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Harish Rawat hands tied tweet : रावत की 'बेबस बगावत' पर कैप्टन का तंज, कहा- जो बोओगे वही काटोगे

पंजाब में कांग्रेस की कलह खत्म हुए ज्यादा समय नहीं बीता है. इसी बीच एक और राज्य में कांग्रेस के सामने नेतृत्व संकट पैदा होता दिख रहा है. ऐसे समय में जब उत्तराखंड विधानसभा चुनाव सिर पर हैं, वरिष्ठ कांग्रेस नेता हरीश रावत के 'तेवर बगावती' दिख रहे हैं. ये कांग्रेस के लिए अच्छे संकेत नहीं हैं. हाल ही में पंजाब कांग्रेस से अलग हुए कैप्टन अमरिंदर सिंह ने इस प्रकरण पर तंज कसा है. कैप्टन अमरिंदर सिंह ने हरीश रावत के लिए लिखा है, 'जो आप बोओगे वही काटोगे !'

Harish Rawat -captain-amarinder
हरीश रावत कैप्टन अमरिंदर
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Published : Dec 23, 2021, 6:16 AM IST

Updated : Dec 23, 2021, 6:35 AM IST

देहरादून : पूर्व सीएम हरीश रावत के ट्वीट (Harish Rawat tweet) से उत्तराखंड में बवाल मचा हुआ है. हरीश रावत ने अपने ट्वीट में लिखा है कि उनके हाथ-पांव बांधे जा रहे (Harish Rawat hands tied tweet) हैं. रावत के बागी तेवरों को देखते हुए अब सियासी बयानबाजी तेज हो गई है. उत्तराखंड के इस सियासी घटनाक्रम पर पंजाब के पूर्व सीएम कैप्टन अमरिंदर सिंह ने ट्वीट किया है. कैप्टन अमरिंदर सिंह ने हरीश रावत को पंजाब के दिनों की याद दिलाते हुए लिखा है 'जो आप बोओगे वही काटोगे ! आपके भविष्य के प्रयासों के लिए शुभकामनाएं.'

बता दें जब कैप्टन अमरिंदर पंजाब के सीएम थे तब हरीश रावत पंजाब कांग्रेस के प्रभारी थे. कहा जाता है कि पंजाब में नवजोत सिंह सिद्धू को आगे बढ़ाने में हरीश रावत की बड़ी भूमिका रही थी. नवजोत सिंह सिद्धू को पंजाब कांग्रेस का अध्यक्ष बनाने के लिए हरीश रावत ने पंजाब में कैप्टन अमरिंदर को नजरअंदाज किया. तब कैप्टन अमरिंदर भी कुछ ऐसी ही भाषा बोल रहे थे जैसी आज हरीश रावत बोल रहे हैं. नवजोत सिंह सिद्धू को पंजाब कांग्रेस अध्यक्ष बनाए जाने पर कैप्टन अमरिंदर काफी नाराज थे. तब उन्होंने इसे लेकर हरीश रावत से बात भी की थी.

पंजाब प्रकरण में कांग्रेस की कमान हरीश रावत ने सिद्धू के हाथ दे दी थी. इससे नाराज कैप्टन अमरिंदर ने कांग्रेस छोड़ दी. अमरिंदर के इस्तीफे के बाद पंजाब में चन्नी को नया सीएम बनाए जाने में भी हरीश रावत की प्रमुख भूमिका रही थी.

अब जैसे ही हरीश रावत ने सोशल मीडिया पर कांग्रेस हाईकमान के खिलाफ बगावती तेवर दिखाई तो कैप्टन अमरिंदर सिंह ने भी उन पर चुटकी ली. वह हरीश रावत को पिछले दिनों की याद दिलाते हुए तंज कस रहे हैं.

दरअसल, हरीश रावत की नाराजगी का पूरा मामला राहुल गांधी की देहरादून रैली से जुड़ रहा है. बीती 16 दिसंबर को राहुल गांधी की देहरादून के परेड ग्राउंड में रैली हुई थी. बताया जा रहा है कि इस रैली में राहुल, प्रियंका और सोनिया गांधी के अलावा हरीश रावत के भी पोस्टर लगाए गये थे, लेकिन हरीश रावत के पोस्टरों को हटा दिया गया और ये सब कांग्रेस के प्रदेश प्रभारी देवेंद्र यादव के सामने हुआ.

यह भी पढ़ें- पंजाब चुनाव : कैप्टन अमरिंदर के साथ भाजपा की सीट शेयरिंग, 'बिग ब्रदर' बनने की अटकलें !

माना जा रहा है कि हरीश रावत प्रदेश प्रभारी देवेंद्र यादव से नाराज चल रहे हैं. हरीश रावत ने कुछ महीने पहले पार्टी हाईकमान के मांग की थी कि वो उत्तराखंड विधानसभा चुनाव 2022 के लिए सीएम चेहरे की घोषणा करें, लेकिन कांग्रेस के प्रदेश प्रभारी देवेंद्र यादव ने उनकी इस मांग को नकाराते हुए सामूहिक नेतृत्व में चुनाव लड़ने की बात कही थी.

