ETV Bharat / bharat

कांग्रेस ने हरीश चौधरी को पंजाब और चंडीगढ़ का प्रभारी नियुक्त किया - हरीश रावत

कांग्रेस ने राजस्थान के कैबिनेट मंत्री हरीश चौधरी को पंजाब और चंडीगढ़ का नया प्रभारी नियुक्त किया है. उत्तराखंड के पूर्व मुख्यमंत्री हरीश रावत ने पंजाब प्रभारी पद से हटने की इच्छा जताई थी.

Etv bharat
हरीश चौधरी
author img

By

Published : Oct 22, 2021, 3:27 PM IST

Updated : Oct 22, 2021, 9:33 PM IST

नई दिल्ली : कांग्रेस पार्टी ने पंजाब और चंडीगढ़ के लिए हरीश चौधरी को प्रभारी नियुक्त किया है. कांग्रेस महासचिव केसी वेणुगोपाल ने हरीश चौधरी की नियुक्ति संबंधी पत्र को जारी किया. इससे पहले हरीश रावत ने खुद को पंजाब कांग्रेस प्रभारी के रूप में मुक्त करने की अपील की थी.

हरीश चौधरी उत्तराखंड के पूर्व मुख्यमंत्री हरीश रावत की जगह पंजाब का प्रभार देखेंगे. हरीश रावत को आखिल भारतीय कांग्रेस कमेटी के महासचिव एवं प्रभारी पद की जिम्मेदारी से मुक्त किया है, हालांकि उन्हें कांग्रेस कार्य समिति का सदस्य बनाये रखा गया है.

कांग्रेस के संगठन महासचिव केसी वेणुगोपाल की ओर से जारी बयान के मुताबिक, पार्टी अध्यक्ष सोनिया गांधी ने हरीश चौधरी की नियुक्ति की. वेणुगोपाल ने यह भी कहा कि पार्टी, महासचिव के तौर पर रावत के योगदान की सराहना करती है.

हरीश चौधरी बनाए गए कांग्रेस प्रभारी, सोनिया गांधी ने लगाई मुहर
हरीश चौधरी बनाए गए कांग्रेस प्रभारी, सोनिया गांधी ने लगाई मुहर

हरीश रावत ने आलाकमान से गुजारिश की थी कि उन्हें पंजाब प्रभारी पद से हटने की अनुमति दी जाए. उनका कहना था कि अगले साल की शुरुआत में उत्तराखंड में चुनाव होने वाले हैं. इसलिए वह वहां पर फोकस करना चाहते हैं. उनके अनुसार इसके लिए जरूरी है कि उन्हें पंजाब प्रभारी के पद से मुक्त किया जाए.

रावत के समर्थक कांग्रेस आलाकमान के इस फैसले को इस संदेश के तौर पर देख रहे हैं कि अब उत्तराखंड में रावत मुख्यमंत्री पद का चेहरा होंगे, हालांकि पार्टी की ओर से इस पर्वतीय राज्य के लिए मुख्यमंत्री पद का कोई चेहरा आधिकारिक रूप से घोषित नहीं किया गया है. रावत चुनाव अभियान समिति के प्रमुख हैं.

प्रभारी की जिम्मेदारी से मुक्त किये जाने के बाद रावत ने ट्वीट किया, 'मैं सोनिया गांधी जी, राहुल गांधी जी और कांग्रेस के नेतृत्व को बहुत-बहुत धन्यवाद देना चाहता हूं कि उन्होंने पंजाब के दायित्व से मुझे मुक्त करने का जो मेरा अनुरोध था उसे स्वीकार किया.' उन्होंने यह भी कहा, 'मैं पंजाब कांग्रेस के सभी अपने सहयोगियों को उनके द्वारा मेरे कार्यकाल में प्रदत सहयोग के लिए भी बहुत-बहुत धन्यवाद करता हूं और पंजाब कांग्रेस व पंजाब के साथ हमारा प्रेम, स्नेह, समर्थन हमेशा यथावत बना रहेगा. बल्कि मेरा प्रयास रहेगा कि चुनाव के दौरान मैं पंजाब कांग्रेस के साथ खड़ा होने के लिए वहां पहुंचू.'

