पूछताछ के दौरान भाई-बहन ने अपना अपराध कबुल कर लिया.

लैंगरहाउस इंस्पेक्टर के. श्रीनिवास के मुताबिक, राजेंद्रनगर की एनएफसीएल कॉलोनी के बलराज और बलम्मा के तीन बेटे और दो बेटियां हैं. बड़े बेटे और बड़ी बेटी की शादी हो चुकी है. बड़ा बेटा मंगलहाट में रहता है. बलराज की मौत के बाद से बलम्मा अपने दो बेटों अशोक (50), राजू (45) और छोटी बेटी स्वरूपा (35) के साथ एनएफसीएल कॉलोनी में रहती हैं. बलम्मा को मिलने वाली पेंशन से परिवार का गुजारा होता है. लेकिन अशोक उन पैसों को शराब में उड़ा देता था. यहां तक कि पैसों के लिए वह अपनी मां और भाई-बहन को भी प्रताड़ित करता था. वहीं, राजू और स्वरूपा मजदूरी कर अपना खर्चा निकालते थे. कुछ दिनों पहले अशोक की तबीयत बिगड़ी और उसे अस्पताल में भर्ती कराया गया था. उसकी हालत ज्यादा बिगड़ने लगी और डॉक्टर ने जवाब दे दिया था, जिसके बाद उसे वापस घर लाया गया.

नौ मई को अशोक की मौत हो गई, लेकिन बदले की आग में जल रहे राजू और स्वरूपा ने भाई की मौत की भनक पड़ोसियों को लगने नहीं दी. इस तरह लाश घर पर ही दो दिनों तक पड़ी रही. अब भाई के अंतिम संस्कार के लिए भी उनके पास पैसे नहीं थे और ना वह पूरे रीति-रिवाज के साथ अंत्येष्ठि करना चाहते थे. उन्हें बड़े भाई से बदला लेना था, जिसके लिए उन्होंने सब्जी काटने वाली चाकू से अशोक की लाश के तीन टूकड़े कर दिये. सिर, पैरों और धड़ को दो प्लास्टिक की थैलियों में भर दिया. उसके बॉडी पार्ट्स को बैग में भरकर गुरुवार की रात एक ऑटोरिक्शा से लैंगरहाउस ले गए. अब उनके पास ऑटोरिक्शा वाले को भी पैसे देने के लिए फूटी कौड़ी नहीं थी, जिसके बाद चालक उन्हें सैन्य अस्पताल के सामने उतार दिया.

दोनों भाई-बहन लाश के टूकड़ों से भरे बैग को लेकर फुटपाथ में छोड़कर जाते देख एक स्थानीय ने उनसे पूछताछ की. उसे जब एक बैग में कटा सिर मिला, तब वहां मौजूद स्थानीय लोगों को जमा कराया और उन दोनों को पकड़कर पुलिस के हवाले कर दिया. पुलिस ने बैग खुलवाए और जब पूछताछ की, तो पहले भाई-बहन ने मिलकर बेतुके जवाब दिये, लेकिन फिर राजू ने सारी पोल खोल दी.

इतना ही नहीं राजू कैंसर से पीड़ित था और वह उसी वक्त पुलिस के सामने खून की उल्टियां करने लगा. स्थानीय लोगों के मुताबिक, अशोक तो शराबी था ही और बड़े भाई ने राजू और स्वरूपा को मानसिक रूप से प्रताड़ित कर रखा था. शुक्रवार की सुबह पुलिस ने मंगलहाट में रहने वाले विजय को बुलाकर बयान दर्ज किया. शनिवार को पोस्टमार्टम के बाद अशोक का शव उन्हें सौंप दिया गया.

Last Updated : May 13, 2023, 7:55 PM IST
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