ETV Bharat / bharat

Heavy Rain In Gujarat: निचले इलाकों में जलभराव के चलते बचाव अभियान जारी, किसानों की फसलें हुईं बर्बाद

author img

By ETV Bharat Hindi Team

Published : Sep 19, 2023, 6:36 PM IST

Updated : Sep 19, 2023, 7:45 PM IST

गुजरात के कई इलाकों में भारी बारिश आफत बनी हुई है. गुजरात के अरावली जिले के निचले इलाकों में फंसे कुल 157 लोगों को बचाया गया. बांध अधिकारियों ने 5.19 लाख क्यूसेक पानी के प्रवाह की सूचना दी. एनडीआरएफ की टीम साहसिक बचाव अभियान लगातार चला रही है.

Crops ruined due to rain in Gujarat
गुजरात में बारिश से फसलें बर्बाद
गुजरात के कई इलाकों में भारी बारिश

गांधीनगर: गुजरात में नर्मदा नदी पर बना सरदार सरोवर बांध मंगलवार को लगातार तीसरे दिन भी ओवरफ्लो हो गया, जिससे पूरे क्षेत्र में खतरा पैदा हो गया. 18 सितंबर को एनडीआरएफ ने गुजरात के अरावली जिले के निचले इलाकों में फंसे कुल 157 लोगों को बचाया, ये सभी लोग क्षेत्र में लगातार हो रही बारिश के शिकार थे. विशेष रूप से लकेश्वरी गांव ने उनका ध्यान आकर्षित किया, क्योंकि एनडीआरएफ कर्मियों ने निवासियों को सुरक्षित स्थानों पर शिफ्ट कर दिया.

मंगलवार सुबह तक, बांध अधिकारियों ने 5.19 लाख क्यूसेक पानी के प्रवाह की सूचना दी. इस प्रवाह के जवाब में 3.43 लाख क्यूसेक पानी नर्मदा के निचले प्रवाह में छोड़ा गया, साथ ही महत्वपूर्ण सिंचाई जरूरतों को पूरा करने के लिए अतिरिक्त 18,593 क्यूसेक पानी नर्मदा मुख्य नहर प्रणाली में डाला गया. जूनागढ़ जिले के आखा गांव में एनडीआरएफ की टीम साहसिक बचाव अभियान चलाने के लिए हरकत में आई.

इसके परिणामस्वरूप विभिन्न स्थानों पर फंसे एक वरिष्ठ नागरिक और चार अन्य ग्रामीणों को सुरक्षित निकाला गया. इस बीच, गुजरात के मुख्यमंत्री भूपेंद्र पटेल ने मूसलाधार बारिश से तबाह हुए, क्षेत्रों में जिला कलेक्टरों के साथ अपने सक्रिय समन्वय की पुष्टि की है. उन्होंने 10 टुकड़ियों की तैनाती की सूचना दी, जिसमें एनडीआरएफ और एसडीआरएफ दोनों कर्मी शामिल हैं. यह कई स्थानों पर बचाव प्रयासों में सक्रिय रूप से लगे हैं.

एक उल्लेखनीय उपलब्धि 270 से अधिक नागरिकों को सफलतापूर्वक बचाना है. सड़क मार्गों में बाधा डालने वाले गिरे हुए पेड़ों को हटाने, वाहन यातायात की बहाली में तेजी लाने के प्रयास भी चल रहे हैं. नर्मदा नदी के किनारे भरूच और अंकलेश्वर तक फैले पुल संख्या 502 पर जल स्तर 40 फीट से अधिक हो गया है, जो खतरे के निशान को लगभग 12 फीट (28 फीट) पार कर गया है.

इस चिंताजनक वृद्धि के कारण रेलवे परिचालन को निलंबित करना पड़ा और प्रमुख मुंबई-अहमदाबाद तेजस एक्सप्रेस और शताब्दी एक्सप्रेस सहित कम से कम 18 ट्रेनों को रद्द करना पड़ा.

राज्य में दर्ज हुई 99.27 प्रतिशत बारिश

गुजरात राज्य में 99.27 प्रतिशत औसत वर्षा दर्ज की गई है. पिछले 24 घंटों में जामनगर, द्वारका, राजकोट, जामनगर में भारी से भारी बारिश की भविष्यवाणी की गई है. यहां बता दें कि अगस्त माह में राज्य में महज 1.01 इंच बारिश हुई है. आने वाले घंटों में सौराष्ट्र के कई इलाकों में बारिश हो सकती है. राज्य के स्टेट इमरजेंसी सेंटर से पिछले 24 घंटों की बारिश के आंकड़ों के अनुसार, पिछले 24 घंटों में 33 जिलों के 248 तालुकाओं में औसतन 34.92 मिमी बारिश दर्ज की गई.

