भुवनेश्वर/कोलकाता : भारत मौसम विज्ञान विभाग (India Meteorological Department - IMD) ने रविवार को बताया कि उत्तरी तेलंगाना के ऊपर निम्न दबाव का क्षेत्र बनने एवं बंगाल की खाड़ी से तेज दक्षिण-पूर्वी हवा चलने के कारण पश्चिम बंगाल और ओडिशा में 20 अक्टूबर तक भारी वर्षा होने के आसार हैं.
आईएमडी ने मछुआरों को मंगलवार तक समुद्र में नहीं जाने की सलाह दी है. निम्न दबाव क्षेत्र के प्रभाव के कारण उत्तरी बंगाल की खाड़ी में गहरे समुद्री क्षेत्रों में 19 अक्टूबर तक हवा की गति 40-50 किलोमीटर प्रति घंटे की रफ्तार से 60 किमी प्रति घंटे तक पहुंचने की प्रबल संभावना है.
मौसम विभाग ने वर्षा के कारण नदियों में जलस्तर बढ़ने, निचले इलाकों में जलभराव होने तथा दार्जिलिंग एवं कलीमपोंग जिलों में भूस्खलन की चेतावनी दी है. भारी बारिश के कारण पहले से ही परेशान ओडिशा में सरकार ने जिला अधिकारियों को हालात पर कड़ी नजर रखने के लिए सतर्क रहने को कहा है.
क्षेत्रीय मौसम विज्ञान केंद्र के उपनिदेशक संजीव बंदोपाध्याय ने कहा कि बारिश से राज्य में खेतों में धान की फसल को नुकसान पहुंच सकता है. राज्य के कई जिलों में धान की फसल कटने को तैयार है.
हावड़ा, हुगली और पूर्वी मेदिनीपुर समेत राज्य के दक्षिणी जिलों में हाल में वर्षा के कारण बाढ़ आयी है. बंदोपाध्याय ने कहा कि कोलकाता समेत राज्य के दक्षिण जिलों में रविवार से भारी से अत्यधिक भारी वर्षा हो सकती है. उत्तरी बंगाल के जिलों में सोमवार से वर्षा संबंधी गतिविधि तेज होगी.
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भुवनेश्वर के मौसम विभाग कार्यालय के सूत्रों ने कहा कि शनिवार से ही सुंदरगढ़, क्योंझर, मयूरभंज, बालासोर, भद्रक, केंद्रपाड़ा और जगतसिंहपुर के कुछ हिस्सों में रुक-रुक कर बारिश हो रही है.
आईएमडी ने सोमवार से सुंदरगढ़, क्योंझर, मयूरभंज, बालासोर, भद्रक और जाजपुर जैसे जिलों में भारी बारिश होने और गरज के साथ बौछारें पड़ने का अनुमान लगाया है. विशेष राहत आयुक्त ने सभी जिलाधिकारियों को स्थिति पर नजर रखने का निर्देश दिया है.
(पीटीआई-भाषा)