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करनाल लाठीचार्ज मामला : डिप्टी सीएम बोले- लेंगे एक्शन, करनाल उपायुक्त ने SDM को बताया बेकसूर - करनाल SDM पर होगी कार्रवाई

हरियाणा के करनाल जिले में किसानों का सिर फोड़ने का आदेश देने वाले SDM की मुश्किलें बढ़ती नजर आ रही हैं. वहीं डिप्टी सीएम दुष्यंत चौटाला ने इस मामले में SDM के खिलाफ कार्रवाई करने की बात कही है. जबकि करनाल उपायुक्त SDM का बचाव करते नजर आ रहे हैं. वहीं दूसरी ओर करनाल पुलिस अधीक्षक ने लाठीचार्ज में हुई एक किसान की मौत को हार्ट अटैक करार दिया है. पढ़ें पूरी खबर...

'सिर फोड़ने' वाले बयान पर SDM पर लिया जाएगा एक्शन
'सिर फोड़ने' वाले बयान पर SDM पर लिया जाएगा एक्शन
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Published : Aug 29, 2021, 8:14 PM IST

करनाल : हरियाणा के करनाल जिले में किसानों पर लाठीचार्ज के बाद करनाल SDM के वीडियो (Karnal SDM Video) ने पूरे देश में तहलका मचा दिया. दरअसल, करनाल के SDM आयुष सिन्हा का जो वीडियो सामने आया है, उसमें वे पुलिसकर्मियों से प्रदर्शन कर रहे किसानों का 'सिर फोड़ने' की बात कह रहे हैं. अब इस मुद्दे पर हरियाणा के डिप्टी सीएम दुष्यंत चौटाला (Dushyant Chautala) ने SDM आयुष सिन्हा पर कार्रवाई करने की बात कही है. वहीं दूसरी ओर करनाल के उपायुक्त निशांत कुमार यादव (Deputy Commissioner Nishant Kumar Yadav) ने मामले को लेकर माफी मांगी हैं और कहा है कि एसडीएम बेकसूर हैं, जरूरत के अनुसार जो जरूरी था वही उनके द्वारा किया गया.

अधिकारी के खिलाफ लिया जाएगा एक्शन

डिप्टी सीएम दुष्यंत चौटाला ने कहा कि SDM ने जिन शब्दों का इस्तेमाल किया वो निंदनीय है. उन्होंने आश्वसत किया कि अधिकारी के खिलाफ जरूर एक्शन लिया जाएगा. उनका कहना है कि एक IAS अधिकारी की तरफ से किसानों के लिए ऐसे शब्दों का इस्तेमाल करना निंदनीय है. डीप्टी सीएम ने कहा, इस मामले में SDM ने एक स्पष्टीकरण में कहा कि वो पिछले दो दिनों से सोए नहीं हैं. वह शायद यह नहीं जानते कि किसान भी साल में 200 दिन सोते नहीं हैं.

'सिर फोड़ने' वाले बयान पर SDM पर लिया जाएगा एक्शन
'सिर फोड़ने' वाले बयान पर SDM पर लिया जाएगा एक्शन

'भाजपा है जनरल डायर सरकार'

करनाल SDM का ये आदेश देने वाला वीडियो सोशल मीडिया पर खूब वायरल हो रहा है. वहीं कांग्रेस के महासचिव और मीडिया प्रभारी रणदीप सिंह सुरजेवाला ने इस वीडियो को लेकर कहा कि सीएम और डिप्टी सीएम का करनाल में किसानों पर कातिलाना हमला करने का षड्यंत्र डिप्टी मजिस्ट्रेट के आदेशों से साफ है, जो पुलिस को किसानों का सिर फोड़ने और सिर पर लाठियां बरसाने का आदेश दे रहे हैं. भाजपा-जजपा है 'जनरल डायर' सरकार.

करनाल उपायुक्त ने SDM को बताया बेकसूर

मामले को लेकर करनाल के उपायुक्त निशांत कुमार यादव (Deputy Commissioner Nishant Kumar Yadav) ने माफी मांगी है. रविवार को उन्होंने एक प्रेसवार्ता कर SDM को बेकसूर बताया है. उन्होंने सफाई देते हुए कहा कि जरूरत के अनुसार जो जरूरी था वही उनके द्वारा किया गया. हालांकि उन्होंने माना कि उनके द्वारा गलत शब्दों का भी प्रयोग नहीं किया जाना चाहिए था. जिसपर उन्होंने प्रशासन का मुखिया होने के नाते खेद प्रकट कर माफी भी मांगी.

करनाल के उपायुक्त निशांत कुमार यादव ने जताया खेद.

