अहमदाबाद: गुजरात में कांग्रेस विधायक के तौर पर इस्तीफा देने के एक दिन बाद भावेश कटारा गुरुवार को भारतीय जनता पार्टी (भाजपा) में शामिल हो गए. कटारा दाहोद जिले के झालोद विधानसभा क्षेत्र का प्रतिनिधित्व करते थे. कटारा पहले भाजपा में ही थे, लेकिन 2017 के चुनावों से पहले कांग्रेस में शामिल हो गए थे. उन्होंने कांग्रेस उम्मीदवार के तौर पर झालोद से चुनाव जीता था. वह उस समय राज्य के सबसे युवा विधायकों में से एक थे.
वह कांग्रेस के तीसरे विधायक हैं, जिन्होंने दो दिन में त्याग पत्र दिया है. उनसे पहले मोहनसिंह राठवा और भगवान बराड़ कांग्रेस का दामन छोड़ सत्तारूढ़ भाजपा में शामिल हो गए थे. कटारा ने बुधवार रात विधानसभा अध्यक्ष निमाबेन आचार्य को उनके आवास पर अपना इस्तीफा सौंपा था. गुरुवार को पार्टी के प्रदेश महासचिव प्रदीप सिंह वाघेला ने गांधीनगर में पार्टी के प्रदेश मुख्यालय में औपचारिक रूप से उन्हें भाजपा में शामिल कराया.
पत्रकारों से बात करते हुए, कटारा ने कहा कि वह बिना किसी शर्त या टिकट के वादे के फिर से भाजपा में शामिल हुए हैं. उन्होंने कहा कि 'मैं पहले भाजपा के साथ था. मैं इस बार चुनाव लड़ने का इच्छुक नहीं हूं. मैं फिर से भाजपा में शामिल हो रहा हूं, क्योंकि मैं आदिवासियों के लिए प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के कार्यों से प्रभावित हूं.' कांग्रेस ने कटारा को टिकट नहीं दिया है. पार्टी ने कुछ दिन पहले 43 उम्मीदवारों की सूची जारी की थी.
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कांग्रेस ने कटारा की जगह मितेश गरासिया को टिकट दिया है, जिन्होंने 2012 में झालोद से चुनाव जीता था. झालोद अनुसूचित जनजाति (एसटी) के लिए आरक्षित सीट है. गुजरात में दो चरणों में विधानसभा चुनाव होना है. पहले चरण के तहत एक दिसंबर को जबकि दूसरे चरण के अंतर्गत पांच दिसंबर को वोट डाले जाएंगे, वहीं मतगणना आठ दिसंबर को होगी.
(पीटीआई-भाषा)