हरीश रावत का पोस्ट-

चुनाव रूपी समुद्र है न अजीब सी बात, चुनाव रूपी समुद्र में तैरना है, संगठन का ढांचा अधिकांश स्थानों पर सहयोग का हाथ आगे बढ़ाने के बजाय या तो मुंह फेर करके खड़ा हो जा रहा है या नकारात्मक भूमिका निभा रहा है'. 'जिस समुद्र में तैरना है, जिनके आदेश पर तैरना है, उनके नुमाइंदे मेरे हाथ-पांव बांध रहे हैं. मन में बहुत बार विचार आ रहा है कि हरीश रावत अब बहुत हो गया, बहुत तैर लिये, अब विश्राम का समय है'. चुपके से मन के एक कोने से आवाज उठ रही है, 'न दैन्यं न पलायनम. बड़ी उहापोह की स्थिति में हूं, नया साल शायद रास्ता दिखा दे. मुझे विश्वास है कि भगवान केदारनाथ जी इस स्थिति में मेरा मार्गदर्शन करेंगे.

देहरादून : पूर्व सीएम हरीश रावत के ट्वीट (Harish Rawat tweet) से उत्तराखंड में बवाल मचा हुआ है. हरीश रावत ने अपने ट्वीट में लिखा है कि उनके हाथ-पांव बांधे जा रहे (Harish Rawat hands tied tweet) हैं. रावत के बागी तेवरों को देखते हुए अब सियासी बयानबाजी तेज हो गई है. उत्तराखंड के इस सियासी घटनाक्रम पर पंजाब के पूर्व सीएम कैप्टन अमरिंदर सिंह ने ट्वीट किया है. कैप्टन अमरिंदर सिंह ने हरीश रावत को पंजाब के दिनों की याद दिलाते हुए लिखा है 'जो आप बोओगे वही काटोगे ! आपके भविष्य के प्रयासों के लिए शुभकामनाएं.'

बता दें जब कैप्टन अमरिंदर पंजाब के सीएम थे तब हरीश रावत पंजाब कांग्रेस के प्रभारी थे. कहा जाता है कि पंजाब में नवजोत सिंह सिद्धू को आगे बढ़ाने में हरीश रावत की बड़ी भूमिका रही थी. नवजोत सिंह सिद्धू को पंजाब कांग्रेस का अध्यक्ष बनाने के लिए हरीश रावत ने पंजाब में कैप्टन अमरिंदर को नजरअंदाज किया. तब कैप्टन अमरिंदर भी कुछ ऐसी ही भाषा बोल रहे थे जैसी आज हरीश रावत बोल रहे हैं. नवजोत सिंह सिद्धू को पंजाब कांग्रेस अध्यक्ष बनाए जाने पर कैप्टन अमरिंदर काफी नाराज थे. तब उन्होंने इसे लेकर हरीश रावत से बात भी की थी.

पंजाब प्रकरण में कांग्रेस की कमान हरीश रावत ने सिद्धू के हाथ दे दी थी. इससे नाराज कैप्टन अमरिंदर ने कांग्रेस छोड़ दी. अमरिंदर के इस्तीफे के बाद पंजाब में चन्नी को नया सीएम बनाए जाने में भी हरीश रावत की प्रमुख भूमिका रही थी.

अब जैसे ही हरीश रावत ने सोशल मीडिया पर कांग्रेस हाईकमान के खिलाफ बगावती तेवर दिखाई तो कैप्टन अमरिंदर सिंह ने भी उन पर चुटकी ली. वह हरीश रावत को पिछले दिनों की याद दिलाते हुए तंज कस रहे हैं.

दरअसल, हरीश रावत की नाराजगी का पूरा मामला राहुल गांधी की देहरादून रैली से जुड़ रहा है. बीती 16 दिसंबर को राहुल गांधी की देहरादून के परेड ग्राउंड में रैली हुई थी. बताया जा रहा है कि इस रैली में राहुल, प्रियंका और सोनिया गांधी के अलावा हरीश रावत के भी पोस्टर लगाए गये थे, लेकिन हरीश रावत के पोस्टरों को हटा दिया गया और ये सब कांग्रेस के प्रदेश प्रभारी देवेंद्र यादव के सामने हुआ.

यह भी पढ़ें- पंजाब चुनाव : कैप्टन अमरिंदर के साथ भाजपा की सीट शेयरिंग, 'बिग ब्रदर' बनने की अटकलें !

माना जा रहा है कि हरीश रावत प्रदेश प्रभारी देवेंद्र यादव से नाराज चल रहे हैं. हरीश रावत ने कुछ महीने पहले पार्टी हाईकमान के मांग की थी कि वो उत्तराखंड विधानसभा चुनाव 2022 के लिए सीएम चेहरे की घोषणा करें, लेकिन कांग्रेस के प्रदेश प्रभारी देवेंद्र यादव ने उनकी इस मांग को नकाराते हुए सामूहिक नेतृत्व में चुनाव लड़ने की बात कही थी.

हरीश रावत का पोस्ट-

चुनाव रूपी समुद्र है न अजीब सी बात, चुनाव रूपी समुद्र में तैरना है, संगठन का ढांचा अधिकांश स्थानों पर सहयोग का हाथ आगे बढ़ाने के बजाय या तो मुंह फेर करके खड़ा हो जा रहा है या नकारात्मक भूमिका निभा रहा है'. 'जिस समुद्र में तैरना है, जिनके आदेश पर तैरना है, उनके नुमाइंदे मेरे हाथ-पांव बांध रहे हैं. मन में बहुत बार विचार आ रहा है कि हरीश रावत अब बहुत हो गया, बहुत तैर लिये, अब विश्राम का समय है'. चुपके से मन के एक कोने से आवाज उठ रही है, 'न दैन्यं न पलायनम. बड़ी उहापोह की स्थिति में हूं, नया साल शायद रास्ता दिखा दे. मुझे विश्वास है कि भगवान केदारनाथ जी इस स्थिति में मेरा मार्गदर्शन करेंगे.

Last Updated : Dec 23, 2021, 6:35 AM IST
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