कांकेर: जहां एक ओर पूरी दुनिया वेलेंटाइन डे मना रही है. वहीं दूसरी ओर इसके विरोध में बजरंग दल समेत कई हिंदूवादी संगठन सड़क पर उतर आए हैं. कांकेर में एक दिन पहले ही गार्डनों और गढ़िया पहाड़ में बजरंग दल ने चेतावनी रैली और वेलेंटाइन डे के बहिष्कार का बोर्ड लगा दिया था. बजरंग दल के कार्यकर्ता वैलेंटाइन डे के विरोध में बाइक रैली निकाली. गार्डनों में नारे लगाते रहे. बजरंग दल ने गढ़िया पहाड़ में एक जोड़े को उठक-बैठक तक करा दिया. वहां मौजूद पुलिस मूक दर्शक बनी रही.
हिंदूवादी संगठनों के पदाधिकारी और सदस्य सड़कों पर उतरे. वे हाथों में लाठी लेकर निकले. वाहन रैली निकाल कर जमकर नारेबाजी की. बता दें कि रविवार को ही लोक सेवा आयोग की प्रारंभिक परीक्षा थी. पहली पाली की परीक्षा 10 से 12 बजे और दूसरी पारी की परीक्षा 3 से 5 बजे तक थी. दूर-दराज से आए परीक्षार्थियों ने 10 से 12 के बीच पहली पारी की परीक्षा दी. परीक्षार्थी 3 घंटे पार्क में आराम करना चाह रहे थे, लेकिन वेलेंटाइन डे के विरोध के चलते परीक्षार्थी कहीं भी नहीं बैठ पा रहे थे. एक परीक्षार्थी ने नाम न बताने की शर्त पर कहा कि ये सरासर गुंडई है. हम आराम करने किसी पार्क में बैठ भी जाएंगे तो परेशान किया जाएगा.
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'कान पकड़ा के माफी मंगवाएंगे'
बजरंग दल के संयोजक विजय जैन ने कहा कि भारत में पाश्चात्य संस्कृति हावी हो चुकी है. बजरंग दल वेलेंटाइन डे का पूरे भारत में विरोध करता है. आज हमने चेतावनी रैली निकाली है. नगर के सभी पार्क में जाएंगे. कोई भी प्रेमी जोड़ा मिलता है, तो उन्हें कान पकड़ा के माफी मंगवा के उठक-बैठक कराया जाएगा. गढ़िया पहाड़ में जब प्रेमी जोड़े को उठक-बैठक कराया जा रहा था तो पुलिस सामने खड़ी थी. उन्होंने किसी को ऐसा करने से नहीं रोका. शायद पुलिस किसी बड़ी घटना के इंतजार में बैठी थी. वहीं सवाल ये उठता है कि बजरंग दल के कार्यकर्ता प्रेमी जोड़ों पर कार्रवाई करने की चेतावनी देने वाले कौन होते हैं?