रावत ने कहा, 'मैं पंजाब कांग्रेस के नेतृत्व से भी विशेष तौर पर मुख्यमंत्री जी और अपने कुछ मंत्रीगणों, कांग्रेस अध्यक्ष से प्रार्थना करना चाहूंगा कि वो उत्तराखंड के चुनाव में भी रुचि लें और यहां आकर हमारी पीठ ठोकने का काम करें.'

चौधरी ने नयी जिम्मेदारी मिलने को लेकर ट्वीट किया, 'संगठन द्वारा मुझे पंजाब एवं चंडीगढ़ के प्रभारी की जो जिम्मेदारी दी हैं इसके लिए मैं सोनिया गांधी जी, हमारे नेता राहुल गांधी जी का आभारी हूं. पंजाब कांग्रेस के सभी साथियों के साथ मिलकर मज़बूती से संगठन के लिए काम करेंगे.'

कांग्रेस प्रभारी बनाए जाने के बाद हरीश चौधरी का ट्वीट
कांग्रेस प्रभारी बनाए जाने के बाद हरीश चौधरी का ट्वीट

राहुल गांधी के भरोसेमंद चौधरी पूर्व मुख्यमंत्री अमरिंदर सिंह के खिलाफ कांग्रेस विधायकों और कई नेताओं के आवाज बुलंद करने के पीछे के घटनाक्रम का एक प्रमुख सूत्रधार माने जाते हैं. वह पिछले कई महीनों से राज्य में कांग्रेस संगठन और सरकार के घटनाक्रमों पर नजर रख रहे थे और चरणजीत चन्नी को मुख्यमंत्री चुने जाने के समय पर्यवेक्षक की भूमिका में थे.

चौधरी पंजाब में कांग्रेस प्रभारी की जिम्मेदारी ऐसे समय संभालने जा रहे हैं जब पूर्व मुख्यमंत्री अमरिंदर सिंह अलग पार्टी बनाने की घोषणा कर चुके हैं और मुख्यमंत्री चन्नी एवं प्रदेश कांग्रेस कमेटी के अध्यक्ष नवजोत सिंह सिद्धू के बीच अनबन की खबरें लगातार आ रही हैं.

विधानसभा चुनाव से कुछ महीने पहले पार्टी में एकजुटता बनाना और विशेष रूप से चन्नी और सिद्धू के बीच समन्वय स्थापित करना उनके लिए बड़ी चुनौती होगी. पंजाब में अगले साल फरवरी-मार्च में विधानसभा चुनाव होने हैं.

यह भी पढ़ें- उत्तराखंड को देना चाहता हूं समय, पंजाब के दायित्व से चाहिए मुक्तिः हरीश रावत

आपको बता दें कि हरीश चौधरी ने नवजोत सिंह सिद्धू प्रकरण में बहुत महत्वपूर्ण भूमिका निभाई थी. सिद्धू ने जब प्रदेश कांग्रेस अध्यक्ष पद से इस्तीफा दे दिया था, तो चौधरी ने उन्हें फिर पद पर बने रहने के लिए मना लिया था. सिद्धू इकबाल सिंह प्रीत को डीजीपी बनाए जाने से नाराज थे. वह महाधिवक्ता एसपी देओल को भी हटाने की मांग कर रहे थे.

हरीश चौधरी ने पंजाब के मुख्यमंत्री चरणजीत सिंह चन्नी और सिद्धू के बीच भी बैठक कराई थी. इस बैठक में उन्होंने दोनों नेताओं को खुलकर अपनी-अपनी राय रखने का मौका दिया था. पार्टी के सूत्र बताते हैं कि बैठक के बाद दोनों नेताओं के बीच जो भी भ्रांतियां थीं, उसे दूर करने का संकल्प लिया गया.

कांग्रेस संगठन में राजस्थान के तीन नेता

राजस्थान कांग्रेस के 3 मंत्रियों को संगठन में मौका दे दिया गया है. गोविंद सिंह डोटासरा को कांग्रेस प्रदेश अध्यक्ष बनाया गया. उसके बाद रघु शर्मा को गुजरात राज्य की जिम्मेदारी दी गई और अब राजस्व मंत्री हरीश चौधरी को भी पंजाब का प्रभारी बना दिया गया. ऐसे में राजस्थान के तीन मंत्रियों को एआईसीसी संगठन में हिस्सेदारी दे दी गई है.

