नई दिल्ली: देश में कोरोना का प्रकोप हाहाकार मचाए है. इस वजह से सभी सरकारी और प्राइवेट अस्पताल कोरोना संक्रमितों से भरे पड़े हैं. बेड और ऑक्सीजन की कमी भी लगातार बढ़ रही है. इसी सिलसिले में केंद्र की मोदी सरकार ने 18 साल से अधिक उम्र के लोगों के लिए कोविड टीकाकरण अभियान भी शुरू किया है.
जानकारी के मुताबिक जुलाई में कोविड वैक्सीन की मौजूदा खेप खत्म होने वाली है, लेकिन केंद्र सरकार ने अभी तक भारतीय निर्माताओं को इसको लेकर कोई आदेश जारी नहीं किया है. स्वास्थ्य मंत्रालय के अधिकारियों ने इस मामले पर ईटीवी भारत को बताया कि कोविशील्ड के लिए सीरम इंस्टीट्यूट ऑफ इंडिया (SII) और कोवैक्सीन के लिए भारत बायोटेक को मई से जुलाई के लिए 16 करोड़ खुराक का ऑर्डर अप्रैल में ही जारी कर दिया गया था. वहीं, इन खुराकों के लिए धनराशि 28 अप्रैल को जारी की गई थी.
अधिकारियों ने कहा कि केंद्र सरकार अगले तीन दिनों में राज्यों और केंद्रशासित प्रदेशों में 36 लाख से अधिक कोविड टीके वितरित करेगी. हालांकि, अधिकारियों ने यह भी कहा कि सरकार अगले महीने में भारत बायोटेक और सीरम इंस्टीट्यूट को और खुराक के लिए आदेश देगी. इसके साथ ही केंद्रीय स्वास्थ्य विभाग ने सभी राज्य सरकार को भी टीकों के अपव्यय को कम करने की सलाह दी है.
बता दें, केंद्रीय स्वास्थ्य मंत्रालय ने हाल ही में कहा कि सीरम इंस्टीट्यूट ऑफ इंडिया (SII) को 11 करोड़ कोविशील्ड खुराक का उत्पादन करने के लिए 1732 करोड़ रुपये जारी किए गए हैं. जिसमें से अगले तीन महीनों (मई-जुलाई) के लिए 8.7 करोड़ खुराक पहले ही जारी कर दी गई है. इसी तरह मई से जुलाई महीने के लिए भारत बायोटेक को कोवैक्सीन की 5 करोड़ खुराक के लिए 787 करोड़ रुपये जारी किए गए हैं.
वहीं, सीरम इंस्टीट्यूट को कथित तौर पर 10 करोड़ के पिछले ऑर्डर में से कोविशील्ड की करीब 1.2 करोड़ खुराकें वितरित करनी हैं, जबकि भारत बायोटेक को पिछले ऑर्डर में से लगभग 1.1 करोड़ कोवैक्सीन वितरित करना बाकी है. इस मामले पर स्वास्थ्य विशेषज्ञ और इंडियन मेडिकल एसोसिएशन (आईएमए) के महासचिव डॉ. जयेश एम लेले ने ईटीवी भारत को बताया कि 18 साल से अधिक आयु के लोगों को टीके लगवाने के सरकारी आदेश में कोविड वैक्सीन की संख्या बहुत कम है.
डॉ. लेले ने कहा कि सरकार को पहले से ही अधिक खुराक के लिए आदेश देना चाहिए था क्योंकि कई राज्यों सरकारों ने वैक्सीन की कमी को देखते हुए टीकाकरण अभियान को रोक दिया है. उन्होंने कहा कि कोविड महामारी की दूसरी लहर कहर पैदा कर रही है. हमारे पास एकमात्र उपकरण सिर्फ टीका ही है. दिलचस्प बात यह है कि टीकाकरण के तीसरे चरण में केवल 9 राज्यों ने ही 18 वर्ष से अधिक उम्र के लोगों को टीका लगाने का अभियान शुरू किया. बता दें, टीकाकरण का तीसरा चरण 1 मई से शुरू हुआ है.
डॉ लेले ने कहा कि अभी तक हमारी आबादी के केवल 10 प्रतिशत का ही टीकाकरण हुआ है. हमें 90 प्रतिशत अधिक टीकाकरण करना होगा. कई लोग अभी भी वैक्सीन की अपनी दूसरी खुराक का इंतजार कर रहे हैं.