उपायुक्त ने बताया कि किसानों ने एनएच-44 पर पुलिस की चेतावनी के बावजूद जाम लगाए रखा था. पुलिस के आग्रह के बावजूद उन्होंने पुलिस पर हमला किया. इस बाबत हल्का बल प्रयोग करना पड़ा. उन्होंने यह भी बताया कि इस घटना में किसानों व पुलिस दोनों को चोटें आई हैं.

किसानों ने पहले ही दी थी चेतावनी

बता दें कि निकाय चुनाव को लेकर शनिवार को करनाल में बीजेपी प्रदेश कार्यकारिणी (Karnal BJP meeting) की एक अहम बैठक हो रही थी. जिसमें मुख्यमंत्री मनोहर लाल खट्टर सहित, प्रदेश अध्यक्ष ओपी धनखड़ समेत कई नेता शामिल हुए. बैठक में प्रदेश की 90 विधानसभाओं के बीजेपी प्रत्याशी और मौजूदा विधायक भी मौजूद रहे. किसानों ने पहले ही बीजेपी के इस कार्यक्रम का विरोध करने की चेतावनी दी थी. जिसके बाद किसानों ने बसताड़ा टोल प्लाजा पर विरोध किया और किसानों को रोकने के लिए पुलिस का बल का इस्तेमाल करना पड़ा.

बता दें, पुलिस जाम लगाने व पुलिस पर हमला करने के लिए किसानों पर FIR दर्ज कर चुकी है. जो किसान पुलिस वालों के घरों पर घेराव कर रहे हैं और पुलिस वालों को निशाना बना रहे हैं उन किसानों पर केस दर्ज किए जा रहे हैं.

लाठीचार्ज से एक किसान की मौत

किसानों को तितर-बितर करने के लिए पुलिस को लाठीचार्ज करना पड़ा. इस दौरान 4 किसान और 10 पुलिसकर्मी घायल हुए. घायल हुए किसानों में से एक किसान की रविवार को मौत हो गई. मृतक किसान का नाम सुशील काजल है. किसान करनाल के घरौंडा के रायपुर जट्टान गांव का रहने वाला था.

पढ़ें : हरियाणा लाठी चार्ज मामला : किसान नेता चढूनी ने जताई नाराजगी तो टिकैत बोले- देश में सरकारी तालिबानों का कब्जा

नहीं हुई लाठीचार्ज से मौत - पुलिस अधीक्षक

वहीं किसान की मौत पर मचे बवाल पर करनाल पुलिस अधीक्षक गंगाराम पूनिया ने कहा कि मृतक किसान की कोई शिकायत दर्ज नहीं हुई है. खुद परिजन मौत का कारण हार्ट अटैक होना बता रहे हैं. उन्होंने स्पष्ट किया कि अगर किसान की मौत लाठीचार्ज से होती तो परिजन निश्चित तौर से शिकायत दर्ज करा पोस्टमार्टम करवाते.

करनाल : हरियाणा के करनाल जिले में किसानों पर लाठीचार्ज के बाद करनाल SDM के वीडियो (Karnal SDM Video) ने पूरे देश में तहलका मचा दिया. दरअसल, करनाल के SDM आयुष सिन्हा का जो वीडियो सामने आया है, उसमें वे पुलिसकर्मियों से प्रदर्शन कर रहे किसानों का 'सिर फोड़ने' की बात कह रहे हैं. अब इस मुद्दे पर हरियाणा के डिप्टी सीएम दुष्यंत चौटाला (Dushyant Chautala) ने SDM आयुष सिन्हा पर कार्रवाई करने की बात कही है. वहीं दूसरी ओर करनाल के उपायुक्त निशांत कुमार यादव (Deputy Commissioner Nishant Kumar Yadav) ने मामले को लेकर माफी मांगी हैं और कहा है कि एसडीएम बेकसूर हैं, जरूरत के अनुसार जो जरूरी था वही उनके द्वारा किया गया.

अधिकारी के खिलाफ लिया जाएगा एक्शन

डिप्टी सीएम दुष्यंत चौटाला ने कहा कि SDM ने जिन शब्दों का इस्तेमाल किया वो निंदनीय है. उन्होंने आश्वसत किया कि अधिकारी के खिलाफ जरूर एक्शन लिया जाएगा. उनका कहना है कि एक IAS अधिकारी की तरफ से किसानों के लिए ऐसे शब्दों का इस्तेमाल करना निंदनीय है. डीप्टी सीएम ने कहा, इस मामले में SDM ने एक स्पष्टीकरण में कहा कि वो पिछले दो दिनों से सोए नहीं हैं. वह शायद यह नहीं जानते कि किसान भी साल में 200 दिन सोते नहीं हैं.