इस मानसून सीजन जून में 242.96 मिमी, जुलाई में 448.73 मिमी, अगस्त में 25.49 मिमी और सितंबर में 152.99 मिमी बारिश दर्ज की गई है. गुजरात में भारी बारिश के कारण सुबह 9 बजे तक कुल 177 सड़कें बंद कर दी गई हैं. जिसमें तीन राष्ट्रीय राजमार्ग, 14 राज्य राजमार्ग और कुल 152 पंचायत स्वामित्व वाली सड़कें व आठ अन्य सड़कें शामिल हैं. सड़क बंद होने के कारण कुल 65 एसटी बस रूटों को बंद करने का निर्णय भी गुजरात राज्य एसटी विभाग द्वारा लिया गया है.

जूनागढ़ में दर्ज हुई 12 इंच मूसलाधार बारिश, किसानों की फसलें बर्बाद

वहीं दूसरी ओर जूनागढ़ के विसावदर तालुक में दिन के दौरान सबसे अधिक 11.88 इंच बारिश दर्ज की गई, जो मंगलवार दिन भर में पूरे प्रदेश में सबसे ज्यादा है. भारी बारिश के कारण मेंदारा वंथली और जूनागढ़ के साथ-साथ विसावदर समेत गिर इलाकों की नदियां और जलाशय एक बार फिर जलमग्न हो गए.

सबसे अधिक बारिश विसावदर तालुका में 11.88 इंच, मेंदारा में 7.48 इंच, वंथली में 5.42 इंच और जूनागढ़ तालुका में 4 इंच दर्ज की गई. 20 जुलाई को जूनागढ़ शहर और जिले में 20 इंच से अधिक बारिश दर्ज हुई थी. किसान बारिश का इंतजार कर रहे थे, लेकिन बेहद भारी बारिश से कुछ इलाकों में तैयार मूंगफली, सोयाबीन और कपास की फसल को भारी नुकसान हुआ है.

विसावदर पंथक में सुबह 6 बजे से शाम 6 बजे तक करीब 302 मिमी बारिश हुई है, जिसके चलते अंबाजल-ध्रफल समेत सभी छोटे-बड़े जलाशयों में पानी भर गया. जूनागढ़ पंथक में बारिश के कारण ओजट नदी में घोड़ापुर गांव जलमग्न दिखाई दिया.

(अतिरिक्त इनपुट-आईएएनएस)

गुजरात के कई इलाकों में भारी बारिश

गांधीनगर: गुजरात में नर्मदा नदी पर बना सरदार सरोवर बांध मंगलवार को लगातार तीसरे दिन भी ओवरफ्लो हो गया, जिससे पूरे क्षेत्र में खतरा पैदा हो गया. 18 सितंबर को एनडीआरएफ ने गुजरात के अरावली जिले के निचले इलाकों में फंसे कुल 157 लोगों को बचाया, ये सभी लोग क्षेत्र में लगातार हो रही बारिश के शिकार थे. विशेष रूप से लकेश्वरी गांव ने उनका ध्यान आकर्षित किया, क्योंकि एनडीआरएफ कर्मियों ने निवासियों को सुरक्षित स्थानों पर शिफ्ट कर दिया.

मंगलवार सुबह तक, बांध अधिकारियों ने 5.19 लाख क्यूसेक पानी के प्रवाह की सूचना दी. इस प्रवाह के जवाब में 3.43 लाख क्यूसेक पानी नर्मदा के निचले प्रवाह में छोड़ा गया, साथ ही महत्वपूर्ण सिंचाई जरूरतों को पूरा करने के लिए अतिरिक्त 18,593 क्यूसेक पानी नर्मदा मुख्य नहर प्रणाली में डाला गया. जूनागढ़ जिले के आखा गांव में एनडीआरएफ की टीम साहसिक बचाव अभियान चलाने के लिए हरकत में आई.

इसके परिणामस्वरूप विभिन्न स्थानों पर फंसे एक वरिष्ठ नागरिक और चार अन्य ग्रामीणों को सुरक्षित निकाला गया. इस बीच, गुजरात के मुख्यमंत्री भूपेंद्र पटेल ने मूसलाधार बारिश से तबाह हुए, क्षेत्रों में जिला कलेक्टरों के साथ अपने सक्रिय समन्वय की पुष्टि की है. उन्होंने 10 टुकड़ियों की तैनाती की सूचना दी, जिसमें एनडीआरएफ और एसडीआरएफ दोनों कर्मी शामिल हैं. यह कई स्थानों पर बचाव प्रयासों में सक्रिय रूप से लगे हैं.

