गोरखपुर: रेलवे प्रोटेक्शन फोर्स (RPF) ने गुरुवार को धोखाधड़ी करने वाले दंपती को गिरफ्तार किया (husband wife arrested in gorakhpur). दोनों बिहार में 30 करोड़ का गबन (30 crore fraud in chapra bihar) करके एक साल से फरार थे. उन्हें ट्रेन से गिरफ्तार किया गया. दोनों के खिलाफ बिहार के छपरा में 30 करोड़ रुपये का गबन करके फरार होने का आरोप है. RPF ने दोनों को बिहार पुलिस को सौंप दिया. बिहार पुलिस उन्हें छपरा लेकर गई है.
डाकघर की योजना के नाम पर लेते थे रुपये: गोरखपुर के RPF (रेलवे प्रोटेक्शन फोर्स) इंस्पेक्टर राजेश कुमार सिन्हा ने बताया कि धीरज अग्रवाल और उसकी पत्नी ने सैकड़ों लोगों का रुपया डाकघर लंबे समय से में जमा करते रहे. पहले तो वे सही काम करते रहे. इसके बाद लोगों का रुपया जमा करने के नाम पर फर्जी रसीद देने लगे. इस तरह इन लोगों ने रिटायर्ड प्रोफेसर के 70 लाख रुपये सहित अनेक लोगों को अपना शिकार बनाया.
नये ठिकाने की थी तलाश: इसके बाद दोनों बिहार के छपरा से फरार हो गए. इंस्पेक्टर राजेश कुमार सिन्हा ने बताया, आरोपियों ने पूछताछ में बताया कि वे दिल्ली में रह रहे थे. इसके बाद वे अब नए ठिकाने की तलाश में जाने के लिए निकले थे. मुखबिर से सूचना के बाद आरोपियों को 12524, नई दिल्ली से न्यू जलपाईगुड़ी जाने वाली ट्रेन में गिरफ्तार किया गया है.
RPF ने सटीक जानकारी मिलने के बाद जब ट्रेन में रेड डाली और दंपत्ति के बारे में जानकारी हासिल की, तो उन्होंने अपनी पहचान धीरज अग्रवाल और उसकी पत्नी के रूप में बताया. इस काम में दोनों के खिलाफ बिहार के छपरा में 30 करोड़ की ठगी का केस दर्ज है. गोरखपुर में दंपती गिरफ्तार किया गये (husband wife arrested in gorakhpur).
30 करोड़ की ठगी: एक साल पहले दोनों लोगों का रुपया ठगकर दो बच्चों के साथ फरार हो गए थे. इसके बाद से ही बिहार पुलिस को इनकी तलाश रही है. आरोपियों ने इन दोनों को गिरफ्तार करने के बाद बिहार की छपरा पुलिस को सुपुर्द कर दिया है. छपरा में इनके खिलाफ आईपीसी की धारा 419-406 के तहत केस भी दर्ज है. इन्होंने खुद स्वीकार किया है कि ये लोगों से 30 करोड़ रुपये के करीब ठगी करने के बाद से एक साल से दिल्ली में रहते रहे हैं.
ग्राहकों से धोखाधड़ी: बिहार के छपरा से आए सब इंस्पेक्टर मुकेश कुमार ने बताया, ये दोनों डाकघर में लोगों का रुपया जमा करते रहे हैं. पॉलिसी पूरा होने पर उनके घर जाकर देते रहे हैं. जनता का विश्वास जीतकर ये बाद में उनसे जमा करने के नाम पर रुपये लेकर उन्हें फर्जी रसीद देने लगे. बिहार पुलिस को भी इनकी तलाश रही है.
बिहार में थे वांटेड: उन्होंने बताया, सालभर पहले इन लोगों पर विश्वास कर लोग इनके पास रुपये जमा करने लगे. इसके साथ ही बाहर रहने वाले लोगों का रुपया खाते में मंगाकर उनके घर पर पहुंचाते रहे हैं. इसके बाद कई लोगों की शिकायत की थी कि उनके घर रुपये नहीं पहुंचे हैं. FIR में इनके खिलाफ 30 करोड़ रुपये की धोखाधड़ी और गबन का आरोप है. (up news in hindi)
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