(एजेंसी इनपुट)

नई दिल्ली : कांग्रेस पार्टी ने पंजाब और चंडीगढ़ के लिए हरीश चौधरी को प्रभारी नियुक्त किया है. कांग्रेस महासचिव केसी वेणुगोपाल ने हरीश चौधरी की नियुक्ति संबंधी पत्र को जारी किया. इससे पहले हरीश रावत ने खुद को पंजाब कांग्रेस प्रभारी के रूप में मुक्त करने की अपील की थी.

हरीश चौधरी उत्तराखंड के पूर्व मुख्यमंत्री हरीश रावत की जगह पंजाब का प्रभार देखेंगे. हरीश रावत को आखिल भारतीय कांग्रेस कमेटी के महासचिव एवं प्रभारी पद की जिम्मेदारी से मुक्त किया है, हालांकि उन्हें कांग्रेस कार्य समिति का सदस्य बनाये रखा गया है.

कांग्रेस के संगठन महासचिव केसी वेणुगोपाल की ओर से जारी बयान के मुताबिक, पार्टी अध्यक्ष सोनिया गांधी ने हरीश चौधरी की नियुक्ति की. वेणुगोपाल ने यह भी कहा कि पार्टी, महासचिव के तौर पर रावत के योगदान की सराहना करती है.

हरीश चौधरी बनाए गए कांग्रेस प्रभारी, सोनिया गांधी ने लगाई मुहर
हरीश चौधरी बनाए गए कांग्रेस प्रभारी, सोनिया गांधी ने लगाई मुहर

हरीश रावत ने आलाकमान से गुजारिश की थी कि उन्हें पंजाब प्रभारी पद से हटने की अनुमति दी जाए. उनका कहना था कि अगले साल की शुरुआत में उत्तराखंड में चुनाव होने वाले हैं. इसलिए वह वहां पर फोकस करना चाहते हैं. उनके अनुसार इसके लिए जरूरी है कि उन्हें पंजाब प्रभारी के पद से मुक्त किया जाए.

रावत के समर्थक कांग्रेस आलाकमान के इस फैसले को इस संदेश के तौर पर देख रहे हैं कि अब उत्तराखंड में रावत मुख्यमंत्री पद का चेहरा होंगे, हालांकि पार्टी की ओर से इस पर्वतीय राज्य के लिए मुख्यमंत्री पद का कोई चेहरा आधिकारिक रूप से घोषित नहीं किया गया है. रावत चुनाव अभियान समिति के प्रमुख हैं.

प्रभारी की जिम्मेदारी से मुक्त किये जाने के बाद रावत ने ट्वीट किया, 'मैं सोनिया गांधी जी, राहुल गांधी जी और कांग्रेस के नेतृत्व को बहुत-बहुत धन्यवाद देना चाहता हूं कि उन्होंने पंजाब के दायित्व से मुझे मुक्त करने का जो मेरा अनुरोध था उसे स्वीकार किया.' उन्होंने यह भी कहा, 'मैं पंजाब कांग्रेस के सभी अपने सहयोगियों को उनके द्वारा मेरे कार्यकाल में प्रदत सहयोग के लिए भी बहुत-बहुत धन्यवाद करता हूं और पंजाब कांग्रेस व पंजाब के साथ हमारा प्रेम, स्नेह, समर्थन हमेशा यथावत बना रहेगा. बल्कि मेरा प्रयास रहेगा कि चुनाव के दौरान मैं पंजाब कांग्रेस के साथ खड़ा होने के लिए वहां पहुंचू.'

रावत ने कहा, 'मैं पंजाब कांग्रेस के नेतृत्व से भी विशेष तौर पर मुख्यमंत्री जी और अपने कुछ मंत्रीगणों, कांग्रेस अध्यक्ष से प्रार्थना करना चाहूंगा कि वो उत्तराखंड के चुनाव में भी रुचि लें और यहां आकर हमारी पीठ ठोकने का काम करें.'

