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मानसून सीजन में अपने स्किन का कैसे रखें ख्याल, जानें विशेषज्ञ से उपाय - मानसून ब्यूटी टिप्स

मानसून सीजन का आगाज हो चुका है. इस सीजन में स्किन से जुड़ी बीमारियां होना आम बात है. ऐसे में बारिश के दिनों में अपने स्किन का विशेष ख्याल रखा जाता है. ईटीवी भारत ने PMCH के चर्म रोग विभाग की विभागाध्यक्ष डॉ अनुपमा सिंह से स्किन केयर के लिए टिप्स (Skin Care Tips) के बारे में जाना. पढ़ें पूरी रिपोर्ट.....

स्किन केयर के लिए टिप्स
स्किन केयर के लिए टिप्स
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Published : Jun 23, 2022, 6:30 AM IST

Updated : Jun 23, 2022, 12:16 PM IST

पटना: प्रदेश में मानसून के शुरू होते ही अस्पतालों में चर्म रोग के मामले बढ़ने शुरू (How To Take Care Of Skin) हो गए हैं. पीएमसीएच के विभिन्न विभागों में जहां दिनभर में ओपीडी में 1200 मरीज देखे आते हैं, इनमें से इन दिनों 350 से 400 तक मरीज सिर्फ स्किन डिजीज के ओपीडी में पहुंच रहे हैं. PMCH के चर्म रोग विभाग की विभागाध्यक्ष और प्रख्यात डर्मेटोलॉजिस्ट डॉ अनुपमा सिंह बताती है कि बरसात के मौसम में प्रायः चर्म रोग के मामले बढ़ जाते हैं. जिसमें कांटेक्ट डर्मेटाइटिस, खुजली, विटिलिगो जैसी बीमारी प्रमुख हैं.

यह भी पढ़ें: गर्मी के मौसम में ऐसे रखें स्किन का ख्याल, हीटस्ट्रोक से बचने के जानें उपाय


स्किन की इन बीमारियों से मरीज परेशान: डॉ अनुपमा सिंह (DR Anupama Singh On Skin Care) ने बताया कि अभी के समय में बारिश का मौसम चल रहा है. ऐसे में फंगल इंफेक्शन से जुड़े मामले काफी आते हैं, जिसे आम भाषा में दिनाय कहा जाता है. मुहासे के मामले भी इस मौसम में अधिक आते है. इसके अलावा इस मौसम में समर बाइल्स के मामले अधिक आते है. जिसे आम भाषा में समझा जाए तो अधिक आम खाने से चेहरे पर घाव का हो जाना. सिहुली के मामले भी इस समय अधिक आते हैं. इसके अलावा बारिश में शरीर के कई हिस्सों में इचिंग और घमौरियों हो जाता है.

सैनिटाइजर से स्किन ड्राई होने की शिकायत: डॉ अनुपमा सिंह ने बताया कि कोरोना के बाद स्किन से जुड़ी पोस्ट कोविड कंप्लीकेशन बहुत आ रहे हैं. कई लोग आकर शिकायत करते हैं कि कोरोना के बाद से उनके हाथ का स्किन बहुत ड्राई रह रहा है या फिर दाने निकल रहे हैं. इसे कांटेक्ट डर्मेटाइटिस कहा जाता है. इसमें होता यह है कि सैनिटाइजर का प्रयोग अधिक करने या फिर अधिक साबुन से हाथ धोने से चमड़ी का ऑइली लेयर होता है, वह नष्ट हो जाता है. ऐसे में मरीजो को बार-बार मोस्चराइजर लगाने की सलाह भी दी जाती है.

मानसून में चर्म रोग से बचने के उपाए: उन्होंने बताया कि पीएमसीएच में कई मामले सफेद दाग यानी कि विटिलिगो के भी आते हैं. जिसमें शरीर से वह सेल जो स्किन के ऊपर का रंग बनाते है, वह किसी कारणवश रंग बनाना बंद कर देते है. ऐसे में दवाइयों और क्रीम के माध्यम से उस सेल को एक्टिवेट किया जाता है. उन्होंने कहा कि जब मॉनसून का सीजन शुरू होता है तो शरीर में खुजली घमौरी के मामले बढ़ जाते हैं. ऐसे में इस प्रॉब्लम से बचने के लिए हमें वैसे साबुन का इस्तेमाल करना चाहिए जो शरीर के स्किन से कम मात्रा में तेल को (Care Of Skin During Monsoon) निकाले और शरीर को ड्राई होने से बचाएं. स्किन का ड्राई होने से बचाने के लिए मॉइश्चराइजर का प्रयोग करे.