एक उल्लेखनीय उपलब्धि 270 से अधिक नागरिकों को सफलतापूर्वक बचाना है. सड़क मार्गों में बाधा डालने वाले गिरे हुए पेड़ों को हटाने, वाहन यातायात की बहाली में तेजी लाने के प्रयास भी चल रहे हैं. नर्मदा नदी के किनारे भरूच और अंकलेश्वर तक फैले पुल संख्या 502 पर जल स्तर 40 फीट से अधिक हो गया है, जो खतरे के निशान को लगभग 12 फीट (28 फीट) पार कर गया है.

इस चिंताजनक वृद्धि के कारण रेलवे परिचालन को निलंबित करना पड़ा और प्रमुख मुंबई-अहमदाबाद तेजस एक्सप्रेस और शताब्दी एक्सप्रेस सहित कम से कम 18 ट्रेनों को रद्द करना पड़ा.

राज्य में दर्ज हुई 99.27 प्रतिशत बारिश

गुजरात राज्य में 99.27 प्रतिशत औसत वर्षा दर्ज की गई है. पिछले 24 घंटों में जामनगर, द्वारका, राजकोट, जामनगर में भारी से भारी बारिश की भविष्यवाणी की गई है. यहां बता दें कि अगस्त माह में राज्य में महज 1.01 इंच बारिश हुई है. आने वाले घंटों में सौराष्ट्र के कई इलाकों में बारिश हो सकती है. राज्य के स्टेट इमरजेंसी सेंटर से पिछले 24 घंटों की बारिश के आंकड़ों के अनुसार, पिछले 24 घंटों में 33 जिलों के 248 तालुकाओं में औसतन 34.92 मिमी बारिश दर्ज की गई.

इस मानसून सीजन जून में 242.96 मिमी, जुलाई में 448.73 मिमी, अगस्त में 25.49 मिमी और सितंबर में 152.99 मिमी बारिश दर्ज की गई है. गुजरात में भारी बारिश के कारण सुबह 9 बजे तक कुल 177 सड़कें बंद कर दी गई हैं. जिसमें तीन राष्ट्रीय राजमार्ग, 14 राज्य राजमार्ग और कुल 152 पंचायत स्वामित्व वाली सड़कें व आठ अन्य सड़कें शामिल हैं. सड़क बंद होने के कारण कुल 65 एसटी बस रूटों को बंद करने का निर्णय भी गुजरात राज्य एसटी विभाग द्वारा लिया गया है.

जूनागढ़ में दर्ज हुई 12 इंच मूसलाधार बारिश, किसानों की फसलें बर्बाद

वहीं दूसरी ओर जूनागढ़ के विसावदर तालुक में दिन के दौरान सबसे अधिक 11.88 इंच बारिश दर्ज की गई, जो मंगलवार दिन भर में पूरे प्रदेश में सबसे ज्यादा है. भारी बारिश के कारण मेंदारा वंथली और जूनागढ़ के साथ-साथ विसावदर समेत गिर इलाकों की नदियां और जलाशय एक बार फिर जलमग्न हो गए.

सबसे अधिक बारिश विसावदर तालुका में 11.88 इंच, मेंदारा में 7.48 इंच, वंथली में 5.42 इंच और जूनागढ़ तालुका में 4 इंच दर्ज की गई. 20 जुलाई को जूनागढ़ शहर और जिले में 20 इंच से अधिक बारिश दर्ज हुई थी. किसान बारिश का इंतजार कर रहे थे, लेकिन बेहद भारी बारिश से कुछ इलाकों में तैयार मूंगफली, सोयाबीन और कपास की फसल को भारी नुकसान हुआ है.

विसावदर पंथक में सुबह 6 बजे से शाम 6 बजे तक करीब 302 मिमी बारिश हुई है, जिसके चलते अंबाजल-ध्रफल समेत सभी छोटे-बड़े जलाशयों में पानी भर गया. जूनागढ़ पंथक में बारिश के कारण ओजट नदी में घोड़ापुर गांव जलमग्न दिखाई दिया.

(अतिरिक्त इनपुट-आईएएनएस)

Last Updated : Sep 19, 2023, 7:45 PM IST
ETV Bharat Logo

Copyright © 2024 Ushodaya Enterprises Pvt. Ltd., All Rights Reserved.