चौधरी ने नयी जिम्मेदारी मिलने को लेकर ट्वीट किया, 'संगठन द्वारा मुझे पंजाब एवं चंडीगढ़ के प्रभारी की जो जिम्मेदारी दी हैं इसके लिए मैं सोनिया गांधी जी, हमारे नेता राहुल गांधी जी का आभारी हूं. पंजाब कांग्रेस के सभी साथियों के साथ मिलकर मज़बूती से संगठन के लिए काम करेंगे.'

कांग्रेस प्रभारी बनाए जाने के बाद हरीश चौधरी का ट्वीट
कांग्रेस प्रभारी बनाए जाने के बाद हरीश चौधरी का ट्वीट

राहुल गांधी के भरोसेमंद चौधरी पूर्व मुख्यमंत्री अमरिंदर सिंह के खिलाफ कांग्रेस विधायकों और कई नेताओं के आवाज बुलंद करने के पीछे के घटनाक्रम का एक प्रमुख सूत्रधार माने जाते हैं. वह पिछले कई महीनों से राज्य में कांग्रेस संगठन और सरकार के घटनाक्रमों पर नजर रख रहे थे और चरणजीत चन्नी को मुख्यमंत्री चुने जाने के समय पर्यवेक्षक की भूमिका में थे.

चौधरी पंजाब में कांग्रेस प्रभारी की जिम्मेदारी ऐसे समय संभालने जा रहे हैं जब पूर्व मुख्यमंत्री अमरिंदर सिंह अलग पार्टी बनाने की घोषणा कर चुके हैं और मुख्यमंत्री चन्नी एवं प्रदेश कांग्रेस कमेटी के अध्यक्ष नवजोत सिंह सिद्धू के बीच अनबन की खबरें लगातार आ रही हैं.

विधानसभा चुनाव से कुछ महीने पहले पार्टी में एकजुटता बनाना और विशेष रूप से चन्नी और सिद्धू के बीच समन्वय स्थापित करना उनके लिए बड़ी चुनौती होगी. पंजाब में अगले साल फरवरी-मार्च में विधानसभा चुनाव होने हैं.

यह भी पढ़ें- उत्तराखंड को देना चाहता हूं समय, पंजाब के दायित्व से चाहिए मुक्तिः हरीश रावत

आपको बता दें कि हरीश चौधरी ने नवजोत सिंह सिद्धू प्रकरण में बहुत महत्वपूर्ण भूमिका निभाई थी. सिद्धू ने जब प्रदेश कांग्रेस अध्यक्ष पद से इस्तीफा दे दिया था, तो चौधरी ने उन्हें फिर पद पर बने रहने के लिए मना लिया था. सिद्धू इकबाल सिंह प्रीत को डीजीपी बनाए जाने से नाराज थे. वह महाधिवक्ता एसपी देओल को भी हटाने की मांग कर रहे थे.

हरीश चौधरी ने पंजाब के मुख्यमंत्री चरणजीत सिंह चन्नी और सिद्धू के बीच भी बैठक कराई थी. इस बैठक में उन्होंने दोनों नेताओं को खुलकर अपनी-अपनी राय रखने का मौका दिया था. पार्टी के सूत्र बताते हैं कि बैठक के बाद दोनों नेताओं के बीच जो भी भ्रांतियां थीं, उसे दूर करने का संकल्प लिया गया.

कांग्रेस संगठन में राजस्थान के तीन नेता

राजस्थान कांग्रेस के 3 मंत्रियों को संगठन में मौका दे दिया गया है. गोविंद सिंह डोटासरा को कांग्रेस प्रदेश अध्यक्ष बनाया गया. उसके बाद रघु शर्मा को गुजरात राज्य की जिम्मेदारी दी गई और अब राजस्व मंत्री हरीश चौधरी को भी पंजाब का प्रभारी बना दिया गया. ऐसे में राजस्थान के तीन मंत्रियों को एआईसीसी संगठन में हिस्सेदारी दे दी गई है.

(एजेंसी इनपुट)

Last Updated : Oct 22, 2021, 9:33 PM IST
ETV Bharat Logo

Copyright © 2024 Ushodaya Enterprises Pvt. Ltd., All Rights Reserved.