दिसपुर : असम का हालिया विकास स्पष्ट रूप से इशारा करता है कि असम सरकार और यूनाइटेड लिबरेशन फ्रंट ऑफ असम (उल्फा) के वार्ता विरोधी गुट के बीच बातचीत का माहौल बन रहा है.
असम के नए मुख्यमंत्री हिमंत बिस्वा सरमा ने पद संभालने के तुरंत बाद उल्फा गुट से शांति वार्ता के लिए आने की अपील की. जिस पर उल्फा कमांडर इन चीफ परेश बरुआ उर्फ परेश असम ने भी मुख्यमंत्री की अपील पर सकारात्मक प्रतिक्रिया व्यक्त की और साथ ही अपहृत ओएनजीसी कर्मचारी रितुल सैकिया को बिना शर्त रिहा कर दिया गया.
ईटीवी भारत के वरिष्ठ पत्रकार गौतम बरुआ ने आज उल्फा गुट के कमांडर इन चीफ परेश बरुआ से टेलीफोन पर बात की.
चीन और म्यांमार में सशस्त्र संघर्ष जारी रखने वाले बरुआ ने ईटीवी भारत से बात करते हुए कहा कि बातचीत को लेकर अभी तक कुछ पक्का नहीं हुआ है, लेकिन इसकी कुछ उम्मीद है.
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बरुआ ने मुख्यमंत्री सरमा की अपील की सराहना की और कहा कि संगठन कभी भी वार्ता प्रक्रिया के खिलाफ नहीं था. बरुआ ने कहा कि वार्ता सार्थक होनी चाहिए और महज बातचीत के लिए बातचीत नहीं होनी चाहिए.