श्रीनगर : जम्मू-कश्मीर (Jammu Kashmir) का विशेष संवैधानिक दर्जा (special constitutional status) खत्म होने की दूसरी बरसी पर गुरूवार को गुपकार एलायंस (Gupkar Alliance ) ने नेशनल कांफ्रेंस के अध्यक्ष (National Conference President) फारूक अब्दुल्ला (Farooq Abdullah) के आवास पर आपात बैठक की.बैठक में पीडीपी अध्यक्ष महबूबा, यूसुफ तारिगामी (Yousuf Tarigami) और मुजफ्फर शाह ने भाग लिया.
बैठक के बाद गुपकार एलायंस के प्रवक्ता युसूफ तारिगामी (PAGD spokesperson Yousuf Tarigami) ने मीडिया को बताया कि भाजपा ने अनुच्छेद 370 के निरस्त करने के दिन कहा था कि यहां निर्माण और विकास होगा लेकिन जम्मू-कश्मीर में स्थिति बिगड़ गई है.
पीपुल्स अलायंस फॉर गुप्कर डिक्लेरेशन (PAGD) ने नेशनल कॉन्फ्रेंस के अध्यक्ष फारूक अब्दुल्ला के आवास पर एक आपात बैठक की.इसमें पीडीपी अध्यक्ष महबूबा मुफ्ती, पीएजीडी प्रवक्ता और सीपीआईएम नेता एम वाई तारिगामी और एएनसी नेता मुजफ्फर शाह सहित पीएजीडी प्रतिभागियों ने भाग लिया.
बैठक के बाद अब्दुल्ला के आवास के बाहर पत्रकारों से बात करते हुए तारिगामी ने कहा कि गठबंधन जम्मू-कश्मीर के वैध संवैधानिक अधिकारों की बहाली के लिए संघर्ष करना जारी रखेगा. उन्होंने कहा कि बैठक में जम्मू-कश्मीर की स्थिति पर चिंता व्यक्त की गई. सरकार के बड़े-बड़े दावों के बावजूद, 5 अगस्त, 2019 से स्थिति दिन-ब-दिन बिगड़ती जा रही है.
उन्होंने दावा किया कि सामान्य स्थिति बहाल हो जाएगी और हिंसा समाप्त हो जाएगी, लेकिन देखिए उन्होंने हाल ही में राज्य के बारे में एक सवाल के जवाब में संसद के पटल पर क्या कहा है. मंत्री ने कहा कि सामान्य स्थिति बहाल होने पर ही उचित समय पर राज्य का दर्जा बहाल किया जाएगा.
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गठबंधन के प्रवक्ता ने पूछा कि निवेश और रोजगार के अवसर कहां थे, केंद्र ने दावा किया कि जम्मू-कश्मीर के विशेष दर्जे को रद्द करने से क्या होगा.
अगर आप इधर-उधर घूमते हैं, चाहे वह कश्मीर हो या जम्मू, या वास्तव में लद्दाख क्षेत्र में भी, पिछली सरकारों द्वारा जो भी विकास शुरू किया गया था, वह भी अभी तक पूरा नहीं हो रहा है.
गौरतलब है कि 5 अगस्त 2019 को भाजपा सरकार ने संसद में अनुच्छेद 370 को निरस्त (repealed Article 370 ) करते हुए राज्य को दो केंद्र शासित प्रदेशों में बांट दिया था.
गुपकार एलायंस पिछले एक साल से अनुच्छेद 370 की बहाली के लिए काम कर रहा है.