कासरगोड: केरल राज्य का कासरगोड एक बार फिर हवाला मामले को लेकर सुर्खियों में आया है. पुलिस का कहना है कि जिले में एक बार फिर हवाला गिरोह सक्रिय हो रहे हैं. पुलिस के मुताबिक, पिछले दो महीनों में कासरगोड जिले में हवाला के करीब दो करोड़ रुपये जब्त किए गए हैं. 2022 में डेढ़ करोड़ रुपए जब्त किए गए ते. उस आंकड़े को देखें तो पिछले दो महीने का आंकड़ा चौंकाने वाला है. दो माह में पुलिस ने नौ मामलों में दस लोगों को गिरफ्तार किया है.
पुलिस की मानें तो अधिकांश आरोपी बीस और चालीस वर्ष की आयु के हैं. जिले में मादक पदार्थों की तस्करी और सोने की तस्करी करने वाले गिरोह के अलावा मनी लॉन्ड्रिंग और हवाला लेनदेन भी जोर पकड़ रहा है. ज्यादातर हवाला के मामले होसदुर्ग पुलिस स्टेशन में हुए. होसदुर्ग में चार मामलों में 89 लाख 67 हजार रुपये जब्त किये गये. कसारगोड टाउन थाने में 69 लाख 68 हजार रुपये का हवाला कैश भी जब्त किया गया है.
पिछले दो महीनों में अकेले नीलेश्वरम में 18 लाख और बड़ियादुका स्टेशन में 21 लाख हवाला का कैश पकड़ा गया है. मनी लॉन्ड्रिंग और हवाला गिरोह पर नकेल कसने के लिए जिला पुलिस प्रमुख की निगरानी में कार्रवाई की जा रही है. डीएसपी के नेतृत्व में विशेष टीमें भी इस पर काम कर रही हैं. कर्नाटक-केरल सीमा पर भी चेकिंग को मजबूत करने के लिए कदम उठाए जा रहे हैं. ताजा हवाला मामला रविवार को कासरगोड के नेल्लिकाटा में सामने आया है.
नेल्लीकटा में 21 लाख रुपए का हवाला मनी जब्त किया गया. पुलिस से मिली जानकारी के अनुसार नयनमारामुला के मूल निवासी हकीम को बादियादुक्का पुलिस ने गिरफ्तार किया था. वह हवाला के पैसों को अपनी कार में भरकर ले जाने की कोशिश करते हुए पकड़ा गया था. हवाला का पैसा कर्नाटक के सीमावर्ती इलाकों से केरल भेजा जाता है. मंजेश्वरम में निरीक्षण की मजबूती के साथ, ग्राहकों ने अन्य तरीकों की तलाश की. पिछले साल जिले में दर्ज ग्यारह मामलों में से नौ मंजेश्वरम पुलिस थाना सीमा के अंतर्गत थे.
मादक पदार्थों की तस्करी भी: इस साल कासरगोड जिले में लगभग 800 नशीली दवाओं के मामले दर्ज किए गए हैं. ऑपरेशन क्लीन कासरगोड के नाम पर नशीले पदार्थों के खिलाफ कार्रवाई तेज होने के साथ ही मामलों की संख्या में भी इजाफा हुआ. जनवरी से मार्च तक चार सौ से ज्यादा मामले दर्ज किए गए.
जिले में छह महीने में एक हजार से अधिक लोगों को मादक पदार्थों की तस्करी के आरोप में गिरफ्तार किया गया है. पुलिस का कहना है कि ज्यादातर ड्रग्स बेंगलुरु से आ रहा है. प्रवासी श्रमिक ज्यादातर नशीले पदार्थों की तस्करी में पकड़े जाते हैं.