वडोदरा : गुजरात आतंकवाद निरोधी दस्ते (एटीएस) ने वडोदरा में वॉयस ओवर इंटरनेट प्रोटोकॉल (वीओआईपी) के जरिए अवैध रूप से अंतरराष्ट्रीय कॉल भेजने वाले एक नेटवर्क का शनिवार को भंडाफोड़ किया. इस मामले में एक व्यक्ति को गिरफ्तार किया गया है. जबकि महाराष्ट्र के तीन अन्य आरोपी फरार हैं.
एटीएस ने कहा कि इस तरह के वीओआईपी एक्सचेंज देश की सुरक्षा के लिए खतरा पैदा करते हैं और राजस्व की हानि भी करते हैं. एक आधिकारिक विज्ञप्ति के अनुसार, एक गुप्त सूचना के आधार पर गुजरात एटीएस और वडोदरा स्पेशल ऑपरेशंस ग्रुप ने वडोदरा के वासना इलाके में एक अवैध वीओआईपी एक्सचेंज का भंडाफोड़ किया और शहजाद रफीक मालिक को गिरफ्तार किया गया है. जबकि महाराष्ट्र के ठाणे जिले के जिनी वासवा, हारुन मजीद और इशाक राज को पकड़ने के प्रयास जारी हैं.
विज्ञप्ति में कहा गया है कि आरोपियों ने परिसर को किराए पर लिया था और वे अंतरराष्ट्रीय कॉल करने के लिए कंप्यूटर, वाईफाई और राउटर का उपयोग करके केंद्र चला रहे थे. आरोपी ने कथित तौर पर वीओआईपी कॉल रूटिंग के लिए पोस्टपेड प्राइमरी रेट इंटरफेस लाइन का इस्तेमाल किया, जो कि अवैध है.
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एटीएस ने कहा कि वीओआईपी एक्सचेंज के माध्यम से की गई कॉलों में मूल अंतरराष्ट्रीय नंबर का कोई निशान नहीं रह जाता है, जहां से कॉल की गई थी. एक्सचेंज को चलाना भारतीय टेलीग्राफ अधिनियम के तहत अवैध है और इससे राजस्व का नुकसान होता है. साथ ही यह देश की सुरक्षा के लिए खतरा पैदा करता है. इस संबंध में वडोदरा शहर पुलिस थाने में मामला दर्ज किया गया है.