नई दिल्ली : जम्मू-कश्मीर में वायुसेना के एक स्टेशन पर ड्रोन से बम गिराए जाने की घटना पर प्रतिक्रिया व्यक्त करते हुए पार्टी के मुख्य प्रवक्ता रणदीप सुरजेवाला ने यह भी कहा कि नरेंद्र मोदी सरकार को 'हेडलाइन मैनेजमेंट' करने की बजाय इस विषय पर रक्षा विशेषज्ञों से परामर्श लेने की जरूरत है.
सुरजेवाला ने ट्वीट किया कि सशस्त्र ड्रोन हमला सुरक्षा बलों और सरकारी प्रतिष्ठानों के लिए वास्तविक खतरा है. परिपत्रों और नियमों में संशोधनों की बजाय एक विश्वसनीय और समग्र नीति एवं कदम इस वक्त की जरूरत है ताकि कुख्यात आईएसआई समर्थित और पाकिस्तान में मौजूद आतंकी संगठनों के हमलों से निपटा जा सके. उन्होंने कहा कि आशा करता हूं कि भाजपा सरकार इससे अवगत है कि आईएसआई और पाकिस्तान में मौजूद आतंकी समूह चीन के हेक्साकॉप्टर और ड्रोन का इस्तेमाल सीमा पार हथियार गिराने के लिए करते हैं तथा चीन ने इन्हें सीपेक (चीन-पाकिस्तान आर्थिक गलियारा) में इस्तेमाल करने के लिए पाकिस्तान को भेंट किया है.
कांग्रेस महासचिव ने इस बात पर भी जोर दिया कि सरकार को यह पता होना चाहिए कि ऊंचाई वाले इलाकों के लिए चीन ने पाकिस्तान को 50 विंग लूंग-2 सशस्त्र ड्रोन बेचे हैं. उन्होंने संसद में पूछे गए कुछ प्रश्नों का हवाला देते हुए कहा कि सरकार इससे जरूर अवगत होगी कि सांसदों ने ड्रोन हमलों के मुद्दे पर बार-बार सवाल पूछे हैं. सुरजेवाला ने यह भी कहा कि पूरा देश इस तरह के हमलों को नाकाम करने के लिए हमारे सुरक्षा बलों और सरकार के साथ खड़ा है.
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सुरजेवाला ने कहा कि परंतु मोदी सरकार को इसका अहसास करना चाहिए कि हेडलाइन मैनेजमेंट करने की बजाय रक्षा विशेषज्ञों से रणनीतिक सलाह लेने की जरूरत है.गौरतलब है कि जम्मू स्थित भारतीय वायुसेना के स्टेशन में रविवार और सोमवार की दरम्यानी रात एक ड्रोन से दो बम गिराए गए थे. यह इस तरह का पहला हमला था. इस घटना में दो लोग घायल हो गए.
(पीटीआई-भाषा)