बेंगलुरु : एचएएल ने एक विज्ञप्ति में बताया कि उसके द्वारा निर्मित तीन उन्नत हल्के हेलीकॉप्टर एएलएच एमके-तीन हेलीकॉप्टरों को भुवनेश्वर, पोरबंदर, कोच्चि और चेन्नई में चार तटरक्षक स्क्वाड्रनों में तैनात किया जाएगा.
इसमें कहा गया है कि रक्षा सचिव अजय कुमार की उपस्थिति में एक ऑनलाइन कार्यक्रम में इन हेलीकॉप्टरों को आईसीजी के बेड़े में शामिल किया गया. यह कार्यक्रम दिल्ली में भारतीय तटरक्षक मुख्यालय और बेंगलुरु में एचएएल के हेलीकॉप्टर एमआरओ डिवीजन में एक साथ आयोजित किया गया था.
इस मौके पर भारतीय तटरक्षक बल के महानिदेशक के नटराजन और एचएएल के अध्यक्ष एवं प्रबंध निदेशक (सीएमडी) आर माधवन मौजूद थे. अजय कुमार ने कहा कि आज सौंपे जा रहे अत्याधुनिक हेलीकॉप्टर आने वाले समय में आईसीजी की परिचालन क्षमता के लिए महत्वपूर्ण साबित होंगे.
उन्होंने कहा कि उन्नत सेंसर वाले अत्याधुनिक हेलीकॉप्टरों के जरिये आईसीजी चुनौतीपूर्ण कार्य करने में सक्षम हो पाएगी. उन्होंने कहा कि यह पहली बार है जब भारतीय विमानन क्षेत्र में प्रदर्शन आधारित लॉजिस्टिक्स पेश किया जा रहा है और इससे परिचालन और रखरखाव दक्षता में वृद्धि होगी.
एचएएल ने कहा कि ये हेलीकॉप्टर सर्विलांस रडार, इलेक्ट्रो ऑप्टिक पॉड, चिकित्सा गहन देखभाल इकाई, उच्च तीव्रता लाइट, एसएआर होमर प्रणाली, लाउड हैलर, मशीन गन जैसे अत्याधुनिक उपकरणों से लैस हैं और अन्य महत्वपूर्ण भूमिकाएं निभा सकते हैं.
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माधवन ने कहा कि एचएएल प्रदर्शन-आधारित रसद (पीबीएल) की एक नई यात्रा शुरू करने जा रहा है. उन्होंने कहा कि एचएएल आईसीजी विमानन बेड़े के विकास में सबसे भरोसेमंद भागीदार रहा है, जो बहु-भूमिका और अत्यधिक सक्षम मंच प्रदान करता है. उन्होंने कहा कि ये हेलीकॉप्टर तटीय निगरानी को बढ़ाएंगे.
(पीटीआई-भाषा)