उन्होंने कहा कि अगर खुजली हो रही है तो एक टेबलेट एंटी एलर्जी दवा खाएं. यदि फिर भी अगर कंट्रोल नहीं होता है तो चिकित्सकों से परामर्श करें. इसके अलावा खानपान में सीजनल फल का अधिक मात्रा में सेवन करें. इसके अलावा अधिक से अधिक मात्रा में पानी पिए और जितना संभव हो सके तेल युक्त भोजन से दूर रहे.

यह भी पढ़ें: खराब सब्जी और सड़े फूलों के स्किन केयर प्रोडक्ट बने चर्चा के विषय

पटना: प्रदेश में मानसून के शुरू होते ही अस्पतालों में चर्म रोग के मामले बढ़ने शुरू (How To Take Care Of Skin) हो गए हैं. पीएमसीएच के विभिन्न विभागों में जहां दिनभर में ओपीडी में 1200 मरीज देखे आते हैं, इनमें से इन दिनों 350 से 400 तक मरीज सिर्फ स्किन डिजीज के ओपीडी में पहुंच रहे हैं. PMCH के चर्म रोग विभाग की विभागाध्यक्ष और प्रख्यात डर्मेटोलॉजिस्ट डॉ अनुपमा सिंह बताती है कि बरसात के मौसम में प्रायः चर्म रोग के मामले बढ़ जाते हैं. जिसमें कांटेक्ट डर्मेटाइटिस, खुजली, विटिलिगो जैसी बीमारी प्रमुख हैं.

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स्किन की इन बीमारियों से मरीज परेशान: डॉ अनुपमा सिंह (DR Anupama Singh On Skin Care) ने बताया कि अभी के समय में बारिश का मौसम चल रहा है. ऐसे में फंगल इंफेक्शन से जुड़े मामले काफी आते हैं, जिसे आम भाषा में दिनाय कहा जाता है. मुहासे के मामले भी इस मौसम में अधिक आते है. इसके अलावा इस मौसम में समर बाइल्स के मामले अधिक आते है. जिसे आम भाषा में समझा जाए तो अधिक आम खाने से चेहरे पर घाव का हो जाना. सिहुली के मामले भी इस समय अधिक आते हैं. इसके अलावा बारिश में शरीर के कई हिस्सों में इचिंग और घमौरियों हो जाता है.

सैनिटाइजर से स्किन ड्राई होने की शिकायत: डॉ अनुपमा सिंह ने बताया कि कोरोना के बाद स्किन से जुड़ी पोस्ट कोविड कंप्लीकेशन बहुत आ रहे हैं. कई लोग आकर शिकायत करते हैं कि कोरोना के बाद से उनके हाथ का स्किन बहुत ड्राई रह रहा है या फिर दाने निकल रहे हैं. इसे कांटेक्ट डर्मेटाइटिस कहा जाता है. इसमें होता यह है कि सैनिटाइजर का प्रयोग अधिक करने या फिर अधिक साबुन से हाथ धोने से चमड़ी का ऑइली लेयर होता है, वह नष्ट हो जाता है. ऐसे में मरीजो को बार-बार मोस्चराइजर लगाने की सलाह भी दी जाती है.

मानसून में चर्म रोग से बचने के उपाए: उन्होंने बताया कि पीएमसीएच में कई मामले सफेद दाग यानी कि विटिलिगो के भी आते हैं. जिसमें शरीर से वह सेल जो स्किन के ऊपर का रंग बनाते है, वह किसी कारणवश रंग बनाना बंद कर देते है. ऐसे में दवाइयों और क्रीम के माध्यम से उस सेल को एक्टिवेट किया जाता है. उन्होंने कहा कि जब मॉनसून का सीजन शुरू होता है तो शरीर में खुजली घमौरी के मामले बढ़ जाते हैं. ऐसे में इस प्रॉब्लम से बचने के लिए हमें वैसे साबुन का इस्तेमाल करना चाहिए जो शरीर के स्किन से कम मात्रा में तेल को (Care Of Skin During Monsoon) निकाले और शरीर को ड्राई होने से बचाएं. स्किन का ड्राई होने से बचाने के लिए मॉइश्चराइजर का प्रयोग करे.

उन्होंने कहा कि अगर खुजली हो रही है तो एक टेबलेट एंटी एलर्जी दवा खाएं. यदि फिर भी अगर कंट्रोल नहीं होता है तो चिकित्सकों से परामर्श करें. इसके अलावा खानपान में सीजनल फल का अधिक मात्रा में सेवन करें. इसके अलावा अधिक से अधिक मात्रा में पानी पिए और जितना संभव हो सके तेल युक्त भोजन से दूर रहे.

यह भी पढ़ें: खराब सब्जी और सड़े फूलों के स्किन केयर प्रोडक्ट बने चर्चा के विषय

Last Updated : Jun 23, 2022, 12:16 PM IST
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