तिरुवनंतपुरम : एक हिस्ट्रीशीटर ने सोमवार रात होसदुर्ग में खुद को जज बताकर केरल पुलिस को धोखा दिया. जल्द ही उसका ये खेल समाप्त हो गया. हालांकि, पुलिस ने संदेह होने पर उसे हिरासत में ले लिया. जांच के दौरान पता चला कि राज्य की राजधानी में उसके खिलाफ नौ मामले दर्ज हैं. रिपोर्ट के अनुसार, होसदुर्ग पुलिस को एक फोन आया. जिसमें बताया गया कि पथानामथिट्टा अदालत के एक न्यायाधीश के वाहन में खराबी आ गई है और होटल तक पहुंचने के लिए मदद की जरूरत है.
सूचना मिलने पर पुलिस मौके पर पहुंची और उन्हें एक होटल में पहुंचाया. बाद में उन्होंने पुलिस को बताया कि उनकी नौकरी की वजह से उनकी जान को खतरा है, इसलिए उन्हें सुरक्षा भी दी गई. फिर 'जज' ने मांग की कि उन्हें पास के रेलवे स्टेशन तक ले जाया जाए क्योंकि उन्हें ट्रेन पकड़नी है. पुलिस को जब उनके व्यवहार पर शक हुआ तो उनसे पहचान पत्र मांगा. लेकिन, जब उन्होंने इसके लिए मना कर दिया तो पुलिस उन्हें होसदुर्ग पुलिस स्टेशन ले आई. लगातार पूछताछ करने पर उसने कबूल किया कि वह तिरुवनंतपुरम का रहने वाला है और उसका नाम शमनाद शौकत (39) है.
शौकत के बयान के अनुसार, वह कासरगोड जाने वाली बस में सवार था. जहां उसका झगड़ा हो गया, जिसके बाद उसे बस से उतरने के लिए कहा गया. तभी, उसके दिमाग में यह विचार आया और उसने एक स्थानीय दोस्त से पुलिस को सूचित करने के लिए कहा कि एक 'न्यायाधीश' सड़क पर इंतजार कर रहे हैं. होसदुर्ग पुलिस स्टेशन के एक अधिकारी ने कहा कि शौकत और उसके दोस्त दोनों को गिरफ्तार कर लिया गया है और उन्हें बुधवार को अदालत में पेश किया जाएगा. एक अधिकारी ने कहा कि उसने स्वीकार किया है कि उसके गृह जिले में नौ मामले दर्ज हैं. हम अपनी जांच जारी रख रहे हैं और कानून के मुताबिक आगे की कार्रवाई करेंगे.
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