'सिर फोड़ने' वाले बयान पर SDM पर लिया जाएगा एक्शन
'सिर फोड़ने' वाले बयान पर SDM पर लिया जाएगा एक्शन

'भाजपा है जनरल डायर सरकार'

करनाल SDM का ये आदेश देने वाला वीडियो सोशल मीडिया पर खूब वायरल हो रहा है. वहीं कांग्रेस के महासचिव और मीडिया प्रभारी रणदीप सिंह सुरजेवाला ने इस वीडियो को लेकर कहा कि सीएम और डिप्टी सीएम का करनाल में किसानों पर कातिलाना हमला करने का षड्यंत्र डिप्टी मजिस्ट्रेट के आदेशों से साफ है, जो पुलिस को किसानों का सिर फोड़ने और सिर पर लाठियां बरसाने का आदेश दे रहे हैं. भाजपा-जजपा है 'जनरल डायर' सरकार.

करनाल उपायुक्त ने SDM को बताया बेकसूर

मामले को लेकर करनाल के उपायुक्त निशांत कुमार यादव (Deputy Commissioner Nishant Kumar Yadav) ने माफी मांगी है. रविवार को उन्होंने एक प्रेसवार्ता कर SDM को बेकसूर बताया है. उन्होंने सफाई देते हुए कहा कि जरूरत के अनुसार जो जरूरी था वही उनके द्वारा किया गया. हालांकि उन्होंने माना कि उनके द्वारा गलत शब्दों का भी प्रयोग नहीं किया जाना चाहिए था. जिसपर उन्होंने प्रशासन का मुखिया होने के नाते खेद प्रकट कर माफी भी मांगी.

करनाल के उपायुक्त निशांत कुमार यादव ने जताया खेद.

उपायुक्त ने बताया कि किसानों ने एनएच-44 पर पुलिस की चेतावनी के बावजूद जाम लगाए रखा था. पुलिस के आग्रह के बावजूद उन्होंने पुलिस पर हमला किया. इस बाबत हल्का बल प्रयोग करना पड़ा. उन्होंने यह भी बताया कि इस घटना में किसानों व पुलिस दोनों को चोटें आई हैं.

किसानों ने पहले ही दी थी चेतावनी

बता दें कि निकाय चुनाव को लेकर शनिवार को करनाल में बीजेपी प्रदेश कार्यकारिणी (Karnal BJP meeting) की एक अहम बैठक हो रही थी. जिसमें मुख्यमंत्री मनोहर लाल खट्टर सहित, प्रदेश अध्यक्ष ओपी धनखड़ समेत कई नेता शामिल हुए. बैठक में प्रदेश की 90 विधानसभाओं के बीजेपी प्रत्याशी और मौजूदा विधायक भी मौजूद रहे. किसानों ने पहले ही बीजेपी के इस कार्यक्रम का विरोध करने की चेतावनी दी थी. जिसके बाद किसानों ने बसताड़ा टोल प्लाजा पर विरोध किया और किसानों को रोकने के लिए पुलिस का बल का इस्तेमाल करना पड़ा.

बता दें, पुलिस जाम लगाने व पुलिस पर हमला करने के लिए किसानों पर FIR दर्ज कर चुकी है. जो किसान पुलिस वालों के घरों पर घेराव कर रहे हैं और पुलिस वालों को निशाना बना रहे हैं उन किसानों पर केस दर्ज किए जा रहे हैं.

लाठीचार्ज से एक किसान की मौत

किसानों को तितर-बितर करने के लिए पुलिस को लाठीचार्ज करना पड़ा. इस दौरान 4 किसान और 10 पुलिसकर्मी घायल हुए. घायल हुए किसानों में से एक किसान की रविवार को मौत हो गई. मृतक किसान का नाम सुशील काजल है. किसान करनाल के घरौंडा के रायपुर जट्टान गांव का रहने वाला था.

पढ़ें : हरियाणा लाठी चार्ज मामला : किसान नेता चढूनी ने जताई नाराजगी तो टिकैत बोले- देश में सरकारी तालिबानों का कब्जा

नहीं हुई लाठीचार्ज से मौत - पुलिस अधीक्षक

वहीं किसान की मौत पर मचे बवाल पर करनाल पुलिस अधीक्षक गंगाराम पूनिया ने कहा कि मृतक किसान की कोई शिकायत दर्ज नहीं हुई है. खुद परिजन मौत का कारण हार्ट अटैक होना बता रहे हैं. उन्होंने स्पष्ट किया कि अगर किसान की मौत लाठीचार्ज से होती तो परिजन निश्चित तौर से शिकायत दर्ज करा पोस्टमार्टम करवाते.

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