हल्द्वानी: मोदी सरकार ने मंगलवार को सेना में बहाली के लिए 'अग्निपथ' योजना की घोषणा की थी. देश के कई राज्यों में इसका जमकर विरोध (Agnipath Scheme Protest in Uttarakhand) हो रहा है. भारतीय सेना के तीनों अंगों थल, जल और वायु सेना में भर्तियों के लिए अग्निपथ योजना की घोषणा के बाद से कई तरह के सवाल उठ रहे हैं. तमाम तरह की शंकाओं के कारण देश के विभिन्न राज्यों में युवा सड़कों और रेलवे ट्रैकों पर उतर गए हैं.
इधर, हल्द्वानी में इस योजना का विरोध शुरू हो गया है. शुक्रवार सुबह बड़ी संख्या में युवा हल्द्वानी के रामलीला मैदान में इकट्ठा हुए और जुलूस निकालने की तैयारी करने लगे. इसी दौरान मौके पर पहुंची पुलिस ने युवाओं को खदेड़ा. बताया जा रहा है कि प्रदर्शनकारी केंद्रीय रक्षा राज्य मंत्री अजय भट्ट के आवास की तरफ बढ़ रहे थे. इससे पहले ही पुलिस ने प्रदर्शनकारियों को खदेड़ दिया. इस दौरान प्रदर्शनकारियों ने तिकोनिया चौराहे पर जाम भी लगा दिया.
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सशस्त्र बलों में भर्ती के लिए घोषित 'अग्निपथ' योजना के खिलाफ ट्रेनों में आगजनी, सार्वजनिक और पुलिस के वाहनों को आग लगाने की घटनाओं के बीच गुरुवार को सरकार ने वर्ष 2022 के लिए इस प्रक्रिया के तहत भर्ती की उम्र पूर्व में घोषित 21 साल से बढ़ाकर 23 साल कर दी. बता दें कि कई राजनीतिक दलों ने भी इस स्कीम को वापस लेने की मांग की है.
जाम लगा रहे युवाओं पर लाठीचार्ज: हल्द्वानी में अग्निपथ योजना के खिलाफ जाम लगा रहे युवाओं को पुलिस ने खदेड़ा है. पुलिस ने हल्का लाठीचार्ज भी किया है. लाठीचार्ज में कुछ युवा मामूली रूप से घायल हुए हैं. कई युवाओं को हिरासत में लिया गया है.
अल्मोड़ा में भी प्रदर्शन: वहीं, अल्मोड़ा में अग्निपथ योजना को लेकर युवाओं में जबर्दस्त आक्रोश है. अल्मोड़ा में भी युवा सड़कों पर उतर आए है. आक्रोशित युवाओ ने चौघानपाटा से माल रोड होते मुख्य बाजार तक रैली निकाली. इससे पहले बेरोजगार युवा गांधी पार्क में एकत्रित हुए. जहां उन्होंने सरकार की सेना भर्ती की नई स्कीम का विरोध किया. इस दौरान बेरोजगार युवाओं ने कहा कि कोई 5 तो कोई 3 साल से सेना भर्ती की तैयारी कर रहा है. सेना की 4 साल की भर्ती स्कीम युवाओं के साथ धोखा है. इस दौरान बेरोजगार युवाओं ने पिछले 2 साल से रुकी आर्मी की लिखित परीक्षा कराने की मांग की.