श्रीनगर : सेना ने बुधवार को कहा कि उसने पाकिस्तान के कब्जे वाले कश्मीर (पीओके) से तंगधार में मादक पदार्थ की तस्करी की कोशिश विफल कर दी और करीब 50 करोड़ रुपये की प्रतिबंधित सामग्री जब्त की.
सेना के एक अधिकारी ने यहां कहा, 'बीएसएफ और जम्मू कश्मीर पुलिस के साथ मिलकर भारतीय सेना ने कल रात तंगधार के अग्रिम क्षेत्रों में मादक पदार्थ की तस्करी की कोशिश विफल कर दी और करीब 50 करोड़ रुपये मूल्य की प्रतिबंधित सामग्री बरामद की.'
उन्होंने बताया कि पिछले एक सप्ताह में 'पाकिस्तान के प्रश्रय वाले मादक पदार्थ-आतंक गुट (मोड्यूल)' का दूसरी बार भंडाफोड़ किया गया है.
उन्होंने बताया कि एक सप्ताह पहले इसी आम इलाके में संयुक्त अभियान में 10 किलोग्राम हेरोइन बरामद की गई थी. अधिकारी ने कहा, 'लेकिन इस बार, नियंत्रण रेखा के पास तस्करों को मादक पदार्थ लेकर आते हुए देख लिया गया.
सेना एवं बीएसएफ की मुस्तैदी ने पाकिस्तान के आतंकवादियों के साथ आए इन तस्करों को बाड़ पार करने का मौका नहीं दिया. उन्होंने चुनौती देकर उन्हें अपनी खेप वहीं छोड़कर भागने को मजबूर कर दिया.
उन्होंने बताया कि करनाह तहसील में इस धंधे में लगे व्यक्तियों की पहचान की जा रही है. उन्होंने कहा कि मादक पदार्थ -आतंकवाद की साठगांठ कश्मीर और पंजाब के सीमावर्ती क्षेत्रों के सामाजिक तानेबाने को सांस्कृतिक रूप से कमजोर बनाने की पाकिस्तान की लंबे समय से हरकत रही है.
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अधिकारी ने कहा, 'सशस्त्र आतंकवादियों के सहारे तस्करों को सहायता पहुंचाने की पाकिस्तान की कोशिश से यह साठगांठ बेनकाब हो गई है. इस साठगांठ पर नियंत्रण रखने वाले पाकिस्तानी हैंडलरों को मादक पदार्थों की बिक्री के बदले पैसे मिलते हैं जिसका इस्तेमाल आतंकवादी संगठनों के वित्तपोषण के लिए किया जाता है.'
उन्होंने कहा कि इस पूरी साठगांठ में पाकिस्तानी सेना की अहम भूमिका है.