औरंगाबाद : बंबई उच्च न्यायालय की औरंगाबाद खंडपीठ के भवन परिसर में बम होने की सूचना मिलने के बाद पुलिस ने तलाशी ली जो बाद में अफवाह निकली. इस संबंध में पुलिस ने जानकारी देते हुए बताया कि महाराष्ट्र में यहां पुलिस नियंत्रण कक्ष को मंगलवार शाम करीब पौने पांच बजे बिहार से धमकी भरा फोन आया. फोन करने वाले का कहना था कि उसने पैसे दिए हैं लेकिन उसका काम नहीं हो रहा है, इसलिए कोर्ट में बम रख दिया गया है.
कोर्ट में बम की सूचना मिलने के बाद पुंडलिक नगर थाने की पुलिस टीम के अलावा बम निरोधक दस्ते ने इमारत की दो मंजिलों, उसके पिछले हिस्से और उच्च न्यायालय के पार्किंग क्षेत्र की तलाशी ली. पुंडलिक नगर पुलिस थाने के एक अधिकारी ने बताया कि इस संबंध में अब तक कोई अपराध दर्ज नहीं किया गया है. पुलिस का कहना है कि फोन करने वाले शख्स ने एक खास ऐप के जरिए कॉल की. इस ऐप में अंतरराष्ट्रीय नंबर दिखाने की सुविधा है जिसकी वजह से फोन नंबर दिखाई नहीं दे रहा था. वहीं फोन पर धमकी मिलने के बाद आरोपी ने अपना नंबर दे दिया. पुलिस ने जांच के दौरान जब उस नंबर पर संपर्क किया तो पता चला कि वह नंबर कोर्ट में कार्यरत वकील दत्तात्रेय जाधव का है. पुलिस ने बाद में इस नंबर पर संपर्क किया और जाधव उस समय अपने निजी काम से बाहर गए हुए थे.
बता दें कि इससे पहले औरंगाबाद बेंच में काम करने वाले एडवोकेट दत्तात्रेय जाधव को पहले एक गुमनाम नई कॉल मिली थी. उनके पास 26 जनवरी को फोन आया था जिसमें उनसे फिरौती की मांग करते हुए कहा गया था कि आपकी कार में बम रखा है. लेकिन चूंकि वह उस समय राज्य से बाहर थे, इसलिए उन्होंने उसे गंभीरता से नहीं लिया. हालांकि उस वक्त भी उन्हें इसी तरह के एक ऐप से कॉल किया गया था. इसलिए नंबर नहीं आने को लेकर साइबर सेल ने जांच शुरू कर दी है.
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