नई दिल्ली: केंद्रीय गृह मंत्री अमित शाह ने लगातार बारिश के मद्देनजर रविवार को स्थिति का जायजा लिया. गृह मंत्रालय के सूत्रों की माने तो उन्होंने पंजाब तथा हिमाचल प्रदेश के मुख्यमंत्रियों और दिल्ली तथा जम्मू-कश्मीर के उपराज्यपालों से बात की. गृह मंत्री ने उन्हें बारिश से उत्पन्न स्थिति से निपटने में सभी केंद्रीय मदद का आश्वासन दिया. सूत्रों ने कहा कि शाह ने पंजाब और हिमाचल प्रदेश के मुख्यमंत्रियों से बात की और बारिश से हुए नुकसान के बारे में जानकारी ली.
राष्ट्रीय राजधानी में भारी बारिश को देखते हुए गृह मंत्री ने उपराज्यपाल वीके सक्सेना से भी बात की और जानकारी ली. सूत्रों ने बताया कि गृह मंत्री ने जम्मू कश्मीर के उपराज्यपाल मनोज सिन्हा से भी बात की और भारी बारिश के कारण स्थगित की गई अमरनाथ यात्रा की स्थिति के बारे में चर्चा की. शाह ने जम्मू कश्मीर में अमरनाथ तीर्थयात्रियों की मदद के लिए राष्ट्रीय आपदा मोचन बल (एनडीआरएफ) और राज्य आपदा मोचन बल (एसडीआरएफ) की सराहना की.
उन्होंने ट्वीट किया कि एनडीआरएफ और एसडीआरएफ सभी बाधाओं के बावजूद राष्ट्र और मानवता की सेवा में हमेशा तत्पर रहे हैं. प्रत्येक तीर्थयात्री को सुरक्षित अमरनाथ यात्रा कराने के हमारे लक्ष्य को पूरा करने में उनकी भूमिका महत्वपूर्ण रही है. पवित्र तीर्थस्थल से वापस लौटते समय एसडीआरएफ के एक जवान द्वारा एक महिला यात्री को हिमालय के दुर्गम इलाके से तीन किलोमीटर तक अपनी पीठ पर ले जाते हुए एक तस्वीर साझा की जा रही है. मैं नागरिकों की सुरक्षा का प्रतीक बनने के लिए उनकी सराहना करता हूं.
रविवार को उत्तर भारत के कई हिस्सों में मूसलाधार बारिश हुई और भूस्खलन और बारिश से जुड़ी अन्य घटनाओं में 15 लोगों की मौत हो गई, जबकि दिल्ली में यमुना सहित ज्यादातर नदियां उफान पर हैं. भारत मौसम विज्ञान विभाग (आईएमडी) ने बताया कि दिल्ली में रविवार सुबह साढ़े आठ बजे तक पिछले 24 घंटे की अवधि में 153 मिलीमीटर (मिमी) बारिश दर्ज की गई, जो 1982 के बाद से जुलाई में एक दिन में हुई सर्वाधिक बारिश है. हिमाचल प्रदेश में भूस्खलन की तीन घटनाओं में पांच लोगों की मौत हो गई.
(पीटीआई-भाषा)