कोलार: कर्नाटक में कोलार के डोड्डाकाडातोरु गांव के मालुरु तालुक के रहने वाले रघु और दिव्या ने अपने परिवार के खिलाफ जाकर 24 मई 2013 को शादी की. वे दोनों एक दूसरे से 6 साल से प्यार करते थे.
शादी के 4 साल तक दोनों लोग खुशी से रह रहे थे. इसी समय में दिव्या को 31 मार्च 2017 को मलूर में डिलीवरी के लिए सेंट मैरी अस्पताल में भर्ती कराया गया. इलाज के दौरान डॉक्टर ने उसे एनेस्थीसिया का इंजेक्शन दिया था, लेकिन इंजेक्शन लगते ही वह कोमा में चली गई. पिछले 5 साल से दिव्या कोमा में है.
रघु अपनी पत्नी दिव्या के शरीर को अपनी हथेली में रखकर देखभाल करता है. रघु एक मां के रूप में उसकी देखभाल करता है, हालांकि उसकी प्यारी पत्नी दिव्या सिर्फ एक जीवित लाश बनकर रह गई है. रघु बताता है कि हमने परिवार के खिलाफ जाकर शादी की. हमारी शादी अंतरजातीय थी.
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रघु ने कहा कि हम लोगों ने 24 मई 2013 को दर्मस्तला में शादी की थी. शादी के बाद वह गर्भवती हो गई. 31 मार्च 2017 को उसे डिलिवरी के लिए मलूर के सेंट मैरी अस्पताल में भर्ती कराया गया था. रघु ने कहा कि जब हम चेकअप के लिए जाते थे तब डॉक्टर कहते थे कि सब कुछ अच्छा होगा, लेकिन डिलीवरी के बाद डॉक्टरों ने कहा कि वह कोमा में चली गई है.