ग्वालियर। समाज में बढ़ती फूहड़ता एवं गौ माता की उपेक्षा के चलते लोगों को अपने पुरातन संस्कारों से परिचित कराने के लिए ग्वालियर में एक अनोखी शादी हुई. इसमें गौ माता को साक्षी मानकर वर वधु ने ना सिर्फ एक दूसरे को वरमाला पहनाई बल्कि वेद मंत्रों और इसके पाठ के बीच साधु-संतों की मौजूदगी में विवाह संपन्न भी कराया.डीआरपी लाइन में रहने वाली रंजना शर्मा की शादी आगरा निवासी यतेंद्र शर्मा के साथ तय हुई थी. रंजना के परिवार की इच्छा थी कि इस शादी को गौ माता की मौजूदगी में संपन्न कराया जाए. उन्होंने अपनी भावना से वर पक्ष को अवगत कराया जो इसके लिए सहर्ष तैयार हो गया.
वर-वधू को दिया आशीर्वाद: मंगलवार को इस शादी का आयोजन मैरिज गार्डन रंग महल में होना तय किया गया था. इस मौके पर लाल टिपारा गौशाला के महंत ऋषभ देवानंद जी महाराज महामंडलेश्वर स्वामी हरिदास महाराज महामंडलेश्वर स्वामी विष्णु दास महाराज संत श्री समर्थ तीर्थ महाराज सहित अन्य मठ मंदिरों के साधु संतो ने इस अनोखे विवाह के साक्षी बनकर गौ माता की मौजूदगी में विवाह को संपन्न कराया. वर-वधू को अपना आशीर्वाद भी दिया.
संतों की मौजूदगी में गौ पूजन: रंजना के भाई अभिषेक शर्मा का कहना है कि, समाज को गौमाता संरक्षण एवं संवर्धन के प्रति जागरूक करने के लिए यह आयोजन किया गया था. सबसे पहले शंखनाद ध्वनि वेद मंत्रोच्चार के बीच वर वधु ने संतों की मौजूदगी में गौ पूजन किया. इसके साथ वरमाला कार्यक्रम भी वेद मंत्रोच्चार के बीच संपन्न हुआ. इस मौके पर ऋषभदेव आनंद महाराज ने कहा कि भारत की संस्कृति मैं गौ माता का विशेष स्थान है. पुरातन समय में ऋषि-मुनियों और ग्रहस्थों के यहां गौ माता शोभायमान होती थी. हमारी संस्कृति भी गौमाता से अलग नहीं है.
सादगी के साथ आयोजन संपन्न: मनुष्य के जन्म से लेकर उसकी मृत्यु तक हर छोटे-बड़े कार्य में गौ माता का आशीर्वाद लिया जाता है. लेकिन मौजूदा दौर में हम अपनी भारतीय संस्कृति को त्याग कर पाश्चात्य संगीत संस्कृति की ओर चल रहे हैं. शादी समारोह में फ़ूहड़ता एवं पैसे की बर्बादी के लिए आयोजन होते हैं. इसलिए इस आयोजन को बेहद सादगी के साथ संपन्न कराया गया था. इसलिए यह एक अनूठा विवाह है जो हमारी पुरातन संस्कृति को रेखांकित करता है.
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सात्विक भोजन परोसा: मुख्य द्वार पर गौ माता का पूजन हुआ वेद मंत्रों और ब्राह्मणों द्वारा उसके उच्चारण के बीच अतिथियों का स्वागत सत्कार किया गया. मंच पर सभी साधु संत मौजूद थे.इस मौके पर बारातियों को उम्दा किस्म का सात्विक भोजन परोसा गया. आयोजकों का कहना है कि, इस तरह के विवाह आयोजन से हम गौ माता के संरक्षण और संवर्धन के लिए लोगों को प्रोत्साहित कर रहे हैं. गौ माता की मौजूदगी में हुए इस वैवाहिक कार्यक्रम से उसका आशीर्वाद एवं संत महात्माओं की मौजूदगी ने माहौल को खुशगवार बना दिया था.